इंदौर शाखा: IAS और MPPSC फाउंडेशन बैच-शुरुआत क्रमशः 6 मई और 13 मई   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


भारतीय राजनीति

गणतंत्र दिवस पर झाँकियों का चयन

  • 13 Jan 2024
  • 9 min read

प्रिलिम्स के लिये:

गणतंत्र दिवस परेड, गणतंत्र दिवस पर झाँकियों का चयन, रक्षा मंत्रालय, विकसित भारत, भारत-लोकतंत्र की मातृका, संविधान दिवस

मेन्स के लिये:

गणतंत्र दिवस पर झाँकियों का चयन, विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिये सरकारी नीतियाँ और हस्तक्षेप तथा उनके डिज़ाइन एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न मुद्दे।

स्रोत: द हिंदू

चर्चा में क्यों?

हाल ही में रक्षा मंत्रालय ने गणतंत्र दिवस परेड में अपनी झाँकी प्रदर्शित करने हेतु राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों (UT) के लिये एक रोलओवर योजना का प्रस्ताव पेश किया है।

  • यह प्रस्ताव तब पेश किया गया है जब कुछ राज्यों की सरकारों ने वर्ष 2024 गणतंत्र दिवस परेड झाँकी का हिस्सा बनने की अनुमति नहीं देने के लिये केंद्र सरकार की आलोचना की है।

गणतंत्र दिवस परेड हेतु किन राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को चुना गया है?

  • वर्ष 2024 के गणतंत्र दिवस परेड के लिये 16 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, लद्दाख, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना तथा उत्तर प्रदेश का चयन किया गया है।
  • रक्षा मंत्रालय ने उन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिये एक प्रावधान शामिल किया है जिन्हें गणतंत्र दिवस परेड हेतु भारत पर्व पर अपनी झाँकी दिखाने के लिये नहीं चुना गया है।
    • भारत सरकार गणतंत्र दिवस समारोह के हिस्से के रूप में 26-31 जनवरी तक छह दिवसीय मेगा कार्यक्रम "भारत पर्व" का आयोजन करती है। यह वैकल्पिक कार्यक्रम ऐतिहासिक लाल किले पर होता है।
  • सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिये एक चक्रीय कार्यक्रम (rotational plan) को अंतिम रूप दिया है कि प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को तीन साल के चक्र (2024-2026) के अंदर गणतंत्र दिवस परेड में अपनी झाँकी प्रस्तुत करने का अवसर मिले।
    • 28 राज्यों द्वारा सहमत चक्रीय पद्धति का उद्देश्य सभी क्षेत्रों को समान अवसर प्रदान करना, राजनीतिक पूर्वाग्रह के आरोपों को कम करना और अधिक समावेशी उत्सव को प्रोत्साहित करना है।

झाँकियों की चयन प्रक्रिया क्या है?

