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  • 06 Jul 2019 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भूगोल

    भूकंप के झटके क्या हैं और ये पारंपरिक भूकंप से कैसे अलग हैं? भूकंप के वितरण के बारे में लिखिये।

    उत्तर

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • ‘भूकंप के झटके’ पद का आशय स्पष्ट कीजिये।
    • भूकंप झटकों के बारे में बताइये।
    • इस परिघटना के संभावित कारणों को लिखिये।
    • पारंपरिक भूकंप का संक्षिप्त रूप से वर्णन कीजिये।
    • ये विवर्तनिक प्लेटो के संचलन से उत्पन्न भूकंप से कैसे अलग है।
    • भूकंप के वितरण को लिखिये।

    परिचय:

    भूकंप के झटके से तात्पर्य निम्न तीव्रता के भूकंपों की एक शृंखला से है जिसमें उच्च तीव्रता का मुख्य झटका नहीं होता है। इसमें स्थानीय स्तर पर लघु अथवा दीर्घ अवधि (एक दिन, सप्ताह या माह) तक आने वाले भूकंपीय झटके शामिल होते हैं।

    प्रमुख बिंदु:

    • भूकंपीय झटके, पारंपरिक झटकों से पृथक परिघटना होती है।
    • भूकंपीय ऊर्जा के पृथ्वी की आंतरिक संरचना में एकत्र होने और कम मात्रा में इसका उदगार निश्चित स्थानों पर होने के कारण निम्न तीव्रता के भूकंपीय झटके आते हैं। कभी-कभी इनके साथ ध्वनि भी उत्पन्न होती है।
    • भूकंपीय घटनाओं को दीर्घ भूकंप व इसके बाद आने वाले भूकंपीय झटकों के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।

    पारंपरिक भूकंप के कारण:

    • विवर्तनिक संचलन: विवर्तनिक बलों द्वारा आंतरिक चट्टानों पर बल (दाब अथवा खिंचाव) के आरोपण से चट्टानों का विखंडन होता है जिस कारण साम्य अवस्था में परिवर्तन होने की वज़ह से ऊर्जा उत्पन्न होती है जिसके परिणामस्वरूप भूपर्पटीय पर भूकंपीय घटना घटित होती है।
    • ज्वालामुखीय उदगार के कारण भूपर्पटी पर भूकंप की घटना।
    • जलाशय प्रेरित भूकंप गहरा खनन, परमाणु परीक्षण, भूजल दोहन के कारण आंतरिक ऊर्जा निष्पादित होने से पारंपरिक भूकंप आते हैं।

    अंतर

    पारंपरिक भूकंप में मुख्य झटके के बाद निम्न तीव्रता के झटके आते हैं जबकि भूकंपीय झटकों में निम्न तीव्रता के झटकों की शृंखला शामिल होती है।

    भूकंप का वितरण:

    • प्रशांत मेखला: यह प्रशांत महासागर के चारों ओर का क्षेत्र है। इसमें न्यूजीलैंड, जापान, अलास्का तथा उत्तरी व दक्षिणी अफ्रीका के पश्चिमी तट आदि क्षेत्र आते हैं।
    • सागरीय कटक: इसके अंतर्गत अटलांटिक कटक, आर्कटिक सागर, पश्चिमी हिंद महासागर आदि आते हैं।
    • अल्पाइन मेखला: यह मेखला बलित पर्वतों व गर्तों के साथ ही ज्वालामुखीय गतिविधियों से युक्त होती हैं। हिमालय क्षेत्र, आल्पस क्षेत्र, भूमध्य सागर के काकेकस श्रेणी से कैस्पियन सागर तक का भाग इस मेखला के अंर्तगत आते हैं।

    निष्कर्ष:

    • भूकंप के झटकों को सामान्यत: तरल पदार्थों का भूकंपीय क्षेत्र में प्रवेश का परिणाम माना जाता है। जिससे एक भूकंपीय प्रतिरूप उत्पन्न होता है जो पारंपरिक भूकंप के पश्चात आने वाले झटकों से भिन्न होते हैं।
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