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02 Jun 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 1
डाटा इंटरप्रिटेशन
दिवस- 4: निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 50 शब्दों में दीजिए।
(a) राजस्थान लघु उद्योग निगम लिमिटेड (RAJSICO) के मुख्य कार्य क्या हैं?
(b) उद्यम पूंजी को परिभाषित करते हुए इसकी विशेषताओं का उल्लेख कीजिये।
(c) शून्य-आधारित बजट (ZBB) क्या है? ZBB को अपनाने के तीन लाभ बताइये।
उत्तर
(a) राजस्थान लघु उद्योग निगम लिमिटेड (RAJSICO) के मुख्य कार्य क्या हैं?
हल करने का दृष्टिकोण:
- RAJSICO की स्थापना और इसका उद्देश्य बताते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिये।
- इसके प्रमुख कार्यों को बुलेट पॉइंट्स में समझाइये।
- उचित निष्कर्ष लिखिये।
परिचय: राजस्थान लघु उद्योग निगम लिमिटेड (RAJSICO) की स्थापना जून 1961 में राज्य में लघु उद्योगों को समर्थन देने के लिए की गई थी। इसकी औद्योगिक विकास और रोज़गार को बढ़ावा देने में प्रमुख भूमिका है। RAJSICO द्वारा छोटे व्यवसायों और कारीगरों को सुविधा प्रदान करने के लिए विभिन्न सेवाएँ प्रदान की जाती हैं।
मुख्य भाग:
- विपणन सहायता: कांटेदार तार, टेंट और अन्य उत्पादों के विपणन द्वारा लघु उद्योगों की सहायता करना।
- हस्तशिल्प को बढ़ावा देना: लगभग 450 कारीगरों के हस्तशिल्प उत्पादों की खरीद के साथ उन्हें जयपुर, उदयपुर, दिल्ली और कोलकाता में राजस्थानी दुकानों के माध्यम से बेचना।
- निर्यात अवसंरचना: निर्यात को सुविधाजनक बनाने के लिए जयपुर, जोधपुर और भीलवाड़ा में अंतर्देशीय कंटेनर डिपो (ICD) संचालित करना।
- रोज़गार सृजन: प्रतिवर्ष 10,000 से अधिक व्यक्तियों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोज़गार प्रदान करना।
निष्कर्ष: RAJSICO, छोटे उद्योगों और कारीगरों को समर्थन देने के क्रम में राजस्थान की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में भूमिका निभाता है। इसकी मार्केटिंग और निर्यात पहल से राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्षेत्रीय उत्पादों को बढ़ावा मिलता है। इसकी रोज़गार सृजन और औद्योगिक विकास में प्रमुख भूमिका है।
(b)उद्यम पूंजी को परिभाषित करते हुए इसकी विशेषताओं का उल्लेख कीजिये।
हल करने का दृष्टिकोण:
- शून्य-आधारित बजट की स्पष्ट परिभाषा के साथ उत्तर लेखन की शुरुआत कीजिये। इसके प्रमुख लाभों को बुलेट पॉइंट्स में सूचीबद्ध कीजिये। उचित निष्कर्ष दीजिये। उद्यम पूंजी का संक्षिप्त परिचय देते हुए इसे परिभाषित कीजिये। उद्यम पूंजीपतियों की प्रमुख विशेषताओं और भूमिकाओं की व्याख्या कीजिये। उचित निष्कर्ष दीखिये।
- उद्यम पूंजी का संक्षिप्त परिचय देते हुए इसे परिभाषित कीजिये।
- उद्यम पूंजीपतियों की प्रमुख विशेषताओं और भूमिकाओं की व्याख्या कीजिये।
- उचित निष्कर्ष दीखिये।
परिचय:
वेंचर कैपिटल (VC) उच्च विकास वाले स्टार्टअप और नए उद्यमों के लिये फंडिंग का प्रमुख स्रोत है। यह आरंभिक चरण की पूंजी प्रदान करके नवाचार और उद्यमशीलता का समर्थन करता है।
मुख्य भाग:
- परिभाषा: वेंचर कैपिटल उच्च-संभावित व्यवसायों में किया जाने वाला दीर्घकालिक निवेश है, जो आमतौर पर इक्विटी या परिवर्तनीय ऋण के बदले में किया जाता है।
- जोखिम और प्रतिफल: उद्यम पूंजीपति स्टार्टअप में अनिश्चितताओं के कारण उच्च जोखिम स्वीकार करते हैं, लेकिन सफल होने पर पर्याप्त प्रतिफल की उम्मीद करते हैं।
- सहायक भूमिका: वित्तपोषण के अलावा, वेंचर कैपिटल (VC) उद्यमों को बढ़ने में मदद करने के लिये प्रबंधकीय मार्गदर्शन, उद्योग कनेक्शन और रणनीतिक सलाह प्रदान करते हैं।
- निकास रणनीति: निवेशक आमतौर पर तब बाहर निकलते हैं जब व्यवसाय लाभदायक हो जाता है या सार्वजनिक पेशकश या अधिग्रहण के माध्यम से बाहर निकल जाता है।
निष्कर्ष: वेंचर कैपिटल महत्त्वपूर्ण संसाधन और विशेषज्ञता प्रदान करके नवोन्मेषी व्यवसायों के विकास को बढ़ावा देता है। यह उद्यमशीलता एवं तकनीकी उन्नति को बढ़ावा देने में एक आवश्यक भूमिका निभाता है। जोखिमों के बावजूद, यह संभावित उच्च लाभ प्रदान करता है।
(c) शून्य-आधारित बजट (ZBB) क्या है? ZBB को अपनाने के तीन लाभ बताइये।
हल करने का दृष्टिकोण:
- शून्य-आधारित बजट की स्पष्ट परिभाषा के साथ उत्तर लेखन की शुरुआत कीजिये।
- इसके प्रमुख लाभों को बुलेट पॉइंट्स में सूचीबद्ध कीजिये।
- उचित निष्कर्ष दीजिये।
परिचय: शून्य-आधारित बजट (ZBB) एक बजट विधि है जिसमें प्रत्येक नए बजट चक्र के लिये प्रत्येक व्यय को शून्य से उचित ठहराना आवश्यक होता है। पारंपरिक बजट के विपरीत, यह पिछले व्ययों पर विचार नहीं करता है।
मुख्य भाग:
- कुशल संसाधन आवंटन: यह सुनिश्चित करता है कि धन का आवंटन वर्तमान प्राथमिकताओं और आवश्यकताओं के आधार पर किया जाए, जिससे संसाधन दक्षता में वृद्धि हो।
- परियोजनाओं का प्राथमिकता निर्धारण: प्रबंधकों को परियोजनाओं का समालोचनात्मक मूल्यांकन करने और उन्हें प्राथमिकता देने में सहायता करता है तथा अधिकतम प्रभाव वाली परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करता है।
- अपव्यय में कमी: अनावश्यक व्यय, बजट मुद्रास्फीति और अप्रचलित गतिविधियों का अभिनिर्धारण करने और उन्हें समाप्त करने में मदद करता है।
निष्कर्ष: ZBB बजट नियोजन में वित्तीय अनुशासन और पारदर्शिता को बढ़ावा देता है। यह संगठनों को बदलती प्राथमिकताओं के साथ प्रभावी ढंग से अनुकूलन करने में सक्षम बनाता है। यह विधि अपव्यय को कम करती है और संसाधनों के उपयोग को अनुकूलित करती है।