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डेली न्यूज़

अंतर्राष्ट्रीय संबंध

सागरमाथा संबाद 

  • 25 Jan 2020
  • 4 min read

प्रीलिम्स के लिये:

सागरमाथा संवाद।

मेन्स के लिये:

अंतर्राष्ट्रीय संदर्भ में सागरमाथा संबाद का महत्त्व।

चर्चा में क्यों?

नेपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहले सागरमाथा संबाद (Sagarmatha Sambaad) फोरम में हिस्सा लेने के लिये आमंत्रित किया है। उल्लेखनीय है कि सागरमाथा संबाद का आयोजन 2 से 4 अप्रैल, 2020 के बीच किया जाएगा। 

प्रमुख बिंदु

  • नेपाल के विदेश मंत्रालय के अनुसार, सागरमाथा संबाद फोरम में वैश्विक, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय महत्त्व के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
  • फोरम की थीम/विषय ‘जलवायु परिवर्तन, पर्वत एवं मानवता का भविष्य’ (Climate Change, Mountains and the Future of the Humanity) होगा।
  • इस कार्यक्रम में पाकिस्तान के वर्तमान प्रधानमंत्री इमरान खान समेत दक्षेस (SAARC) देशों के सभी नेताओं को आमंत्रित किया गया है।
  • इस ‘संबाद’ का मुख्य उद्देश्य जलवायु संकट और इसके दुष्प्रभाव से निपटने के लिये राजनीतिक नेताओं की दृढ़ इच्छाशक्ति को बढावा देने हेतु आपस में एक आम सहमति बनाना है। दक्षेस (सार्क) देशों में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल है।

दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (SAARC)

  • सार्क (South Asian Association for Regional Cooperation-SAARC) दक्षिण एशिया के आठ देशों का आर्थिक और राजनीतिक संगठन है।
  • इस समूह में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं। 2007 से पहले सार्क के सात सदस्य थे, अप्रैल 2007 में सार्क के 14वें शिखर सम्मेलन में अफगानिस्तान इसका आठवाँ सदस्य बन गया था।
  • सार्क की स्थापना 8 दिसंबर, 1985 को हुई थी और इसका मुख्यालय काठमांडू (नेपाल) में है। सार्क का प्रथम सम्मेलन ढाका में दिसंबर 1985 में हुआ था।
  • प्रत्येक वर्ष 8 दिसंबर को सार्क दिवस मनाया जाता है। संगठन का संचालन सदस्य देशों के मंत्रिपरिषद द्वारा नियुक्त महासचिव द्वारा की जाती है, जिसकी नियुक्ति तीन साल के लिये देशों के वर्णमाला क्रम के अनुसार की जाती है।

सागरमाथा संबाद का नामकरण

  • इसका नाम दुनिया के सबसे ऊँचे पर्वत सागरमाथा (माउंट एवरेस्ट) के नाम पर रखा गया है, जो मित्रता का प्रतीक है और इसका उद्देश्य मानवता के हित की धारणा को बढ़ावा देना है।

स्थापना

  • एक स्थायी वैश्विक मंच के रूप में वर्ष 2019 में संबाद की स्थापना हुई थी। इसका मुख्यालय काठमांडू (नेपाल) में है।
  • संबाद नेपाल के विदेश मंत्रालय, विदेशी मामलों के संस्थान (IFA) और नीति अनुसंधान संस्थान (PRI) की एक संयुक्त सहयोगी पहल है।

संबाद की प्रमुख विशेषताएँ

  • सागरमाथा संबाद एक बहु-हितधारक संवाद मंच है जो वैश्विक, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय महत्त्व के सबसे प्रमुख मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिये प्रतिबद्ध है। एक मंच के रूप में, यह व्यापक आयामों से जुड़े समाज के ऐसे सभी क्षेत्रों के लोगों को एक साथ लाता है, जो समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के साथ-साथ बेहतर प्रभाव और क्षमता रखते हैं।

स्रोत: द हिंदू

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