झारखंड में पोषण माह अभियान | झारखंड | 22 Sep 2025
चर्चा में क्यों?
झारखंड में 8वें पोषण माह 2025 का शुभारंभ किया गया, जिसमें तेल और चीनी के सेवन कम करने तथा मातृ एवं शिशु पोषण में सुधार के लिये "पाँच सूत्र-स्वर्णिम 1000 दिन" पहल को बढ़ावा देने पर ज़ोर दिया गया।
मुख्य बिंदु
- अभियान के बारे में:
- यह पहल पूरे राज्य में मातृ एवं शिशु पोषण सुधार के लिये चलाए जा रहे पोषण अभियान का हिस्सा है।
- कुपोषण से निपटने के उद्देश्य से इस अभियान का उद्देश्य अस्वास्थ्यकर तेल और चीनी के अत्यधिक सेवन को भी कम करना है।
- तेल और चीनी के सेवन में कमी:
- शुभारंभ के अवसर पर पोस्टर सामग्री का अनावरण किया गया, जिसमें दैनिक आहार में तेल और चीनी के कम सेवन करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया गया।
- पाँच सूत्र- स्वर्णिम 1000 दिन पहल:
- यह पहल बच्चे के जीवन के महत्त्वपूर्ण 1000 दिनों (गर्भावस्था से दूसरे जन्मदिन तक) में स्वस्थ आहार को बढ़ावा देकर मातृ एवं बाल पोषण सुधार की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
- इस पहल में जिन पाँच प्रमुख पोषण प्रक्रियाओं पर ज़ोर दिया गया है, वे समुदायों को अपनी आहार संबंधी आदतों में सुधार के लिये मार्गदर्शन करेंगी, जिससे बच्चों का इष्टतम विकास सुनिश्चित हो सके।
पोषण अभियान
- परिचय:
- पोषण अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री द्वारा 8 मार्च 2018 को राजस्थान के झुंझुनू ज़िला में की गई थी।
- इस अभियान के तहत किशोरियों, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं और 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों की पोषण स्थिति पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
- उद्देश्य:
- बच्चों (0-6 वर्ष) में बौनेपन को रोकना और कम करना
- बच्चों (0-6 वर्ष) में कुपोषण (कम वज़न की व्यापकता) को रोकना और कम करना
- छोटे बच्चों (6-59 महीने) में एनीमिया की व्यापकता को कम करना
- 15-49 वर्ष आयु वर्ग की महिलाओं और किशोरियों में एनीमिया की व्यापकता को कम करना
- कम जन्म वज़न (LBW) को कम करना।