दृष्टि आईएएस अब इंदौर में भी! अधिक जानकारी के लिये संपर्क करें |   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 18 सितंबर, 2020

  • 18 Sep 2020
  • 4 min read

सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना 

टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के एक हिस्से के रूप में 861.90 करोड़ रुपए की लागत से नए संसद भवन के निर्माण के लिये बोली प्रक्रिया में जीत हासिल की है। ध्यातव्य है कि वर्ष 2019 में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना की परिकल्पना की गई थी। इस पुनर्विकास परियोजना में एक नए संसद भवन का निर्माण प्रस्तावित है जो कि आकार में त्रिकोणीय होगा और वर्तमान संसद भवन के पास ही बनाया जाएगा। सेंट्रल विस्टा क्षेत्र में नॉर्थ व साउथ ब्लॉक को संग्रहालय में बदल दिया जाएगा और इसके स्थान पर नए भवनों का निर्माण किया जाएगा। इस क्षेत्र में विभिन्न मंत्रालयों व उनके विभागों के लिये कार्यालयों का भी निर्माण किया जाएगा। दिल्ली में स्थित राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, नार्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक, इंडिया गेट और अन्य राष्ट्रीय अभिलेखागार जिस क्षेत्र में स्थित हैं, उसे सामूहिक रूप से सेंट्रल विस्टा कहते हैं। इसकी लंबाई अनुमानतः 3.2 कि.मी है। इन भवनों के निर्माण का उत्तरदायित्व एडविन लुटियंस (Edwin Lutyens) व हर्बर्ट बेकर (Herbert Baker) को दिया गया। 

टेको कोनिशी

एशियाई विकास बैंक (ADB) ने टेको कोनीशी (Takeo Konishi) को भारत के लिये अपना नया कंट्री डायरेक्टर नियुक्त किया है। नई दिल्ली में भारत के कंट्री डायरेक्टर के तौर पर टेको कोनीशी भारत में सरकार और अन्य विकास सहयोगियों के साथ एशियाई विकास बैंक (ADB) की नीतियों के संचालन और संवाद का नेतृत्त्व करेंगे। ध्यातव्य है की टेको कोनिशी को एशियाई विकास बैंक (ADB) में कार्य करने का दो दशक से भी लंबा अनुभव है, जिसमें उन्होंने कई महत्त्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। एशियाई विकास बैंक (ADB) एक क्षेत्रीय विकास बैंक है, जिसकी स्थापना 19 दिसंबर, 1966 को 31 सदस्यों के साथ की गई थी। ADB का मुख्यालय मनीला, फिलीपींस में है। वर्तमान में ADB में 68 सदस्य हैं, जिनमें से 49 एशिया-प्रशांत क्षेत्र के हैं। 

दरभंगा में नया एम्स 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बिहार के दरभंगा में एक नए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (All India Institute of Medical Sciences- AIIMS) की स्थापना को मंज़ूरी दी है। दरभंगा में बनाए जाने वाले इस नए एम्स (AIIMS) की लागत तकरीबन 1264 करोड़ रुपए होगी और इसका कार्य भारत सरकार से अनुमोदन प्राप्त करने की तारीख से चार वर्ष के भीतर पूरा किया जाएगा। इस नए एम्स की स्थापना प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (PMSSY) के तहत की जाएगी। इस नए एम्स की स्थापना का मुख्य उद्देश्य दरभंगा क्षेत्र को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल, चिकित्सा शिक्षा, नर्सिंग शिक्षा और अनुसंधान सुविधा प्रदान करना है। इसके अलावा इस नए एम्स की स्थापना से इस क्षेत्र में रोज़गार सृजन करने में भी मदद मिलेगी।

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow