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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 09 नवंबर, 2022

  • 09 Nov 2022
  • 5 min read

उत्तराखंड स्थापना दिवस

प्राकृतिक संपदा और नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण उत्तराखंड राज्य का गठन 9 नवंबर, 2000 को भारत के 27वें राज्य के रूप में किया गया था। देशवासियों की आस्था की प्रतीक पवित्र नदी गंगा का उद्गम स्थल तथा धार्मिक पर्यटन स्थलों, मंदिरों और नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण प्रकृति की गोद मे बसा वर्तमान उत्तराखंड राज्य पहले आगरा एवं अवध संयुक्त प्रांत का हिस्सा थायह प्रांत वर्ष 1902 में अस्तित्त्व में आया और वर्ष 2000 में उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिस्से को अलग करके उत्तराखंड बनाया गया। हिमालय की तलहटी में स्‍थित उत्तराखंड राज्‍य की अंतर्राष्‍ट्रीय सीमाएँ उत्तर में चीन (तिब्‍बत) और पूर्व में नेपाल से मिलती हैं। इसके उत्तर-पश्चिम में हिमाचल प्रदेश और दक्षिण में उत्तर प्रदेश है। यह प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध राज्य है। देहरादून यहाँ की राजधानी है। यहाँ मुख्य तौर पर हिंदी और अंग्रेज़ी भाषा का प्रयोग किया जाता है, जबकि गढ़वाली और कुमाऊँनी यहाँ की स्‍थानीय बोलियाँ हैं।

53वाँ भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 

53वाँ भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 20 से 28 नवंबर के बीच गोवा में आयोजित किया जाएगा। इसमें कुल 15 फिल्‍में गोल्डन पीकॉक अवार्ड के लिये स्पर्द्धा में होंगी जिनमें 12 अंतर्राष्ट्रीय और 3 भारतीय फिल्में शामिल हैं। ज्‍यूरी में इज़रायल के लेखक और फिल्म निर्देशक नदव लापिड, अमेरिका के फिल्‍म निर्माता जिन्को गोटोह, फ्राँसीसी फिल्म संपादक पास्कल चावांस, फ्राँसीसी वृत्तचित्र फिल्म निर्माता, फिल्म समीक्षक एवं पत्रकार जेवियर अंगुलो बार्टुरेन तथा भारत के निर्देशक सुदीप्तो सेन शामिल हैं। इस साल प्रतियोगिता वर्ग में जो फिल्‍में शामिल हैं, उनमें पोलैंड के फिल्म निर्माता क्रिज्सटॉफ ज़ानुसी की परफेक्ट नंबर, मैक्सिको के फिल्म निर्माता कार्लोस आइचेलमैन कैसर की फिल्म रेड शूज़, ईरानी ड्रामा नो एंड तथा हिंदी फिल्म कश्मीर फाइल्स हैं। भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) की शुरुआत वर्ष 1952 में की गई थी, पहली बार इस महोत्सव का आयोजन तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के संरक्षण में भारत सरकार के फिल्म डिवीज़न द्वारा किया गया था। गौरतलब है कि वर्ष 1975 से इस महोत्सव का आयोजन वार्षिक तौर पर किया जाता है और अब तक इसके कुल 52 संस्करण आयोजित किये जा चुके हैं।

राष्ट्रीय  विधिक सेवा दिवस

प्रत्येक वर्ष 9 नवंबर को राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस (National Legal Services Day-NLSD) मनाया जाता है। राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस (NLSD) की शुरुआत वर्ष 1995 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा समाज के गरीब एवं कमज़ोर वर्गों को सहायता व समर्थन प्रदान करने के लिये की गई थी। इस दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य सभी के लिये न्याय सुनिश्चित करने हेतु लोगों को कानून के बारे में  जागरूक करना, साथ ही समाज के गरीब एवं कमज़ोर वर्गों को मुफ्त कानूनी सहायता व सलाह प्रदान करना है। भारतीय विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 को भारतीय संसद द्वारा 9 नवंबर, 1995 को लागू किया गया था। इसलिये 9 नवंबर को ‘राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस’ के रूप में चिह्नित किया गया है। ‘NALSA’ का गठन समाज के कमज़ोर वर्गों को नि:शुल्क कानूनी सेवाएँ प्रदान करने और विवादों के सौहार्दपूर्ण समाधान के उद्देश्य से किया गया है। भारत का मुख्य न्यायाधीश ‘NALSA’ का मुख्य संरक्षक होता है और भारत के सर्वोच्च न्यायालय का द्वितीय वरिष्ठ न्यायाधीश प्राधिकरण का कार्यकारी अध्यक्ष होता है। 

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