राजस्थान में ई-स्वास्थ्य संवाद पहल | राजस्थान | 30 Dec 2025
चर्चा में क्यों?
राजस्थान सरकार ने 'ई-स्वास्थ्य संवाद' नामक एक डिजिटल स्वास्थ्य संचार पहल शुरू की।
मुख्य बिंदु
- उद्देश्य: राज्य की चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में शासन, पारदर्शिता तथा समन्वय को सुदृढ़ करना।
- नेतृत्व: यह पहल मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार आरंभ की गई।
- संचालन विधि: संवाद सत्र सप्ताह में दो बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित किये जाएंगे।
- सत्र दो चरणों में आयोजित होंगे- पहला वरिष्ठ अधिकारियों और विभाग प्रमुखों के साथ तथा दूसरा विस्तृत हितधारकों एवं जनता के साथ।
- जवाबदेही: अधिकारियों को 72 घंटों के भीतर किये गए कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।
IIT पटना में सुपर कंप्यूटर 'परम रुद्र' का शुभारंभ | बिहार | 30 Dec 2025
चर्चा में क्यों?
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), पटना में बिहार के प्रथम सुपर कंप्यूटर ‘परम रुद्र’ का औपचारिक उद्घाटन किया गया।
मुख्य बिंदु
- मिशन: परम रुद्र को राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (NSM) के अंतर्गत विकसित किया गया।
- उद्देश्य: इसका प्रमुख उद्देश्य उच्च-प्रदर्शन कंप्यूटिंग (HPC) अवसंरचना का विस्तार करना और उन्नत अनुसंधान गतिविधियों को समर्थन प्रदान करना है।
- अनुप्रयोग एवं क्षेत्र: यह सुपर कंप्यूटर जटिल गणनाओं के लिये सक्षम है, जिनमें कम्प्यूटेशनल एस्ट्रोबायोलॉजी, मटेरियल डिज़ाइन, मॉलिक्यूलर इलेक्ट्रॉनिक्स, फ्लूइड मैकेनिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), डेटा साइंस और क्वांटम कंप्यूटिंग शामिल हैं।
- स्वदेशी प्रणाली: परम रूद्र स्वदेशी रूप से विकसित सर्वर और सॉफ्टवेयर का उपयोग करता है, जिससे उच्च-प्रदर्शन कंप्यूटिंग प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलता है।
उज्जैन में विश्व स्तरीय हॉकी एस्ट्रो टर्फ | मध्य प्रदेश | 30 Dec 2025
चर्चा में क्यों?
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उज्जैन में विश्व स्तरीय हॉकी एस्ट्रो टर्फ सुविधा विकसित करने की योजना की घोषणा की।
मुख्य बिंदु
- परियोजना स्थल: उज्जैन के नानखेड़ा स्टेडियम में विश्व स्तरीय हॉकी एस्ट्रो टर्फ का निर्माण किया जाएगा।
- एस्ट्रो टर्फ: यह कृत्रिम घास की सतह आधुनिक हॉकी के लिये प्रयोग की जाती है, जो समान खेल परिस्थितियों और बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित करती है।
- उद्घाटन एवं निधि आवंटन: कार्यक्रम के दौरान लगभग 129 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया।
- युवा एवं डिजिटल पहल: मुख्यमंत्री ने छात्रों के लिये ‘प्रोजेक्ट स्वाध्याय (सभी के लिये कोडिंग)’ शुरू किया और उद्योगों को उद्यमिता एवं रोज़गार अवसरों से जोड़ने के लिये ‘उत्कर्षउज्जैन.कॉम’ डिजिटल प्लेटफॉर्म का अनावरण किया।
- सिंहस्थ 2028: उज्जैन में प्रत्येक 12 वर्ष में आयोजित होने वाले प्रमुख धार्मिक आयोजन, सिंहस्थ 2028 की तैयारियाँ चल रही हैं।
पार्वती-अरगा पक्षी अभयारण्य इको-सेंसिटिव ज़ोन घोषित | उत्तर प्रदेश | 30 Dec 2025
चर्चा में क्यों?
भारत सरकार ने जैव विविधता की रक्षा और उत्तरदायी पर्यावरण पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिये उत्तर प्रदेश में स्थित पार्वती-अरगा पक्षी अभयारण्य को इको-सेंसिटिव ज़ोन (ESZ) घोषित किया है।
मुख्य बिंदु
- अवस्थित: पार्वती-अरगा पक्षी अभयारण्य उत्तर प्रदेश के गोंडा ज़िले में स्थित है।
- प्राधिकरण: यह घोषणा पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री द्वारा की गई।
- उद्देश्य : इस निर्णय का उद्देश्य जैव विविधता को सशक्त बनाना, प्रवासी और स्थानीय पक्षियों के आवासों का संरक्षण करना तथा अभयारण्य को उत्तरदायी पारिस्थितिकी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना है।
- क्षेत्रफल एवं आवास: यह अभयारण्य लगभग 1,084 हेक्टेयर में विस्तृत है और सर्दियों के मौसम में मध्य एशिया तथा तिब्बत से आने वाले प्रवासी पक्षियों को आकर्षित करता है।
- वैधानिक आधार: पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 के तहत घोषित।
- इको-सेंसिटिव ज़ोन (ESZ): यह अभयारण्यों और राष्ट्रीय उद्यानों जैसे संरक्षित क्षेत्रों के आसपास का बफर क्षेत्र है, जहाँ पर्यावरण तथा जैव विविधता के संरक्ष्ण के लिये विकासात्मक गतिविधियों को नियंत्रित किया जाता है।