नौरादेही अभयारण्य चीतों का तीसरा आवास | 06 Nov 2025
चर्चा में क्यों?
मध्य प्रदेश में नौरादेही वन्यजीव अभयारण्य को कुनो राष्ट्रीय उद्यान और गांधी सागर के बाद भारत के तीसरे चीता आवास के रूप में विकसित किया जा रहा है।
मुख्य बिंदु
- नौरादेही अभयारण्य:
- यह सागर, दमोह और नरसिंहपुर ज़िलों में स्थित है।
- यह ऊपरी विंध्य पर्वतमाला में स्थित है और गंगा तथा नर्मदा नदी घाटियों को जोड़ता है।
- यह पन्ना और सतपुड़ा के बीच जैविक गलियारे के रूप में कार्य करता है तथा अप्रत्यक्ष रूप से बांधवगढ़ एवं रानी दुर्गावती वन्यजीव अभयारण्य से जुड़ता है
- प्रोजेक्ट चीता:
- परिचय:
- भारत में चीतों को फिर से लाने के लिये पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) के तहत राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) द्वारा वर्ष 2020 में प्रोजेक्ट चीता शुरू किया गया था।
- इस कार्यक्रम का उद्देश्य विलुप्त प्रजाति (Acinonyx jubatus) को पुनर्स्थापित करना और भारत के घास के मैदानों के पारिस्थितिकी तंत्र को पुनर्जीवित करना है।
- प्रमुख विशेषताएँ:
- अंतर-सरकारी समझौता ज्ञापनों के तहत, नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से चीते लाए गए।
- कुनो राष्ट्रीय उद्यान (2022) पहला पुनरुत्पादन आवास बना, उसके बाद गांधी सागर अभयारण्य (2024) स्थापित किया गया।
- NTCA और भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII), देहरादून द्वारा संयुक्त रूप से कार्यान्वित।
- कैम्पा और केंद्र सरकार के आवंटन के माध्यम से वित्त पोषित।
- परिचय:

