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दीपावली UNESCO ICH सूची में शामिल

  • 12 Dec 2025
  • 49 min read

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस 

चर्चा में क्यों? 

नई दिल्ली के लाल किला में आयोजित UNESCO अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (ICH) की सुरक्षा के लिये  अंतरसरकारी समिति के 20वें सत्र में दीपावली, दीपों के त्योहार को आधिकारिक रूप से UNESCO की मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (ICH) की प्रतिनिधि सूची में शामिल किया गया।

सारांश:

  • वर्ष 2003 के कन्वेंशन के तहत बनाई गई UNESCO ICH सूची प्रचलित सांस्कृतिक परंपराओं की सुरक्षा करती है। भारत ने वर्ष 2024–25 चक्र के लिये दीपावली को नामांकित किया था।
  • दीपावली का शामिल होना इसके सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक महत्त्व को मान्यता देता है, जो आजीविका, कल्याण, लैंगिक सहभागिता तथा सामुदायिक अनुकूलन के माध्यम से SDG से जुड़ता है।
  • भारत के पास अब UNESCO सूची में कई ICH तत्त्व शामिल हैं, जिनमें गरबा, दुर्गा पूजा, कुंभ मेला, योग, नवरोज़, संकीर्तन, बौद्ध मंत्रोच्चारण, छऊ, कालबेलिया, मुदियेत्टु, रम्मन, कुटियत्तम, रामलीला और वैदिक मंत्रोच्चारण शामिल हैं।

UNESCO अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची क्या है?

  • परिचय: यह सूची वर्ष 2003 के UNESCO सम्मेलन के तहत बनाई गई थी, जिसका उद्देश्य अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा करना है।
    • इसका उद्देश्य वैश्वीकरण से प्रभावित प्रचलित सांस्कृतिक परंपराओं की रक्षा, जागरूकता, सम्मान एवं सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देना तथा समुदाय के नेतृत्व में अनुष्ठान, त्योहार, मौखिक परंपराएँ और पारंपरिक कारीगरी की सुरक्षा का समर्थन करना है।
  • अमूर्त सांस्कृतिक विरासत: UNESCO अमूर्त विरासत को ऐसी जीवित परंपराओं के रूप में परिभाषित करता है जो पीढ़ियों से विरासत में मिली हैं, जिनमें मौखिक परंपराएँ, प्रदर्शन कला, अनुष्ठान, उत्सव, सामाजिक प्रथाएँ, प्रकृति एवं ब्रह्मांड का ज्ञान और पारंपरिक कारीगरी शामिल हैं, जिन्हें समुदाय लगातार पुनः सृजित तथा संरक्षित करते हैं।
  • नामांकन: UNESCO की ICH प्रतिनिधि सूची में किसी तत्त्व को जोड़ने के लिये राज्यों को नामांकन फाइल प्रस्तुत करनी होती है, जिसमें हर दो वर्ष में एक नामांकन की अनुमति होती है।
    • भारत ने वर्ष 2024–25 चक्र के लिये दीपावली त्योहार का नामांकन किया।
  • दीपावली: कार्तिक अमावस्या (अक्तूबर–नवंबर) को मनाई जाने वाली दीपावली अंधकार पर प्रकाश, निराशा पर आशा और नवीनीकरण एवं समृद्धि का प्रतीक है।
  • दीपावली के शामिल होने का महत्त्व: UNESCO में शामिल होने के माध्यम से दीपावली को एक जीवित विरासत के रूप में मान्यता दी गई है, जो सामाजिक संबंधों को मज़बूत, पारंपरिक कारीगरी का समर्थन और उदारता व कल्याण के मूल्य को बढ़ावा देती है।
    • दीपावली कई सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) में सार्थक योगदान देती है, जिनमें शामिल हैं:
      • SDG 1 (गरीबी उन्मूलन): मौसमी और पारंपरिक आजीविका का समर्थन देना।
      • SDG 3 (सुरक्षित स्वास्थ्य और कल्याण): सामाजिक संबंधों और स्वच्छता प्रथाओं को बढ़ावा देना।
      • SDG 5 (लैंगिक समानता): महिला कारीगरों और कारीगरी परंपराओं को संलग्न करना।
      • SDG 11 (सतत समुदाय): सांस्कृतिक निरंतरता और सामुदायिक अनुकूलन को प्रोत्साहित करना।