  • परेड आयोजित करने के लिये ज़िम्मेदार मंत्रालय:
    • रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence - MoD) परेड के संचालन और राज्यों तथा अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय व्यवस्था के लिये ज़िम्मेदार है।
    • राष्ट्रीय गौरव और देशभक्ति का पर्याय बन चुके इस समारोह की तैयारियाँ महीनों पहले से शुरू हो जाती हैं। इस प्रक्रिया में झाँकियों का चयन और सूचीबद्ध करना  शामिल है।
    • संस्कृति मंत्रालय (Ministry of Culture), झाँकी की सांस्कृतिक और कलात्मक प्रकृति को देखते हुए, सांस्कृतिक प्रदर्शनों के मूल्यांकन तथा प्रचार में सहायता करते हुए, चयन प्रक्रिया में रक्षा मंत्रालय के साथ सहयोग करता है।
  • चयन और सूचीबद्ध करना:
    • परेड प्रतिभागियों के चयन के लिये एक मानक प्रक्रिया है। हर साल, आयोजन से कुछ महीने पहले, रक्षा मंत्रालय राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों और विभागों को व्यापक विषय पर झाँकियों के लिये रेखाचित्र या डिज़ाइन प्रस्तुत करने के लिये आमंत्रित करता है।
      •   उदाहरण के लिये वर्ष 2024 का विषय 'विकसित भारत' और 'भारत-लोकतंत्र की मातृका' (भारत-लोकतंत्र की माता) है।
    • स्केच या डिज़ाइन सरल, रंगीन, समझने में आसान होना चाहिये और सांख्यिकीय डेटा एवं अनावश्यक विवरण से बचना चाहिये।
    • इसके अतिरिक्त, मंत्रालय बुनियादी दिशा-निर्देश जैसे: पर्यावरण-अनुकूल सामग्री और प्रौद्योगिकी का उपयोग साझा करता है, जिन्हें प्रस्ताव में शामिल किया जाना चाहिये ।
    • झाँकी पर राज्य/केंद्रशासित प्रदेश के नाम को छोड़कर लोगो लिखने या उपयोग करने की अनुमति नहीं है, जो सामने हिंदी में, पीछे अंग्रेज़ी में और झाँकी के किनारों पर क्षेत्रीय भाषा में हो सकता है।
  • विशेषज्ञों की समिति:
    • MoD प्रस्तावों की स्क्रीनिंग के लिये कला, संस्कृति, चित्रकला, मूर्तिकलासंगीत, वास्तुकला और कोरियोग्राफी सहित अन्य क्षेत्रों के विशेषज्ञों की एक समिति का गठन करता है।
    • पहले चरण में, पैनल एक बुनियादी मूल्यांकन करता है और स्केच या डिज़ाइन में संशोधन का सुझाव देता है।
    • एक बार जब किसी संशोधन के बाद डिज़ाइन स्वीकृत हो जाते हैं, तो प्रतिभागी पैनल के सामने प्रस्तावित झाँकी का त्रि-आयामी मॉडल प्रस्तुत करते हैं।
    • अंतिम चयन के लिये विशेषज्ञों द्वारा इनकी जाँच की जाती है। केवल शॉर्टलिस्ट किये गए उम्मीदवारों को ही अगले राउंड के बारे में सूचित किया जाता है।

गणतंत्र दिवस क्या है?

  • 15 अगस्त 1947 को भारत स्वतंत्र हुआ जिसे स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
  • गणतंत्र दिवस उस दिन की स्मृति में मनाया जाता है जब भारत ने एक लिखित संविधान प्राप्त किया तथा एक स्वतंत्र गणराज्य बन गया।
    • 'गणतंत्र' पद इंगित करता है कि भारत में एक निर्वाचित प्रमुख है जिसे राष्ट्रपति कहा जाता है।
  • भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा द्वारा अंगीकृत किया गया एवं 26 जनवरी 1950 को क्रियान्वित हुआ।
  • 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाने के लिये चुना गया क्योंकि इसी दिन वर्ष 1930 में भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस (Indian National Congress- INC) ने ब्रिटिश शासन से पूर्ण स्वराज अथवा भारतीय स्वतंत्रता की घोषणा की थी।
    • दिसंबर 1929 में आयोजित कॉन्ग्रेस के लाहौर सत्र के दौरान, पूर्ण स्वराज प्रस्ताव पारित किया गया था। इस सत्र की अध्यक्षता जवाहरलाल नेहरू द्वारा की गई थी।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रिलिम्स:

प्रश्न1. 26 जनवरी, 1950 को भारत की वास्तविक संविधानिक स्थिति क्या थी? (2021)

(a) लोकतंत्रात्मक गणराज्य
(b) संपूर्ण प्रभुत्त्व-संपन्न लोकतंत्रात्मक गणराज्य
(c) संपूर्ण प्रभुत्त्व-संपन्न पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य
(d) संपूर्ण प्रभुत्त्व-संपन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य

उत्तर: (b)


मेन्स: 

प्रश्न. 'प्रस्तावना' में 'गणतंत्र' शब्द से संबंधित प्रत्येक विशेषण की विवेचना कीजिये। क्या वर्तमान परिस्थितियों में उनका बचाव संभव है? (2013)

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2