सरकार बिहार को स्टार्टअप क्षेत्र में अग्रणी बनाएगी | 18 Jan 2024

चर्चा में क्यों?

राज्य के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ के मुताबिक सरकार बिहार को स्टार्टअप के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के मिशन पर कार्य कर रही है।

मुख्य बिंदु:

  • राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस (16 जनवरी) के अवसर पर अधिवेशन भवन में बिहार स्टार्टअप अवार्ड्स 2024 कार्यक्रम में मंत्री के अनुसार, जैसे-जैसे स्टार्टअप क्षेत्र बढ़ेगा, बिहार भी बढ़ेगा।
  • कार्यक्रम में राज्य में सक्रिय कई स्टार्टअप्स को पुरस्कार प्रदान किये गए, जिनमें शामिल हैं:
  • मेडिवाइजर प्राइवेट लिमिटेड को वर्ष का सर्वश्रेष्ठ स्टार्टअप का पुरस्कार मिला, वेद प्रभा एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड इस श्रेणी में प्रथम रनर-अप और बीरो पावर प्राइवेट लिमिटेड दूसरे रनर-अप के रूप में उभरी।
  • महिला नेतृत्व, कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी, ई-कॉमर्स, इलेक्ट्रिक वाहन और शैक्षणिक प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न श्रेणियों में भी पुरस्कार दिये गए।
  • बिहार स्टार्टअप नीति के तहत उद्यमियों को:
    • नवोदित उद्यमियों को दस वर्ष की अवधि के लिये 10 लाख रुपए तक की ब्याज मुक्त प्रारंभिक निधि प्रदान की जाती है।
    • महिलाओं द्वारा शुरू किये गए स्टार्टअप के लिये सीड फंडिंग के रूप में 5% अधिक राशि आवंटित की जाती है और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति तथा अलग-अलग श्रेणी में दिव्यांग व्यक्तियों के नेतृत्व वाले स्टार्टअप के लिये 15% अधिक राशि आवंटित की जाती है।
    • त्वरण कार्यक्रमों में भाग लेने वाले व्यक्तियों को 3 लाख रुपए तक का अनुदान दिया जाता है।
    • यदि पंजीकृत संस्थाओं और एंजेल निवेशकों से निवेश प्राप्त होता है, तो 50 लाख रुपए तक का मैचिंग लोन भी प्रदान किया जाता है।

राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस

  • भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम की सराहना करने और उसे बढ़ावा देने के लिये प्रत्येक वर्ष 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस मनाया जाता है।
  • स्टार्टअप इंडिया पहल 16 जनवरी, 2016 को नवाचार को बढ़ावा देने, स्टार्टअप का समर्थन करने और निवेश को प्रोत्साहित करने के दृष्टिकोण से शुरू की गई थी।
  • इसमें सीड फंड योजना तथा क्रेडिट गारंटी योजना जैसी पहल शामिल हैं, जो स्टार्टअप को और सहायता प्रदान करती हैं।
  • 31 मई, 2023 तक भारत वैश्विक स्तर पर स्टार्टअप्स के लिये तीसरे सबसे बड़े पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में उभरा है।
    • भारत मध्यम आय वाली अर्थव्यवस्थाओं के बीच वैज्ञानिक प्रकाशनों की गुणवत्ता और अपने विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता में शीर्ष स्थान के साथ नवाचार गुणवत्ता में दूसरे स्थान पर है।