साहित्य में नोबेल पुरस्कार 2025 | 10 Oct 2025
चर्चा में क्यों?
वर्ष 2025 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार हंगरी के लेखक लास्ज़लो क्रास्ज़नाहोरकाई को उनकी प्रभावशाली और दूरदर्शी कृतियों के लिये प्रदान किया गया है।
लास्ज़लो क्रास्ज़नाहोरकाई कौन हैं?
- परिचय: लास्ज़लो क्रास्ज़नाहोरकाई एक हंगेरियन उपन्यासकार और पटकथा लेखक हैं। वे कठिन और जटिल शैली में रचित उपन्यासों के लिये जाने जाते हैं जिन्हें सामान्यतया उत्तर-आधुनिक, डायस्टोपियन एवं विषादी (Melancholic) उपन्यासों के रूप में वर्णित किया जाता है।
- प्रसिद्ध रचनाएँ: सैटान्टैंगो, द मेलन्कॉली ऑफ रेजिस्टेंस, वॉर एंड वॉर, सेइबो देयर बिलो, द लास्ट वुल्फ और द वर्ल्ड गोज़ ऑन।
- प्रमुख उपलब्धियाँ और पुरस्कार: इन्हें वर्ष 2015 के मैन बुकर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था और वर्ष 2018 के मैन बुकर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार की लघुसूचीयन में इनकी रचना द वर्ल्ड गोज़ ऑन शामिल थी।
- साहित्यिक सम्मान: लास्ज़लो क्रास्ज़नाहोरकाई की उनके जटिल गद्य, एक-वाक्य वाले अनुच्छेदों और रचनाओं में दार्शनिक गहनता के लिये प्रशंसा की जाती है। 
- उनकी रचनाएँ सर्वनाशकारी दर्शन, मानवीय भ्रम, नैतिक पतन और निराशा एवं सौंदर्य के अंतर्संबंध का अन्वेषण करती हैं।
- वर्ष 2015 के मैन बुकर द्वारा वर्णित द मेलैंकोली ऑफ रेजिस्टेंस को "पश्चिमी सभ्यता का व्यंग्यात्मक और भविष्यसूचक दृष्टिकोण" कहा गया है।
 
नोट: भारत के प्रसिद्ध उपन्यासकार अमिताव घोष वर्ष 2025 के साहित्य के नोबेल पुरस्कार के दावेदारों में शामिल थे।
- वर्ष 1956 में कोलकाता में जन्मे अमिताव घोष भारत के सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार के विजेता हैं और देश के अग्रणी समकालीन लेखकों में से एक हैं।
क्या आप जानते हैं?
- रवींद्रनाथ टैगोर को उनकी अत्यंत संवेदनशील, नवीन और सुंदर कविता के लिये वर्ष 1913 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया गया, जिसे उन्होंने अपने अंग्रेज़ी भाषा में व्यक्त किया एवं पश्चिमी साहित्य का हिस्सा बनाया। 
- रवींद्रनाथ टैगोर के उल्लेखनीय साहित्यिक योगदान हैं मानसी, गीतांजलि, साधना: जीवन का बोध और चित्रा: एक नाटक।
 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ):
1. साहित्य में वर्ष 2025 का नोबेल पुरस्कार किसे प्राप्त हुआ? 
हंगरी के लेखक लास्ज़लो क्रास्ज़नाहोरकाई को वर्ष 2025 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार उनकी दूरदर्शी रचनाओं के लिये प्रदान किया गया है, जिनमें अराजकता और कला की शक्ति का अन्वेषण किया गया है। 
2. लास्ज़लो क्रास्ज़नाहोरकाई के कुछ उल्लेखनीय कार्य क्या हैं? 
उनकी प्रसिद्ध कृतियों में सैटेनटैंगो, द मेलांंकली ऑफ रेसिस्टेंस, वॉर एंड वॉर, सेइबो देयर बिलो, द लास्ट वुल्फ और द वर्ल्ड गोज ऑन शामिल हैं। 
3. साहित्य में भारतीय नोबेल पुरस्कार विजेता कौन हैं? 
रवींद्रनाथ टैगोर को वर्ष 1913 में गीतांजलि, मानसी, साधना और चित्रा जैसी कृतियों के लिये साहित्य का नोबेल पुरस्कार मिला, जिनमें गहन संवेदनशीलता तथा साहित्यिक नवीनता की अभिव्यक्ति होती है।
 
          