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डेली न्यूज़

जैव विविधता और पर्यावरण

कार्बन पदचिह्न (Carbon Footprint) में कमी करने हेतु आभासी जलवायु शिखर सम्मेलन

  • 22 Nov 2018
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?

शीघ्र ही विश्व के प्रमुख नेता एक नवाचारी जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन (Virtual Climate change summit) में भाग लेंगे जो पूरी तरह से ऑनलाइन होगा, इस प्रकार यह कार्बन तटस्थ होगा।

प्रमुख बिंदु

  • यह पर्यावरण अनुकूल आयोजन उन कई अन्य अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक शिखर सम्मेलनों के बिलकुल विपरीत है, जिसमें हज़ारों प्रतिनिधि दुनिया भर से जेट वायुयानों द्वारा यात्रा करके एक स्थान पर पहुँचते हैं और जहाँ वे वातानुकूलित आरामदायक परिवेश में ठहरते हैं।
  • आभासी जलवायु शिखर सम्मेलन, मार्शल आइलैंड्स की राष्ट्रपति हिल्डा हेइन के मस्तिष्क की उपज है। मार्शल आइलैंड्स (Marshall islands) प्रशांत महासागर में स्थित एक निम्नस्थ द्वीपीय राष्ट्र है जो वैश्विक तापन (Global Warming) के निरंतर जारी रहने के फलस्वरूप समुद्र तल में वृद्धि के कारण समुद्र में डूब जाएगा।
  • यह पहली वैश्विक राजनीतिक बैठक होगी जो ऑनलाइन (online Climate change summit) आयोजित की जाएगी। फ्राँसीसी राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडेव इसमें भाग लेने वाले प्रमुख प्रतिभागी होंगे।
  • सुश्री हेइन ने कहा कि अत्याधुनिक सेटअप यह दिखाने के लिये डिज़ाइन किया गया है कि मार्शल आइलैंड्स जैसे छोटे राष्ट्र भी रचनात्मक, जलवायु-अनुकूल समाधानों का उपयोग करके विश्व स्तर पर बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं।
  • यह शिखर सम्मेलन सुश्री हेइन की अध्यक्षता में 48 राष्ट्रों वाले जलवायु सुभेद्य मंच द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
  • आभासी शिखर सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को वैश्विक तापन को पूर्व-औद्योगिक स्तर (Pre-industrial level) से 1.5 डिग्री सेल्सियस ऊपर तक रखने के लिये प्रोत्साहित करना है।
  • संयुक्त राष्ट्र (UN) की एक रिपोर्ट ने पिछले महीने चेतावनी दी थी कि विश्व 2030 से पहले उत्सर्जन की दहलीज तक पहुँच सकता है जब तक कि उत्सर्जन में कटौती हेतु पुन: अभूतपूर्व वैश्विक कार्रवाई न हो।
  • संयुक्त राष्ट्र जलवायु वार्ता (United Nations Climate Talks) का नवीनतम दौर COP-24, तीन साल पहले हुए पेरिस समझौते (Parish Agreement) को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से 2 दिसंबर को दक्षिणी पोलिश शहर केटोवाइस में शुरू हो जाएगा।
  • सुश्री हेइन ने कहा कि यह आभासी शिखर सम्मेलन जलवायु परिवर्तन से सर्वप्रथम प्रभावित होने वालों के लिये एक मौका है जो चाहते हैं कि उनकी आवाज़ सुनी जाए।
  • इस आयोजन के विपरीत, 2015 में पेरिस में संयुक्त राष्ट्र की COP-21 वार्ता के आयोजकों ने अनुमान लगाया कि इसने 43,000 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्पन्न किया, हालाँकि इसमें से अधिकतर को कार्बन-क्रेडिट योजनाओं के माध्यम से बाद में प्रतिसंतुलित किया गया था।

स्रोत : द हिंदू

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