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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 12 जनवरी, 2023

  • 12 Jan 2023
  • 9 min read

 26वाँ राष्‍ट्रीय युवा महोत्‍सव

इस वर्ष “राष्ट्रीय युवा महोत्सव” 12 से 16 जनवरी के मध्य कर्नाटक के हुबली में आयोजित किया जा रहा है।  राष्ट्रीय युवा महोत्सव का विषय ‘विकसित युवा, विकसित भारत’ है। इस महोत्सव का आयोजन युवाओं को जागरूक करने के साथ-साथ उन्हें राष्ट्र निर्माण की दिशा में प्रेरित करने के लिये प्रत्येक वर्ष किया जाता है। महोत्‍सव में युवा शिखर सम्‍मेलन के दौरान G-20 और Y-20 आयोजनों के पाँच विषयों पर चर्चा की जाएगी। इनमें रोज़गार की भावी संभावनाएँ, उद्योग व नवाचार और 21वीं सदी में कौशल का भविष्य, जलवायु परिवर्तन तथा आपदा जोखिम में कमी करना, शांति निर्माण एवं सुलह, साझा भविष्य-लोकतंत्र और शासन में युवा तथा स्वास्थ्य व कल्याण जैसे विषयों को शामिल किया गया हैं। सम्‍मेलन में 60 से अधिक प्रतिष्ठित विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे। इस दौरान विभिन्‍न प्रतियोगिताओं सहित कई कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। लोकगीत तथा लोकनृत्‍य के माध्‍यम से स्‍थानीय पारंपरिक संस्‍कृतियों को दर्शाया जाएगा। योगाथन में दस लाख से अधिक लोग योग करेंगे। युवाओं द्वारा आठ स्‍वदेशी खेलों के साथ-साथ मार्शल आर्ट्स का भी प्रदर्शन किया जाएगा। फूड फेस्टिवल, युवा कलाकार शिविर, रोमांचक खेल गतिविधियाँ अपनी ‘तीनों सेनाओं को जानो’ नाम से प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा

ब्रेविंग ए वायरल स्टॉर्म पुस्तक

11 जनवरी, 2023 को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने नई दिल्ली में ब्रेविंग ए वायरल स्टॉर्म: इंडियाज़ कोविड-19 वैक्सीन स्टोरी (Braving A Viral Storm: India's Covid-19 Vaccine Story) पुस्तक का विमोचन किया। इस पुस्तक के सह-लेखक आशीष चांदोरकर और सूरज सुधीर हैं। यह पुस्तक देश की टीकाकरण संबंधी सफलता की कहानी एवं नए भारत के इतिहास का परिचायक होने के साथ ही देश की ताकत और क्षमता को प्रदर्शित करती है। जब अन्य देश वैक्सीन को लेकर झिझक रहे थे तो भारत ने सार्वजनिक भागीदारी के साथ एक अनुकरणीय टीकाकरण की दिशा में कोविड प्रबंधन मॉडल की स्थापना की थी। विगत वर्ष 2 करोड़ से अधिक टीके की खुराक का आँकड़ा पूरा होना इसका एक बड़ा उदाहरण है। पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि अब तक विमान से सफर करने वाले 15 लाख यात्रियों की कोविड-19 से संबंधित जाँच की जा चुकी है। इनमें से 200 से अधिक यात्री पॉज़िटिव पाए गए और बहुत से नमूनों की जीनोम सिक्‍वेंसिंग के दौरान B.F-7 वेरियंट भी पाए गए थे। इस वेरियंट के लिये भी भारत द्वारा तैयार किया गया वैक्‍सीन असरदार है।

अय्यनूर अम्मानूर उत्सव

अय्यनूर अम्मानूर नीलगिरि की कोटा जनजाति द्वारा मनाया जाने वाला एक त्योहार है कोटा  जनजाति भारत के तमिलनाडु राज्य के नीलगिरि पहाड़ियों में निवास करने वाली जनजाति है। इनको 'कोव' और 'कोतर' भी कहते हैं। हमेशा से यह एक छोटे समूह के रूप में रहे हैं,  इनकी संख्या  कभी भी 1,500 से अधिक नहीं रही है। इस त्योहार के दौरान यह जनजाति मिट्टी के बर्तन बनाने के लिये मिट्टी एकत्र करती है। मिट्टी के बर्तन बनाने के बाद वे अपना मंदिर खोलते हैं और फिर इस मिट्टी के बर्तन में भोजन बनाकर पूरे गाँव को परोसते हैं। मंदिर में पूजा समाप्त होने के बाद पुरुष और महिलाएँ अपने पारंपरिक कपड़े पहनकर दिन व रात के समय अलग-अलग नृत्य करते हैं। इस नृत्य के साथ ही यह उत्सव समाप्त होता है। बर्तन बनाने की यह रस्म दो साल में एक बार आयोजित की जाती है।

