उड़ान योजना के तहत मध्य प्रदेश में हवाई अड्डों का उद्घाटन | मध्य प्रदेश | 03 Jun 2025
चर्चा में क्यों?
प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश के नवनिर्मित सतना हवाई अड्डे तथा उन्नत दतिया हवाई अड्डे का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया, जो क्षेत्रीय संपर्क को सुदृढ़ करने और उड़ान योजना के अंतर्गत अवसंरचना विकास को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
मुख्य बिंदु
- सतना हवाई अड्डा:
- भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) द्वारा 36.96 करोड़ रुपए की लागत से विकसित सतना हवाई अड्डा पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश में एक प्रमुख क्षेत्रीय केंद्र के रूप में उभरेगा।
- यह हवाई अड्डा चित्रकूट और मैहर जैसे प्रमुख स्थलों से संपर्क को सुदृढ़ करेगा, जिससे सांस्कृतिक तथा औद्योगिक संबंधों को मज़बूती मिलेगी।
- प्रमुख विशेषताओं में पुनः कालीनयुक्त रनवे, डोर्नियर-228 विमानों के लिये पार्किंग स्थल, एक ATC टावर और एक फायर स्टेशन शामिल हैं।
- सतत् विकास की दृष्टि से इसमें 100% LED प्रकाश व्यवस्था, सौर ऊर्जा चालित स्ट्रीट लाइटें और बागवानी के लिये उपचारित जल पुनः उपयोग प्रणाली शामिल हैं।
- दतिया हवाई अड्डा:
- उन्नत दतिया हवाई अड्डे का विकास 60.63 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है, जो इस ऐतिहासिक शहर को राष्ट्रीय विमानन ग्रिड से जोड़ेगा।
- पीतांबरा पीठ और दतिया पैलेस जैसे महत्त्वपूर्ण स्थलों के लिये प्रसिद्ध दतिया में इस परियोजना से धार्मिक एवं सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
- वर्तमान में यह हवाई अड्डा ATR-72 विमान के संचालन हेतु उपयुक्त है तथा भविष्य में Airbus A-320 विमानों के संचालन के लिये तैयार किया जा रहा है।
- अवसंरचना में पुनर्परिष्कृत रनवे, एप्रन बे (apron bays), ATC टावर, फायरफाइटिंग सेवाएँ, वर्षा जल संचयन प्रणाली तथा ऊर्जा कुशल प्रकाश व्यवस्था शामिल हैं।
- सामाजिक-आर्थिक रूपांतरण को गति देने की दिशा में:
- दोनों हवाई अड्डों के संचालन से बुंदेलखंड और बघेलखंड क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियाँ तीव्र होंगी, रोज़गार के अवसर उत्पन्न होंगे तथा महत्त्वपूर्ण सेवाओं तक पहुँच में सुधार होगा।
- ये परियोजनाएँ उड़ान योजना के अंतर्गत समावेशी विकास पर केंद्र सरकार के विशेष फोकस को दर्शाती हैं, जिससे वंचित क्षेत्रों के लिये किफायती हवाई यात्रा संभव हो रही है।
उड़ान योजना
- परिचय:
- उड़ान का उद्देश्य देश के दूरवर्ती क्षेत्रों तक वायु कनेक्टिविटी सुनिश्चित करते हुए विमानन का अधिक से अधिक विस्तार करना और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाना है।
- यह योजना राष्ट्रीय नागरिक विमानन नीति (NCAP) 2016 के तहत तैयार की गई थी, जिसका उद्देश्य बाज़ार संचालित तथा वित्तीय रूप से समर्थित मॉडल के माध्यम से टियर-2 और टियर-3 शहरों को जोड़ना था।
- भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) इसके कार्यान्वयन के लिये ज़िम्मेदार नोडल एजेंसी है।
- विशेषताएँ:
- व्यवहार्यता अंतर वित्तपोषण (VGF) : उचित किराया सुनिश्चित करने के लिये एयरलाइनों को वित्तीय सहायता।
- योजना के अंतर्गत व्यवहार्यता अंतर वित्तपोषण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये क्षेत्रीय संपर्क निधि (RCF) का प्रावधान किया गया है।
- वहनीयता सुनिश्चित करने के लिये हवाई किराये की सीमा निर्धारित की गई है।
- क्षेत्रीय मार्गों पर परिचालन को व्यवहार्य बनाने के लिये विमानन टर्बाइन ईंधन (ATF) पर करों में कमी के साथ एयरलाइनों को अन्य रियायतें दी गई हैं।
- केंद्र, राज्य, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) और निजी हवाईअड्डा संचालकों के बीच सहयोगात्मक शासन पर ध्यान दिया गया है।
- उड़ान के अंतर्गत प्रमुख नवाचार:
- उड़ान यात्री कैफे: कोलकाता और चेन्नई हवाई अड्डों पर किफायती यात्री कैफे शुरू किये गए हैं, जो उचित कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराते हैं।
- सीप्लेन परिचालन: देश भर में 50 से अधिक चिह्नित जल निकायों से निविदा आमंत्रित करने के लिये उड़ान चक्र 5.5 शुरू किया गया है।
- कृषि उड़ान योजना: किसानों को समर्थन देने और कृषि उपज के लिये मूल्य प्राप्ति में सुधार करने के लिये डिज़ाइन की गई कृषि उड़ान, विशेष रूप से पूर्वोत्तर, पर्वतीय और जनजातीय क्षेत्रों से समय पर और लागत प्रभावी हवाई रसद की सुविधा प्रदान करती है।
- कोविड-19 महामारी के दौरान दूरदराज़ के क्षेत्रों में आवश्यक चिकित्सा सामान पहुँचाने के लिये लाइफलाइन उड़ान शुरू की गई थी।
- भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI)
- भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (Airports Authority of India- AAI) भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के अंतर्गत एक सांविधिक निकाय है। इसका गठन वर्ष 1995 में राष्ट्रीय हवाई अड्डा प्राधिकरण और भारतीय अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा प्राधिकरण को मिलाकर किया गया था।
- यह भारतीय हवाई क्षेत्र और आस-पास के समुद्री क्षेत्रों में हवाई यातायात प्रबंधन सेवाएँ भी प्रदान करता है।
- AAI के कार्यों में हवाई अड्डे का विकास, हवाई क्षेत्र नियंत्रण, यात्री और कार्गो टर्मिनल प्रबंधन तथा संचार एवं नेविगेशन सहायता का प्रावधान शामिल हैं।
- AAI 2.8 मिलियन वर्ग समुद्री मील हवाई क्षेत्र में हवाई नेविगेशन सेवाएँ प्रदान करता है।
- पीतांबरा पीठ
- पीतांबरा पीठ मध्य प्रदेश के दतिया शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर परिसर है, जिसमें एक आश्रम भी सम्मिलित है।
- यहाँ स्थित श्री वनखंडेश्वर शिवलिंग को महाभारत काल का माना जाता है। यह मंदिर शक्ति साधना के प्रमुख केंद्रों में एक है।
- पीठ की स्थापना वर्ष 1935 में स्वामीजी महाराज द्वारा दतिया के राजा शत्रुजीत सिंह बुंदेला के सहयोग से की गई थी।