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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 21 सितंबर, 2022

  • 21 Sep 2022
  • 5 min read

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस

विश्व शांति दिवस अथवा 'अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस' प्रत्येक वर्ष 21 सितंबर' को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सभी देशों और नागरिकों के बीच शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिये प्रयास करना एवं अंतर्राष्ट्रीय संघर्षों तथा विवादों पर विराम लगाना है। विश्व शांति दिवस, 2022 की थीम 'End racism, Build peace’ है जिसका अर्थ है 'नस्‍लवाद खत्‍म करें, शांति स्‍थापित करें। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, विश्‍व शांति का अर्थ केवल हिंसा न होना ही नहीं है, बल्कि ऐसे समाजों का निर्माण करना है जहाँ सभी को यह अहसास हो कि वे आगे बढ़ सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 1981 में विश्व शांति दिवस मनाने की घोषणा की थी। इसके बाद पहली बार वर्ष 1982 में विश्व शांति दिवस मनाया गया था। वर्ष 1982 से लेकर वर्ष 2001 तक सितंबर माह के तीसरे मंगलवार को विश्व शांति दिवस के रूप में मनाया गया, लेकिन वर्ष 2002 से इसके लिये 21 सितंबर की तारीख निर्धारित कर दी गई।

विश्व अल्ज़ाइमर दिवस

प्रत्येक वर्ष 21 सितंबर को "विश्व अल्ज़ाइमर दिवस (World Alzheimer's Day)" के रूप में मनाया जाता है। अल्ज़ाइमर बीमारी से लोगों को बचाने और इसके प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिये विश्व अल्ज़ाइमर दिवस मनाया जाता है। विश्व अल्ज़ाइमर दिवस, 2022 की थीम है ‘डिमेंशिया को जानें, अल्ज़ाइमर को जानें’ (Know Dementia, Know Alzheimer’s)अल्ज़ाइमर डिज़ीज़ इंटरनेशनल (Alzheimer’s Disease International-ADI) की स्थापना वर्ष 1984 में हुई थी। वर्ष 1994 में अल्ज़ाइमर डिज़ीज़ इंटरनेशनल की दसवीं वर्षगाँठ पर विश्व अल्ज़ाइमर दिवस की घोषणा की गई थी, तभी से यह दिवस 21 सितंबर को मनाया जा रहा है। विश्व अल्ज़ाइमर माह (सितंबर) की शुरुआत वर्ष 2012 में हुई थी। अल्ज़ाइमर रोग एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर (Neurological Disorder) है जो मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाओं को नष्ट करता है। इसके कारण रोगी की शारीरिक और मानसिक स्थिति क्षीण हो जाती है उसे कुछ भी याद नहीं रहता है, उसकी निर्णय लेने की क्षमता घट जाती है, स्वभाव में लगातार परिवर्तन होता रहता है आदि। प्रारंभ में ये लक्षण कम मात्रा में दिखाई देते हैं लेकिन समय रहते इसका उपचार न कराया जाए तो यह गंभीर और असाध्य हो जाता है।  

गुजराती फिल्म छेल्लो शो  

गुजराती फिल्म छेल्लो शो को ऑस्कर, 2023 के लिये भारत की आधिकारिक प्रविष्टि घोषित किया गया है। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया ने 95वें अकादमी पुरस्कारों के लिये इसकी घोषणा की। छेल्लो शो को सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय फीचर फिल्म श्रेणी में चुना गया है। यह फिल्म 14 अक्तूबर को भारतीय सिनेमाघरों में रिलीज़ होने वाली है। छेल्‍लो शो का शीर्षक अंग्रेज़ी में लास्‍ट फिल्म शो है। इस फिल्‍म का रॉबर्ट डे नीरो के ट्रिबेका फिल्म फेस्टिवल में उद्घाटन फिल्म के रूप में वर्ल्‍ड प्रीमियर हुआ था और इसने विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में कई पुरस्कार जीते हैं। छेल्‍लो शो के निर्देशक नलिन पैन हैं। छेल्‍लो शो एक किशोर बालक की कहानी है। वह भारत के एक दूरदराज़ के गाँव में रहता है और सिनेमा के साथ उसका गहरा संबंध जुड़ जाता है। यह फिल्म दर्शाती है कि कैसे एक छोटा लड़का प्रोजेक्शन बूथ पर फिल्‍में देखने में पूरी गर्मियों का समय बिताता है। अमेरिका की अकेडेमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज़ द्वारा दिया जाने वाला वार्षिक अकेडमी पुरस्कार को ऑस्कर पुरस्कार कहा जाता है। इसमें फिल्म व्यवसाय से जुड़े सर्वश्रेष्ठ निर्देशकों, कलाकारों, लेखक और संगीतकारों को सम्मानित किया जाता है। इस पुरस्कार के पहले ऑस्कर समारोह का आयोजन 16 मई, 1929 को किया गया था। यह मीडिया के सबसे पुराने पुरस्कार समारोहों में से एक है। 

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