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विश्व प्रतिभा रैंकिंग- 2019

  • 20 Nov 2019
  • 3 min read

प्रीलिम्स के लिये:

विश्व प्रतिभा रैंकिंग-2019

मेन्स के लिये:

विश्व प्रतिभा रैंकिंग-2019 में भारत की स्थिति खराब होने के कारण।

चर्चा में क्यों?

हाल ही में इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर मैनेजमेंट डेवलेपमेंट ( International Institute For Management Development- IMD) द्वारा जारी विश्व प्रतिभा रैंकिंग-2019 (World Talent Ranking-2019) में भारत को 59वां स्थान प्राप्त हुआ है।

प्रमुख बिंदु

  • इस वर्ष सूची में 63 देशों को शामिल किया है।
  • इस सूची में स्विट्ज़रलैंड ने पहला स्थान प्राप्त किया है इसके बाद रैंकिंग में क्रमशः डेनमार्क और स्वीडन हैं।
    • अधिकांश प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं द्वारा निवेश और विकास पर ध्यान केंद्रित करके दीर्घकालिक विकास पर ज़ोर दिया गया है।

IMD world talent

रैंकिंग के मानदंड:

  • यह रैंकिंग तीन मुख्य कारकों के प्रदर्शन पर आधारित है-
    • निवेश तथा विकास (Investment and Development)
    • अपील (Appeal)- यह इस बात का मूल्यांकन करता है कि कोई देश किस सीमा तक स्थानीय और विदेशी प्रतिभाओं को आकर्षित करता है।
    • तत्परता (Readiness)- यह कारक किसी देश में उपलब्ध कौशल और दक्षताओं की गुणवत्ता को निर्धारित करता है।

इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर मैनेजमेंट डेवलेपमेंट

(International Institute For Management Development- IMD)

  • IMD स्विट्ज़रलैंड में स्थित एक बिज़नेस एजूकेशन स्कूल है। इसके द्वारा तीन रिपोर्ट जारी की जाती हैं।
    • विश्व प्रतिस्पर्द्धात्मक रैंकिंग (World Competitiveness Ranking)
    • विश्व डिजिटल प्रतिस्पर्द्धात्मक रैंकिंग ( World Digital Competitiveness Ranking)
    • विश्व प्रतिभा रैंकिंग (World Talent Ranking)

भारत की स्थिति:

  • एशिया में भारत की अर्थव्यवस्था में सबसे तेज गिरावट देखी गई है।
    • वर्ष 2018 में भारत का स्थान 53वां था।
  • ब्रिक्स देशों की श्रेणी में भी भारत की स्थिति खराब हुई है, इस सूची में चीन को 42वां, रूस को 47वां और दक्षिण अफ्रीका को 50वां स्थान प्राप्त हुआ है।

भारत की रैंकिंग में गिरावट के कारण:

  • जीवन की निम्न गुणवत्ता ।
  • शिक्षा पर व्यय (प्रति छात्र) और शिक्षा की गुणवत्ता, जो कि जीडीपी वृद्धि से जुड़ी हो सकती है।
  • प्रतिभा पलायन को रोकने में सरकार की विफलता।
  • स्वास्थ्य प्रणाली की कम प्रभावशीलता और श्रम बल में महिलाओं की कम भागीदारी।
  • भारत के पर्यावरण संबंधी मुद्दे,अपील कारकों से संबंधित है।

स्रोत: बिज़नेस स्टैण्डर्ड

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