भारतीय राजव्यवस्था
धन्यवाद प्रस्ताव
- 07 Feb 2020
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प्रीलिम्स के लिये:धन्यवाद प्रस्ताव मेन्स के लिये:धन्यवाद प्रस्ताव से संबंधित मुद्दे |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के संदर्भ में बहस हुई।
धन्यवाद प्रस्ताव क्या होता है?
- प्रत्येक आम चुनाव के पहले सत्र एवं वित्तीय वर्ष के पहले सत्र में राष्ट्रपति सदन को संबोधित करता है।
- अपने संबोधन में राष्ट्रपति पूर्ववर्ती वर्ष और आने वाले वर्ष में सरकार की नीतियों एवं योजनाओं का खाका खींचता है।
- राष्ट्रपति के इस संबोधन को ‘ब्रिटेन के राजा का भाषण’ से लिया गया है, दोनों सदनों में इस पर चर्चा होती है इसे ही ‘धन्यवाद प्रस्ताव’ कहा जाता है।
- बहस के बाद प्रस्ताव को मत विभाजन के लिये रखा जाता है।
- इस प्रस्ताव का सदन में पारित होना आवश्यक है, नहीं तो इसको सरकार की पराजय माना जाता है।
- राष्ट्रपति का यह प्रारंभिक भाषण सदस्यों को चर्चा तथा वाद- विवाद के मुद्दे उठाने और कमियों हेतु सरकार तथा प्रशासन की आलोचना करने का अवसर प्रदान करता है।
संसद में सदस्यों द्वारा चर्चा के लिये लाए जाने वाले प्रमुख प्रस्ताव इस प्रकार हैं:
- महत्त्वपूर्ण प्रस्ताव
- स्थानापन्न प्रस्ताव
- पूरक प्रस्ताव- इसकी तीन श्रेणियाँ हैं:
- सहायक प्रस्ताव
- स्थान लेने वाला प्रस्ताव
- संशोधन
- कटौती प्रस्ताव- सामान्यतः 4 प्रकार के कटौती प्रस्ताव होते हैं:
- साधारण कटौती
- घटकों में कटौती
- कंगारू कटौती
- गिलोटिन प्रस्ताव
- विशेषाधिकार प्रस्ताव
- ध्यानाकर्षण प्रस्ताव
- स्थगन प्रस्ताव
- अविश्वास प्रस्ताव
- विश्वास प्रस्ताव
- निंदा प्रस्ताव
- अनियत दिवस
- विलंबकारी प्रस्ताव