स्वामी विवेकानंद, राष्ट्रीय युवा दिवस 2023

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स्वामी विवेकानंद की जयंती को चिह्नित करने के लिये प्रतिवर्ष 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसकी घोषणा वर्ष 1984 में भारत सरकार द्वारा की गई थी। वर्ष 2023 के लिये इसका आदर्श वाक्य है- 'विकसित युवा-विकसित भारत'। स्वामी विवेकानंद वेदांत और योग के हिंदू दर्शन को पश्चिमी दुनिया में परिचित कराने वाले प्रमुख व्यक्ति थे, उन्हें 19वीं शताब्दी के अंत में हिंदू धर्म को एक प्रमुख विश्व धर्म का दर्जा दिलाने का श्रेय दिया जाता है। वह सामाजिक न्याय के भी प्रबल समर्थक थे और उन्होंने भारतीय समाज में महिलाओं एवं निम्न जातियों की स्थिति में सुधार के लिये काम किया। वे 19वीं सदी के रहस्यवादी संत रामकृष्ण परमहंस के प्रमुख शिष्य थे तथा उन्होंने वर्ष 1897 में रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी।

और पढ़ें… स्वामी विवेकानंद, राष्ट्रीय युवा दिवस

युगांडा में इबोला का सबसे बुरा प्रकोप समाप्त: WHO

4 महीने और 55 मौतों के बाद युगांडा में नवीनतम इबोला महामारी (2 दशकों में सबसे खराब) को WHO द्वारा समाप्त घोषित कर दिया गया है। यह प्रकोप वायरस के सूडान स्ट्रेन के कारण हुआ था। इबोला वायरस रोग एक रक्तस्रावी बुखार है जो बीमार या मृत लोगों या जानवरों के साथ शरीर के संपर्क के माध्यम से फैलता है ("वायरल रक्तस्रावी बुखार" एक ऐसी स्थिति है जो समग्र हृदय प्रणाली को नुकसान पहुँचाता है और शरीर की स्वतः कार्य करने की क्षमता को क्षीण कर देता है)। इसके लक्षणों में बुखार, थकान तथा सिरदर्द शामिल हैं, इसके पश्चात् उल्टी, दस्त एवं आंतरिक और बाहरी रक्तस्राव अन्य लक्षणों में शामिल हैं। इबोला वायरस की खोज पहली बार 1976 में DRC में इबोला नदी के समीप हुई थी। जबकि मौजूदा इबोला टीका एरवेबो वैक्सीन (Ervebo vaccine) है, यह सूडान स्ट्रेन से रक्षा नहीं करता है।

और पढ़े… इबोला वायरस

स्वदेश दर्शन परियोजना

बेपोर और कुमारकोम दो ऐसे पर्यटन स्थल हैं जिन्हें केरल ने स्वदेश दर्शन परियोजना के चरण-2 के लिये केंद्र को प्रस्तुत की जाने वाली विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) में शामिल किया है।
बेपोर का बंदरगाह शहर के रूप में ऐतिहासिक महत्त्व है। यह अपने बेपोर उरु (नाव) और सुंदर समुद्र तट के लिये विश्व प्रसिद्ध है, जो पर्यटन क्षेत्र को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दे सकता है।
स्वदेश दर्शन योजना पहली बार वर्ष 2014-15 में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय द्वारा थीम-आधारित पर्यटक सर्किट के एकीकृत विकास के लिये शुरू की गई थी। स्वदेश दर्शन 2.0 थीम-आधारित पर्यटन सर्किट से हटकर गंतव्य पर्यटन को पुनर्जीवित करने पर केंद्रित है। सरकार ने इस योजना के तहत 15 राज्यों की पहचान की है जिन्हें भारत की नई घरेलू पर्यटन नीति के हिस्से के रूप में बढ़ावा दिया जाएगा।

और पढ़ें…- स्वदेश दर्शन 2.0, बेपोर उरु के लिये GI टैग

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