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  • 24 Nov 2020 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न

    सामाजिक प्रभाव और अनुनयन/धारणा के मध्य संबंध को स्पष्ट कीजिये। उपयुक्त उदाहरणों के साथ चर्चा करें कि ये समाज में व्याप्त सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने में किस प्रकार सहायक हैं? (150 शब्द)

    उत्तर

    दृष्टिकोण:

    • सामाजिक प्रभाव और अनुनयन को संक्षिप्त में बताते हुए परिचय दीजिये।
    • सामाजिक प्रभाव और अनुनयन किस प्रकार सामाजिक व्यवहार में परिवर्तन ला सकता है चर्चा कीजिये।
    • सामाजिक प्रभाव और अनुनयन के मध्य अंतर को स्पष्ट कीजिये।
    • नागरिक सेवाओं में सामाजिक प्रभाव और अनुनयन की उपयोगिता पर चर्चा कीजिये।
    • उचित निष्कर्ष दीजिये।

    परिचय: 

    • सामाजिक प्रभाव एक विशेषता है जो समाज में किसी अन्य व्यक्ति के साथ बातचीत के परिणामस्वरूप किसी व्यक्ति के व्यवहार, विचारों, भावनाओं और दृष्टिकोण में परिवर्तन ला सकती है।
    • अनुनयन को उस संचार गतिविधि के रूप में परिभाषित किया जाता है जो किसी की मध्यस्थता द्वारा संचालित की जाती है। यह किसी व्यक्ति के दृष्टिकोण, विश्वास या व्यवहार को परिवर्तित या मज़बूत करने की प्रक्रिया है।
    • यह जान-बूझकर या अनजाने में हो सकता है, जिसमें परिवर्तित व्यक्ति स्वयं को प्रभावित व्यक्ति के रूप में मानता है। यह अनुरूपता, शक्ति और अधिकार से अलग है। ये संचार के मूलभूत कार्य हैं।

    प्रारूप: 

    व्यवहार परिवर्तन का सामाजिक प्रभाव और अनुनयन के संदर्भ में प्रयोग:

    • व्यक्तियों के दृष्टिकोण में परिवर्तन: सामाजिक प्रभाव एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा व्यक्ति दूसरों के साथ संचार के परिणामस्वरूप अपने दृष्टिकोण और व्यवहार में वास्तविक परिवर्तन करता हैं, जिसे समान, वांछनीय या विशेषज्ञ माना जाता है।
    • विचारों में समायोजन: लोग अपने विचारों को दूसरों के विचारों के साथ समायोजित करते हैं, जिन्हें वे मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों जैसे-संतुलन इत्यादि के अनुसार समान रूप से महसूस करते हैं।

    सामाजिक प्रभाव और अनुनयन के मध्य संबंध :

    • सामाजिक प्रभाव और अनुनयन, जाति व्यवस्था, पितृसत्ता, जलवायु परिवर्तन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैसी सामाजिक बुराइयों को सुलझाने के संदर्भ में व्यावहारिक परिवर्तन लाने वाली कुंजी है।
    • किसी भी वांछित व्यवहार को अपनाने के लिये लोगों को सहमत करने हेतु मशहूर हस्तियों और अभियानों के सामाजिक प्रभाव का उपयोग करना काफी प्रभावी रहा है।
      • उदाहरण के लिये संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जलवायु परिवर्तन और लैंगिक समानता के अभियानों को बढ़ावा देने के लिये लोकप्रिय हॉलीवुड अभिनेताओं की मदद ली गई है।

    सिविल सेवा में अनुनयन और सामाजिक प्रभाव की उपयोगिता:

    • सरकारी योजनाओं को निष्पादित करना: कभी-कभी दवाब में अनुनयन और सामाजिक प्रभाव द्वारा बेहतर कार्य निष्पादन किया जाता है। ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ जैसी विभिन्न सामाजिक योजनाओं के लिये मशहूर हस्तियों को राजदूत बनाना अनुनयन और सामाजिक प्रभाव की ही अभिव्यक्ति है। स्वच्छ भारत अभियान जैसी पहल की सफलता, स्वच्छता अभियान और उज्ज्वला योजना अभियानों को अनुनयन द्वारा संचालित किया गया है।
    • नैतिक अनुबंधन: अनुनयन लोगों के सामाजिक दृष्टिकोण में बदलाव ला सकता है। उदाहरण के लिये स्टेशन को साफ रखने के लिये नियमित घोषणाएंँ लोगों को अपना व्यवहार बदलने के लिये राजी करती हैं। ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजना’ को बढ़ावा देने में ‘सेल्फी अभियान’ एक बड़ी सफलता थी।
    • अच्छे व्यवहार को प्रोत्साहन देना: उदाहरण के लिये आय घोषणा योजनाओं के तहत कुछ जुर्माने के साथ काले धन की घोषणा करने वाले लोगों को कुछ रियायत दी गई थी जिसमें लोगों को दंडित करने से संबंधित किसी भी प्रकार की कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई थी।
    • नियमों का पालन: यह लोगों को उन नियमों का पालन करने में सहायक है जो उनके लिये असुविधाजनक हैं, जैसे-ज़िला कलेक्टरों द्वार सुबह लोगों के घरों में जाकर कूड़े के निपटारन से पहले उसे प्रथक करने हेतु लोगों को राज़ी करना।

    निष्कर्ष: 

    इस प्रकार सामाजिक व्यवहार और अनुनयन, बालिका शिक्षा, महिलाओं के अंतर-जातीय विवाह और मंदिर प्रवेश जैसे मुद्दों से निपटने के संदर्भ में एक प्रभावी गुण हैं। ये विधियांँ लोकतांत्रिक हैं जो समन्वय पर ज़ोर देने के लिये गांधीवादी आदर्शों के साथ तालमेल रखती हैं। ये सिविल सेवाओं में सभी हितधारकों की गरिमा और सम्मान को बनाए रखते हुए व्यवहार परिवर्तन में सार्थक सिद्ध हो सकती हैं।

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