अल्पसंख्यक युवाओं के लिये पीएम विकास योजना लागू | हरियाणा | 27 Dec 2025
चर्चा में क्यों?
राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान–कुंडली (NIFTEM-K) को प्रधानमंत्री विकास योजना के अंतर्गत परियोजना कार्यान्वयन एजेंसी (PIA) के रूप में नामित किया गया है।
मुख्य बिंदु
- समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर: NIFTEM-K ने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किये हैं।
- NIFTEM-K: यह भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (MoFPI) के अधीन एक डीम्ड विश्वविद्यालय है।
- अवस्थित: यह कुंडली, सोनीपत ज़िला, हरियाणा में स्थित है।
- प्रधानमंत्री विकास योजना का उद्देश्य: यह योजना कौशल प्रशिक्षण, उद्यमिता विकास, रोज़गार से जुड़ाव तथा बाज़ार तक पहुँच के माध्यम से अल्पसंख्यक समुदायों के सामाजिक–आर्थिक सशक्तीकरण पर केंद्रित है।
- लक्षित लाभार्थी: छह अधिसूचित अल्पसंख्यक समुदायों (मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध, जैन तथा पारसी) के युवा, जिनमें महिलाएँ और दिव्यांगजन भी शामिल हैं।
- कार्यान्वयन योजना: NIFTEM–K प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करेगा, रोज़गार अवसरों के लिये उद्योग जगत से समन्वय स्थापित करेगा तथा प्रशिक्षित युवाओं के लिये बाज़ार तक पहुँच सुनिश्चित करने में सहायता प्रदान करेगा।
वीर बाल दिवस | राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स | 27 Dec 2025
चर्चा में क्यों?
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा युवा नायकों की बहादुरी और उनके आदर्श मूल्यों को सम्मानित करने के उद्देश्य से 26 दिसंबर, 2025 को राष्ट्रीय स्तर पर वीर बाल दिवस मनाया गया।
मुख्य बिंदु
- वीर बाल दिवस: यह दिवस साहिबजादों के सर्वोच्च बलिदान को सम्मानित करने के लिये मनाया जाता है अर्थात गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों की स्मृति में, जिन्होंने वर्ष 1705 में जबरन धर्मांतरण के विरोध में शहादत प्राप्त की थी।
- प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार: भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वीरता, कला, विज्ञान, सामाजिक सेवा, पर्यावरण और खेल के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियों के लिये बच्चों को यह पुरस्कार प्रदान किया।
- पुरस्कार विजेता: इस वर्ष 18 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 20 बच्चों को इस पुरस्कार के लिये चयनित किया गया।
- समारोह का विवरण: पुरस्कार समारोह विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित किया गया।
गुरु गोबिंद सिंह:
- परिचय:
- दस सिख गुरुओं में से अंतिम गुरु गोबिंद सिंह का जन्म 22 दिसंबर,1666 को पटना, बिहार में हुआ था।
- गुरु गोबिंद सिंह अपने पिता ‘गुरु तेग बहादुर’ यानी नौवें सिख गुरु की मृत्यु के बाद 9 वर्ष की आयु में 10वें सिख गुरु बने।
- वर्ष 1708 में उनकी हत्या कर दी गई थी।
HIV संक्रमण की जाँच हेतु पैनल का गठन | मध्य प्रदेश | 27 Dec 2025
चर्चा में क्यों?
मध्य प्रदेश सरकार ने थैलेसीमिया से पीड़ित छह बच्चों में HIV संक्रमण की पुष्टि होने के कारणों की जाँच हेतु छह सदस्यीय समिति का गठन किया है।
मुख्य बिंदु
- घटना: सतना, जबलपुर और अन्य सरकारी अस्पतालों में नियमित रक्तदान के दौरान थैलेसीमिया से पीड़ित छह बच्चे HIV पॉजिटिव पाए गए।
- कार्रवाई: मध्य प्रदेश सरकार ने आदेश जारी कर इस मामले की जाँच के लिये छह सदस्यीय पैनल का गठन किया और समिति को सात दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
- अध्यक्ष: समिति के अध्यक्ष सत्य अवधिया हैं।
- स्वच्छता एवं निगरानी संबंधी चिंताएँ: इस घटना ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में स्वास्थ्य देखभाल सुरक्षा और स्क्रीनिंग मानदंडों के अनुपालन को लेकर व्यापक चिंताएँ उत्पन्न की हैं।
- थैलेसीमिया: यह एक आनुवंशिक रक्त विकार है, जिसके कारण हीमोग्लोबिन का उत्पादन कम या असामान्य होता है, जिससे एनीमिया उत्पन्न होता है।
- एड्स: यह एक्वायर्ड इम्यूनो-डेफिशिएंसी सिंड्रोम (AIDS) है।
- कारक: इस रोग का कारण ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) है, जो एक रेट्रोवायरस है और इसमें सिंगल-स्ट्रैंडेड आरएनए (ssRNA) मौजूद होता है।
अगरबत्ती के लिये नया BIS मानक | राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स | 27 Dec 2025
चर्चा में क्यों?
उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रल्हाद जोशी ने राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस 2025 के अवसर पर नई दिल्ली के भारत मंडपम में उपभोक्ताओं की सुरक्षा और उत्पाद की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु अगरबत्ती के लिये नया BIS मानक जारी किया।
मुख्य बिंदु
- मानक: IS 19412:2025 – अगरबत्ती (Incense Sticks), जिसे भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा विकसित किया गया है।
- भारतीय मानक ब्यूरो:
- यह भारत का राष्ट्रीय मानक निकाय है, जिसकी स्थापना भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम, 2016 के अंतर्गत हुई थी। BIS गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों के निर्धारण तथा प्रमाणन के लिये ज़िम्मेदार है।
- उपभोक्ता विश्वास: IS 19412:2025 के अनुरूप उत्पाद BIS मानक चिह्न धारण करने के पात्र होंगे, जिससे उपभोक्ताओं को सुरक्षित, परीक्षित और गुणवत्ता-सुनिश्चित अगरबत्तियों की पहचान करने में सहायता मिलेगी।
- निषिद्ध पदार्थ: यह मानक एलेथ्रिन, परमेथ्रिन, साइपरमेथ्रिन, डेल्टामेथ्रिन और फिप्रोनिल जैसे कीटनाशक रसायनों के उपयोग को प्रतिबंधित करता है।
- उत्पाद: यह मानक मशीन से निर्मित, हाथ से निर्मित और पारंपरिक मसाला अगरबत्तियों पर लागू होता है, जिसमें कच्चे माल, जलने की गुणवत्ता, सुगंध प्रदर्शन तथा अनुमेय रासायनिक सीमाओं के लिये मानदंड निर्धारित किये गए हैं।