ड्रोन सिटी और स्पेस सिटी परियोजना | 15 Nov 2025
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने 30वें भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) साझेदारी शिखर सम्मेलन के दौरान आंध्र प्रदेश में देश के पहले ड्रोन सिटी और एक नए स्पेस सिटी की आधारशिला रखी।
- इन परियोजनाओं का उद्देश्य महत्त्वपूर्ण निवेश आकर्षित करना, उच्च-कुशल नौकरियाँ पैदा करना और आंध्र प्रदेश को एयरोस्पेस, ड्रोन और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के लिये राष्ट्रीय केंद्र के रूप में स्थापित करना है।
- ड्रोन सिटी: कुरनूल के निकट ओर्वाकल औद्योगिक नोड में 300 एकड़ में ड्रोन सिटी का निर्माण किया जाएगा, जो पूरी तरह से ड्रोन निर्माण, परीक्षण और नवाचार के लिये समर्पित होगा।
- ड्रोन सिटी से उच्च गुणवत्ता वाले ड्रोन निर्माण में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलने और किसान ड्रोन, स्वामित्व योजना जैसे राष्ट्रीय मिशनों और ऑपरेशन सिंदूर जैसे राष्ट्रीय सुरक्षा अभियानों को समर्थन मिलने की उम्मीद है।
- अंतरिक्ष शहर: भारत के प्रमुख रॉकेट प्रक्षेपण केंद्र श्रीहरिकोटा के निकट इसकी योजना बनाई गई है, जिससे अंतरिक्ष संबंधी उद्योगों में राज्य की भूमिका मज़बूत होगी।
- इसका उद्देश्य अंतरिक्ष में निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिये IN-SPACe और भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्द्धन एवं प्राधिकरण केंद्र के प्रयासों को पूरक बनाना है।
- प्रोत्साहन: राज्य सरकार एस्क्रो तंत्र के माध्यम से 100% राज्य वस्तु एवं सेवा कर (GST) रिफंड और 20% पूंजी निवेश प्रतिपूर्ति के साथ निवेशकों को प्रोत्साहित करेगी, जिससे पारदर्शी और गैर-नौकरशाही प्रक्रिया सुनिश्चित होगी।
- ये पहल विकसित भारत 2047 और स्वर्ण आंध्र वर्ष 2047 (आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2047 तक राज्य को 2.4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था में बदलने के लिए शुरू की गई एक रणनीतिक दृष्टि) के तहत राष्ट्रीय लक्ष्यों के अनुरूप हैं।
भारतीय उद्योग परिसंघ (CII)
- CII एक गैर-सरकारी, गैर-लाभकारी, उद्योग-प्रधान संस्था है जो नीतिगत वकालत और सहयोग के माध्यम से भारत के आर्थिक विकास में सहयोग करती है। वर्ष 1895 में स्थापित इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।
- CII भागीदारी शिखर सम्मेलन वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (DPIIT) के सहयोग से प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है।
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