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होमो नलेदी द्वारा दफनाने और रॉक कला के दावे

  • 08 Jun 2023
  • 5 min read

हाल ही में एक अध्ययन प्रकाशित हुआ है, जिसमें बताया गया है कि एक प्राचीन मानव प्रजाति होमो नलेदी ने अपने मृतकों को दफन किया होगा और एक गुफा में सार्थक प्रतीक बनाए होंगे।

  • हालाँकि इन दावों ने वैज्ञानिक समुदाय के बीच विवाद खड़ा कर दिया है।

 होमो नलेदी: 

  • होमो नलेदी वर्ष 2013 में दक्षिण अफ्रीका में यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल, राइज़िंग स्टार गुफा प्रणाली में खोजी गई मानव की एक प्रजाति है।  
    • यहाँ वयस्कों, किशोरों और शिशुओं सहित कम-से-कम 15 व्यक्तियों के अवशेष पाए गए, जो इसे अफ्रीका में एकल होमिनिन प्रजातियों का सबसे बड़ा संग्रह बनाते हैं।
  • होमो नलेदी आदिम और आधुनिक विशेषताओं के संयोजन को प्रदर्शित करती है और यह आधुनिक मनुष्यों का प्रत्यक्ष पूर्वज नहीं है।
    • ऐसा माना जाता है कि वे 335,000 से 241,000 वर्ष पूर्व (शायद 20 मिलियन वर्ष पहले तक) दक्षिणी अफ्रीका में अस्तित्व में थे और आकार अथवा कद काठी में छोटे थे तथा उनका मस्तिष्क भी छोटा था। 

प्रमुख बिंदु 

  • दफन संबंधी दावे: 
    • होमो नलेदी ने मृतकों को सावधानीपूर्वक दफनाया, यह परिष्कृत अंत्येष्टि प्रथा के बारे में पूर्वकल्पित मान्यताओं को चुनौती देता है।
      • मृतक को दफनाने की प्रथा मनुष्य को अन्य पशुओं और प्राइमेट्स से अलग करती है। यह सामाजिक व्यवहार और मृत्यु की एक परिष्कृत समझ की विशेषता है। 
    • होमो नलेदी के अस्तित्व के 100,000 से अधिक वर्षों बाद, निएंडरथल और समकालीन मनुष्यों में इस प्रकार की प्रथा के शुरुआती प्रमाण पाए गए थे।
  • शैल कला संबंधी दावे: 
    • होमो नलेदी ने संभवतः राइज़िंग स्टार गुफाओं में शैल कलाकृतियों की रचना की होगी। वैसे यह मामला काफी पेचीदा है क्योंकि शैल कला का संबंध पारंपरिक रूप से होमो सेपियन्स और अन्य बड़े आकर के मस्तिष्क वाले वाले पूर्वजों से रहा है।
    • यह रिपोर्ट गहराई से प्रभावित क्रॉस-हैचिंग और ज्यामितीय आकृतियों जैसे वर्ग, त्रिकोण, क्रॉस एवं एक्स के रूप में उत्कीर्णन का वर्णन करती है। 
    • इसके अतिरिक्त होमो नलेदी के शरीर के पास पाई गई वस्तु से पता चलता है कि यह पत्थर का औजार हो सकता है।
  • आग का प्रयोग: 
    • होमो नलेदी ने गुफा में मुर्दाघर और उत्कीर्णन गतिविधियों के दौरान रोशनी हेतु रणनीतिक रूप से आग का इस्तेमाल किया।

संबंधित विवाद: 

  • होमो नलेदी द्वारा जान-बूझकर खोदे गए गड्ढों या कंकाल अवशेषों के संरचनात्मक संरेखण का कोई ठोस सबूत नहीं है।
  • कुछ कंकाल के टुकड़ों का भौगोलिक संबंध उद्देश्यपूर्ण दफन साबित नहीं होता है। वास्तव में उथली दरारों में गड्ढे खोदे नहीं जा सकते हैं, लेकिन प्राकृतिक खोह जहाँ शरीर जमा हो गए और बाद में आंशिक गुफा ढहने से भर गए।
  • हालाँकि उत्कीर्णन के लिये कालक्रम की अनुपस्थिति होमो नलेदी हेतु उनके आरोपण के बारे में संदेह उत्पन्न करती है। संबंधित अवशेषों, प्राकृतिक निक्षेपों, या पुरातात्त्विक स्तर से प्राप्त निश्चित तिथियों के बिना होमो नलेदी को उत्कीर्णन का श्रेय देना संदेहपूर्ण।

अध्ययन का महत्त्व: 

  • जबकि राइज़िंग स्टार गुफा की खोजों में प्राप्त साक्ष्य प्रारंभिक मनुष्यों के विषय में हमारी समझ को पुनः आकार देने की क्षमता रखते हैं तथा इन साक्ष्यों की गहन जाँच करना महत्त्वपूर्ण है। 
  • जबरन दफनाने, शेल चित्रकला और आग के उपयोग के लिये प्रस्तुत साक्ष्य वैज्ञानिक समुदाय के मानकों को पूरा नहीं करते हैं। इन दावों को मान्यता देने तथा वैज्ञानिकों के बीच व्यापक स्वीकृति बनाने के लिये कथित कब्रों की खुदाई, उत्कीर्णन की डेटिंग और आग के उपयोग पर गहन शोध आवश्यक है।

स्रोत: डाउन टू अर्थ

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