प्रिलिम्स फैक्ट: 27 अप्रैल, 2021

नौसैनिक अभ्यास 'वरुण-2021'

Exercise VARUNA 2021

भारत और फ्राँस की नौसेनाओं के द्विपक्षीय अभ्यास 'वरुण-2021' (VARUNA-2021) का 19वाँ संस्करण अरब सागर (Arabian Sea) में आयोजित किया जा रहा है।

  • इस वर्ष की शुरुआत में भारतीय नौसेना ने पहली बार अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान की नौसेनाओं के साथ फ्राँस के नेतृत्व वाले नौसैनिक अभ्यास "ला पेरॉस" (La Pérouse) में भाग लिया।

France

प्रमुख बिंदु

वरुण के विषय में:

  • पृष्ठभूमि: 
    • भारतीय और फ्रांसीसी नौसेनाएँ वर्ष 1993 से द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास कर रही हैं। इन अभ्यासों को वर्ष 2001 से 'वरुण' कहा जाता है।
    • ये अभ्यास भागीदार नौसेनाओं के बीच के साझा मूल्यों को आगे बढ़ाते हैं और खुले तथा स्वतंत्र सामुद्रिक परिवेश को सुनिश्चित करते हैं।
  • वर्ष 2021 का अभ्यास: 
    • इस अभ्यास में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) पहली बार भाग ले रहा है।
    • यह अभ्यास फाँसीसी कैरियर स्ट्राइक ग्रुप ‘CLEMENCEAU 21’ की तैनाती का हिस्सा है, जो कि फ्राँसीसी नौसेना पूर्वी भूमध्य सागर और हिंद महासागर (अरब सागर) में आयोजित कर रही है।
      • इसका लक्ष्य सहयोगी देशों के साथ सामरिक क्षेत्रों में स्थिरीकरण को सुनिश्चित करना है, विशेष रूप से हिंद महासागर में भारत की नौसेनाओं के साथ सहयोग को मज़बूत करना है।
      • कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (Carrier Strike Group) भी एंटी-आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) अभियान में हिस्सा ले रहा है।
    • इस अभ्यास के दौरान समुद्र में उच्च स्तरीय नौसैनिक अभियान होंगे, जिनमें उन्नत एयर डिफेंस और एंटी-सबमरीन अभ्यास, सामरिक युद्धाभ्यास, सरफेस एंड एंटी एयर वेपन फायरिंग आदि शामिल हैं।

भारत-फ्राँस के बीच होने वाले अन्य संयुक्त अभ्यास:

भारत का प्रमुख द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास