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भारत का मैप: मई 2023

मैप आधारित प्रश्न
  • 1. उस स्थान को चिह्नित कीजिये जहाँ हर छत को एक सौर ऊर्जा उत्पादक स्टेशन में बदलने के उद्देश्य से एक अभूतपूर्व परियोजना शुरू की गई है?

    उत्तर : तिरुवनंतपुरम (केरल)। केरल सरकार ने तिरुवनंतपुरम में हर छत को सौर ऊर्जा उत्पादक स्टेशन में बदलने के लिये एक महत्त्वाकांक्षी परियोजना शुरू की है। इस परियोजना के माध्यम से, केरल राज्य की राजधानी के देश के सबसे बड़े 'सौर शहरों' में से एक बनने की उम्मीद है। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा अनुसंधान एवं प्रौद्योगिकी (ENERT) के लिये केरल सरकार द्वारा संचालित एजेंसी ने तीन दिवसीय एक्सपो खोला, जहाँ जनता प्रधानमंत्री द्वारा स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शुरू की गई केंद्र सरकार की योजना को लागू करने के लिये विभिन्न सौर ऊर्जा प्रणालियों को देख, सीख और खरीद सकती है।

  • 2. उस स्थान को चिह्नित कीजिये जहाँ डिजिटल कुंभ संग्रहालय प्रस्तावित किया गया है?

    उत्तर : प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)। उत्तरप्रदेश पर्यटन विभाग ने प्रयागराज में 'डिजिटल कुंभ संग्रहालय' बनाने की सिफारिश की है। यह संग्रहालय आगंतुकों को एक आधुनिक और संवादात्मक अनुभव प्रदान करना चाहता है जो विश्व प्रसिद्ध कुंभ मेले के पौराणिक तथा ऐतिहासिक महत्त्व को उजागर करता है।

  • 3. उस स्थान को चिह्नित कीजिये जहाँ भारतीय प्राणी सर्वेक्षण द्वारा ईल की एक पूर्व अज्ञात प्रजाति, जिसे पिसोडोनोफिस कलिंगा नाम दिया गया है, की पहचान की गई है।

    उत्तर : ओडिशा का गंजम ज़िला। भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (ZSI) के वैज्ञानिकों ने ओडिशा के गंजम ज़िले के पलूर नहर में ईल की एक नई प्रजाति की पहचान की है। प्राचीन ओडिशा के नाम पर इसे पिसोडोनोफिस कलिंगा नाम दिया गया, यह ईल परिवार ओफिचथिडे और ऑर्डर एंगुइलिफोर्मेस से संबंधित है। यह दिखने में सांप जैसा है और इसकी लंबाई 560 मिलीमीटर से 7 मीटर तक हो सकती है। यह खोज एशिया के सबसे बड़े खारे पानी के लैगून चिल्का लैगून और आसपास के पलूर नहर में की गई। सितंबर से नवंबर तक मानसून के मौसम के दौरान इस क्षेत्र में नई प्रजाति, पिसोडोनोफिस कलिंग प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। डीएनए विश्लेषण ने पहले ग्रहण किये गए पिसोडोनोफिस बोरो (चावल-धान ईल) से इसके भिन्न होने की पुष्टि की। इस खोज से भारतीय जल में पिसोडोनोफिस प्रजातियों की कुल संख्या बढ़कर तीन हो गई है।

  • 4. उस स्थान को चिह्नित कीजिये जहाँ अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो 2023 आयोजित हुआ?

    उत्तर : नई दिल्ली। हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री ने 47वें अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस (IMD) को मनाने के लिये नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो-2023 का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने विश्व के सबसे बड़े संग्रहालय ‘युग-युगीन भारत’ योजना का भी अनावरण किया जो भारत के 5,000 वर्षों के इतिहास को प्रदर्शित करेगी। संग्रहालयों के विषय में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिये प्रतिवर्ष 18 मई को IMD दिवस मनाया जाता है। वर्ष 2023 की थीम है: 'संग्रहालय, स्थिरता और कल्याण'। प्रधानमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो के शुभंकर, ग्राफिक उपन्यास - संग्रहालय में एक दिन, भारतीय संग्रहालयों की निर्देशिका, कर्तव्य पथ के पॉकेट मानचित्र और संग्रहालय कार्ड का अनावरण किया। अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो का शुभंकर चेन्नापटनम कला शैली में लकड़ी से बनी डांसिंग गर्ल का समकालीन संस्करण है। प्रधानमंत्री ने इतिहास को संरक्षित करने, स्थिरता को बढ़ावा देने और कल्याण की भावना को बढ़ावा देने में संग्रहालयों के महत्त्व पर भी प्रकाश डाला।

  • 5. उस स्थान को चिह्नित कीजिये जहाँ मतुआ महा मेला आयोजित किया जाता है?

    उत्तर : पश्चिम बंगाल। मतुआ संप्रदाय के संस्थापक श्री श्री हरिचंद ठाकुर की 212वीं जयंती मनाने के लिये पश्चिम बंगाल में मतुआ मेला आयोजित किया जा रहा है। हरिचंद ठाकुर का जन्म ठाकुर समुदाय (अनुसूचित जाति समुदाय) के किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने वैष्णव हिंदू धर्म के एक संप्रदाय की स्थापना की जिसे 'मतुआ' कहा जाता है। यह नामशूद्र समुदाय के सदस्यों द्वारा अपनाया गया था, जिन्हें चांडाल के रूप में भी जाना जाता है और अछूत माना जाता है। मूल रूप से विभाजन के दौरान पूर्वी पाकिस्तान से और बांग्लादेश के निर्माण के बाद मतुआ लोग भारत आ गए। हालाँकि एक बड़ी संख्या को अभी तक भारतीय नागरिकता प्राप्त नहीं हुई है। मतुआ महासंघ एक धार्मिक सुधार आंदोलन है, जिसकी शुरुआत 1860 ई. के आसपास आधुनिक बांग्लादेश में उत्पीड़ितों के उत्थान के लिये हुई थी।

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