भारत की UNESCO अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल हैं:

UNESCO अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (ICH) की सुरक्षा हेतु अंतरसरकारी समिति का 20वाँ सत्र

  • परिचय: यह पहली बार है कि भारत ICH समिति का सत्र आयोजित कर रहा है, जिसे सांस्कृतिक मंत्रालय और संगीत नाटक अकादमी द्वारा आयोजित किया गया है।
    • यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक कूटनीति में एक महत्त्वपूर्ण क्षण को चिह्नित करता है और वर्ष 2003 के UNESCO कन्वेंशन के भारत द्वारा अनुमोदन की 20वीं वर्षगाॅंठ के अवसर पर आयोजित किया गया है।
  • 20वें सत्र के मुख्य उद्देश्य: UNESCO की ICH सूची में शामिल करने के लिये राज्यों द्वारा प्रस्तुत नए नामांकनों की समीक्षा और मूल्यांकन करना।
    • पहले से शामिल तत्त्वों की स्थिति की सामयिक रिपोर्टों के माध्यम से समीक्षा करना।
    • सदस्य देशों के बीच अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, क्षमता निर्माण और सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान को मज़बूत करना।
  • भारत के लिये महत्त्व: यह सत्र भारत को अपने राष्ट्रीय ICH सुरक्षा मॉडल को प्रदर्शित करने का अवसर देता है, जो दस्तावेज़ीकरण, समुदाय की भागीदारी और संस्थागत समर्थन को एकीकृत करता है।
    • यह भारत की विविध अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की वैश्विक दृश्यता बढ़ाता है तथा देश की सॉफ्ट पावर और सांस्कृतिक नेतृत्व को मज़बूत करता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

1. UNESCO की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (ICH) प्रतिनिधि सूची क्या है?
2003 के UNESCO कन्वेंशन के तहत बनाई गई ICH प्रतिनिधि सूची जीवित परंपराओं जैसे अनुष्ठान, प्रदर्शन कला, कारीगरी की पहचान करती है, जिनकी सुरक्षा सांस्कृतिक विविधता, अंतर-सांस्कृतिक संवाद तथा समुदाय के नेतृत्व में संरक्षण को बढ़ावा देती है।

2. ICH प्रतिनिधि सूची के लिये तत्त्वों का नामांकन कैसे किया जाता है?
राज्य एक नामांकन फाइल प्रस्तुत करते हैं (हर दो वर्ष में एक नामांकन), जिसमें समुदाय की सहमति, सुरक्षा योजनाएँ और सांस्कृतिक महत्त्व दर्शाया जाता है; नामांकनों का मूल्यांकन अंतरसरकारी समिति द्वारा किया जाता है।

3. दीपावली का शामिल होना विकास नीति के लिये क्यों महत्त्वपूर्ण है?
दीपावली का शामिल होना इसके मौसमी आजीविका बनाए रखने, कारीगरों एवं सांस्कृतिक पर्यटन का समर्थन करने तथा SDGs जैसे गरीबी उन्मूलन (SDG 1), सुरक्षित स्वास्थ्य (SDG 3), लैंगिक समानता (SDG 5) और सतत शहर (SDG 11) में योगदान देने की भूमिका को मान्यता देता है।

UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQs)

प्रिलिम्स 

प्रश्न. हाल ही में निम्नलिखित में से किसे यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया है? (2009)

(a) दिलवाड़ा मंदिर
(b) कालका-शिमला रेलवे
(c) भितरकनिका मैंग्रोव क्षेत्र
(d) विशाखापत्तनम से अराकू घाटी रेलवे लाइन

उत्तर: (b)


प्रश्न. मणिपुरी संकीर्तन के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2017)

  1. यह एक गीत और नृत्य प्रदर्शन है।
  2.  केवल करताल (सिमबल) ही वह एक मात्र वाद्ययंत्र है जो इस प्रदर्शन में प्रयुक्त होता है।
  3.  यह भगवान कृष्ण के जीवन और लीलाओं को वर्णित करने के लिये किया जाता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) 1, 2 और 3
(b) केवल 1 और 3
(c) केवल 2 और 3
(d) केवल 1

उत्तर: (b)

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