लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



प्रिलिम्स फैक्ट्स

प्रारंभिक परीक्षा

प्रीलिम्स फैक्ट्स: 06- 09- 2019

  • 06 Sep 2019
  • 4 min read

अभ्यास TSENTR 2019

Exercise TSENTR 2019

अभ्यास TSENTR 2019 में पाकिस्तान, चीन तथा अन्य देशों की सेनाओं के साथ भारत भी हिस्सा लेगा।

  • इसका संचालन रूस के केंद्रीय सैन्य आयोग द्वारा किया जाएगा।
  • मेज़बान रूस के अलावा, चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, पाकिस्तान तथा उज्बेकिस्तान के सैन्य दल भी इस अभ्यास में हिस्सा लेंगे।
  • रूस के ऑरेनबर्ग के डोंगुज प्रशिक्षण रेंज (Donguz Training Ranges) में 9-23 सितंबर तक यह अभ्यास किया जाएगा।
  • इस अभ्यास का उद्देश्य भाग लेने वाली सेनाओं के रणनीतिक समन्वय को विकसित करना तथा अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उनका प्रयोग करना है।
  • इस अभ्यास के माध्यम से मध्य एशियाई क्षेत्र में सैन्य सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

केंद्रीकृत प्रौद्योगिकी वर्टिकल

Centralized Technology Vertical

देश में साइबर अपराधों से निपटने के लिये CBI एक अत्याधुनिक केंद्रीकृत प्रौद्योगिकी वर्टिकल (Centralized Technology Vertical-CTV) का निर्माण कर रही है जो अगले वर्ष तक पूरा हो जाएगा।

  • दरअसल CTV एक प्रौद्योगिकी केंद्र होगा जो डिजिटल फॉरेंसिक विश्लेषण, फोरेंसिक अकाउंटिंग एंड फ्रॉड एनालिटिक्स से संबंधित मामलों की जाँच हेतु CBI की क्षमता में वृद्धि करेगा।
  • CTV को 99 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया जा रहा है जो बिग डेटा एनालिटिक्स (Big Data Analytics), डेटा माइनिंग टूल्स (Data Mining Tools) जैसे उपकरणों से लैस डेटा वेयरहाउस तक अपनी पहुँच स्थापित करेगा।
  • CTV को नमूना (Patterns), निशान (Trails), धोखाधड़ी और विसंगतियों आदि की पहचान करने हेतु डेटा का विश्लेषण करने के लिये आवश्यक उपकरणों के उचित सेट के साथ फोरेंसिक विशेषज्ञता से व्यवस्थित करने की परिकल्पना की गई है।
  • केंद्रीकृत प्रौद्योगिकी वर्टिकल जटिल मामलों की जाँच के लिये वास्तविक-समय (Real-Time) सूचनाओं के माध्यम से सहायता प्रदान करेगा।
  • CTV उन्नत साधनों और प्रशिक्षित जनशक्ति के उचित सेट के साथ CBI के जटिल मामलों के लिये एक साझा संसाधन बन सकता है।

लद्दाख महोत्सव

Ladakh Festival

हाल ही में लद्दाख महोत्सव (Ladakh Festival) का उद्घाटन किया है जो हर साल लेह और उसके आसपास के गांवों में मनाया जाता है।

  • यह त्योहार एक सप्ताह तक मनाया जाता है।
  • इसमें तीरंदाजी, पोलो और मुखौटा नृत्य को शामिल किया जाता है।
  • इसके अंतर्गत गांवों के सांस्कृतिक मंडलियों द्वारा किये जाने वाले नृत्य भी शामिल होते हैं।

मुखौटा नृत्य

छाम नृत्य लद्दाख का एक प्रसिद्ध मुखौटा नृत्य है जो इस त्योहार का प्रमुख आकर्षण है।

नृत्य

  • यह नृत्य त्सुचू त्यौहार (Tsechu Festival) पर भी किया जाता है जो लद्दाख के कई मठों में किया जाने वाला एक वार्षिक आध्यात्मिक त्यौहार है।
  • यह नृत्य देखने वाले लोगों के लिये बहुत सौभाग्यशाली माना जाता है।
  • यह नृत्य बौद्ध संस्कृति से प्रभावित है।
  • इस नृत्य में सामान्यतः पारंपरिक तिब्बती वाद्ययंत्रों का उपयोग करते हुए भिक्षुओं द्वारा संगीत के साथ नृत्य किया जाता है।
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2