इंदौर शाखा: IAS और MPPSC फाउंडेशन बैच-शुरुआत क्रमशः 6 मई और 13 मई   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


भारतीय अर्थव्यवस्था

भीम-UPI के माध्यम से डिजिटल लेन-देन में वृद्धि

  • 03 Nov 2020
  • 6 min read

प्रिलिम्स के लिये

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान प्रणाली

मेन्स के लिये:

भारत में डिजिटल लेन-देन का बढ़ता दायरा 

चर्चा में क्यों?

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान प्रणाली (National Payment Corporation of India- NPCI) द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार, भीम-UPI के माध्यम से किया गया लेन-देन अक्तूबर महीने में 2 बिलियन के आँकड़े को पार कर गया जो कुल 3.8 ट्रिलियन रुपए का था जो कि सितंबर 2020 में 3.2 ट्रिलियन रुपए का था।

प्रमुख बिंदु: 

  • अक्तूबर 2020 तक 189 बैंक NPCI द्वारा विकसित UPI प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे थे, जबकि अक्तूबर 2019 में 141  बैंक NPCI द्वारा विकसित UPI प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे थे।
  • पिछले आठ महीनों में UPI प्लेटफॉर्म में तीव्र वृद्धि हुई है क्योंकि नकदी के सीमित उपयोग ने उपयोगकर्त्ताओं और व्यवसायों को तेज़ी से ऑनलाइन भुगतान की ओर स्थानांतरित होने के लिये बाध्य किया है।
  • मई 2020 में पूर्ण लॉकडाउन के दौरान UPI के माध्यम से किये गए लेन-देन की संख्या 1234.5 मिलियन थी, जबकि जून 2020 और जुलाई 2020 में जब लॉकडाउन में थोड़ी छूट दी गई तब लेन-देन की संख्या क्रमशः 1336.9 मिलियन और 1497.3 मिलियन थी। 

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान प्रणाली

(National Payment Corporation of India- NPCI):

  • भारतीय राष्ट्रीय भुगतान प्रणाली (NPCI) देश में खुदरा भुगतान और निपटान प्रणाली के संचालन के लिये एक समग्र संगठन है।
  • इसे भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और भारतीय बैंक संघ (IBA) द्वारा भारत में भुगतान एवं निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 (The Payment and Settlement Systems Act, 2007) के प्रावधानों के तहत एक मज़बूत भुगतान और निपटान अवसंरचना के विकास हेतु स्थापित किया गया है।
  • इसे कंपनी अधिनियम, 1956 की धारा 25 के प्रावधानों के तहत ‘गैर-लाभकारी संगठन’ के रूप में शामिल किया गया है।
  • NPCI की कुछ प्रमुख पहलें निम्नलिखित हैं:
  • एकीकृत भुगतान प्रणाली (United Payments Interface-UPI): यह एक ऐसी प्रणाली है जिसके अंतर्गत एक मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से कई बैंक खातों का संचालन, विभिन्न बैंकों की विशेषताओं का समायोजन, निधियों का निर्बाध आवागमन एवं व्यापारिक भुगतान किया जा सकता है।
    • भीम एप (BHIM App): इसके ज़रिये लोग डिजिटल तरीके से पैसे भेज सकते हैं और प्राप्त कर सकते हैं। यह UPI आधारित भुगतान प्रणाली पर कार्य करता है।
      • अन्य मोबाइल एप से इतर ‘भीम’ एप में भुगतान करने वाले व्यक्ति के मित्र, रिश्तेदार या किसी व्यापारी- जिसे भुगतान किया जाना है, को भुगतान प्राप्त करने के लिये भीम एप्लीकेशन पर होना अनिवार्य नहीं है। इसके माध्यम से भुगतान प्राप्त करने के लिये उन्हें सिर्फ एक बैंक खाते की ज़रूरत होगी। साथ ही आवश्यकता होने पर यह एप बिना इंटरनेट के भी काम करने में सक्षम है। 
  • भीम एप (BHIM App) की विशेषता:
  • तत्काल भुगतान सेवा (Immediate Payment Service-IMPS): IMPS का इस्तेमाल 24*7 किया जा सकता है। यह सेवा ग्राहकों को बैंकों और RBI द्वारा अधिकृत प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट (PPI) जारीकर्त्ताओं के माध्यम से तुरंत पैसा ट्रांसफर करने की सुविधा देती है।
  • भारत बिल भुगतान प्रणाली (Bharat Bill Payment System-BBPS): BBPS भारतीय रिज़र्व बैंक की एक अवधारणात्मक प्रणाली है, जिसका संचालन NPCI द्वारा किया जाता है। यह प्रणाली सभी प्रकार के बिलों के लिये एक अंतिम भुगतान प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करती है। इस प्रकार यह देश भर के ग्राहकों को भुगतान अंतरण, विश्वसनीयता और सुरक्षा के साथ-साथ एक बेहतर एवं सुलभ बिल भुगतान सेवा उपलब्ध कराती है।
  • चेक ट्रंकेशन सिस्टम (Cheque Truncation System-CTS): CTS या ऑनलाइन इमेज-आधारित चेक क्लियरिंग सिस्टम, चेकों के तेज़ी से क्लियरिंग के लिये भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा शुरू किया गया एक चेक क्लियरिंग सिस्टम है। यह चेक के प्रत्यक्ष संचालन से संबद्ध लागत को समाप्त करता है।
  • नेशनल फाइनेंशियल स्विच (National Financial Switch-NFS)- NFS बैंकों के ATMs के इंटर-कनेक्टेड नेटवर्क द्वारा नागरिकों को किसी भी बैंक के ATM के माध्यम से लेन-देन की सुविधा उपलब्ध कराता है।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस  

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow