इंदौर शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 11 नवंबर से शुरू   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली न्यूज़


विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

डेक्सामेथासोन दवा के प्रयोग से COVID-19 के रोगियों में सुधार

  • 17 Jun 2020
  • 5 min read

प्रीलिम्स के लिये:

डेक्सामेथासोन दवा

मेन्स के लिये:

डेक्सामेथासोन दवा

चर्चा में क्यों?

इंग्लैंड के शोधकर्त्ताओं के अनुसार,  COVID-19 मरीज़ों पर ‘डेक्सामेथासोन’ (Dexamethasone) दवा के उपयोग से गंभीर रूप से बीमार मरीज़ों की मृत्यु दर में एक तिहाई तक की कमी हुई है।

प्रमुख बिंदु:

  • इसी अध्ययन दल ने कुछ समय पूर्व यह पता लगाया था कि है कि मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) COVID-19 महामारी के खिलाफ काम नहीं कर रही है।
  • इस अध्ययन में इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड के 11,000 से अधिक रोगियों को शामिल किया गया।
  • अध्ययन के लिये 2,104 COVID-19 रोगियों पर डेक्सामेथासोन दवा का परीक्षण किया गया तथा इन रोगियों की 4,321 रोगियों से तुलना की गई जिनकी केवल सामान्य मानक देखभाल की जा रही थी।

डेक्सामेथासोन (Dexamethasone):

  • यह एक प्रकार का स्टेरॉयड है जिसका उपयोग गठिया, अस्थमा सहित अन्य स्थितियों में सूजन को कम करने के लिये  किया जाता है।
  • यह दवा बहुत ही सस्ती है तथा इसकी निर्माण प्रक्रिया बहुत आसान होने से इसका व्यापक पैमाने पर उत्पादन किया जा सकता है। 

अध्ययन के प्रमुख निष्कर्ष:

  • गंभीर रूप से बीमार COVID-19 रोगियों में से वे रोगी जिन्हे उपचार के लिये श्वसन मशीनों की आवश्यकता थी, उनकी मृत्यु दर में 35% तक की कमी देखी है गई जबकि वे रोगी जिन्हें श्वसन के लिये पूरक ऑक्सीजन की आवश्यकता थी उनकी मृत्यु दर में 20% तक की कमी देखी गई।
  • डेक्सामेथासोन उन रोगियों के लिये सबसे अधिक मददगार रही है जिन्हें जीवित रहने के लिये ऑक्सीजन उपचार प्रणाली की आवश्यकता थी।

दवा की कार्यप्रणाली:

  • COVID-19 रोगियों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमज़ोर हो जाती है तथा रक्त वाहिकाओं में सूजन या जाता है। क्योंकि COVID-19 के संक्रमण के दौरान रोगियों की प्रतिरक्षा प्रणाली कभी-कभी अत्यधिक प्रतिक्रिया करती है। स्टेरॉयड दवाएँ इस सूजन को कम करने का कार्य करती हैं।
  • प्रतिरक्षा प्रणाली की अतिरिक्त प्रतिक्रिया कभी-कभी प्राणघातक भी हो सकती है इसलिये डॉक्टर ऐसे रोगियों में स्टेरॉयड और अन्य सूजन कम करने वाली दवाओं का परीक्षण कर रहे हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन:

  • विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बीमारी के प्रारंभिक चरण में स्टेरॉयड का उपयोग न करने की सलाह दी है,  क्योंकि ये रोगी की प्रतिरोधक क्षमता की कार्य प्रणाली को धीमा कर देते हैं।

शोधकर्त्ताओं की मांग:

  • COVID-19 के गंभीर रोगियों के  उपचार के लिये डेक्सामेथासोन को एक मानक दवा का दर्जा दिया जाने चाहिये।
  • डेक्सामेथासोन को अब दुनिया भर के हज़ारों गंभीर रूप से बीमार COVID-19 रोगियों के उपचार के लिये उपलब्ध कराया जाना चाहिये।

भारत की प्रतिक्रिया:

  • भारतीय डॉक्टरों ने शोध का स्वागत किया है। इससे पहले, ‘भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद’ (Indian Council for Medical Research- ICMR) द्वारा कुछ COVID-19 रोगियों के लिये रेमेडिसविर (Remdesivir) टोकिलिज़ुमाब (Tocilizumab) और कॉन्वलेसेंट प्लाज्मा थेरेपी (CPT) के उपयोग की अनुमति दी गई थी।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2