वाराणसी में आयुर्वेद संस्थान की स्थापना | 24 Sep 2025

चर्चा में क्यों? 

राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के अवसर पर, उत्तर प्रदेश सरकार ने वाराणसी में एक प्रमुख आयुर्वेद संस्थान स्थापित करने की घोषणा की। 

मुख्य बिंदु

  • यह आयुर्वेद संस्थान AIIMS के समान स्तर का होगा तथा इसका उद्देश्य आयुर्वेद के अनुसंधान और विकास को प्रोत्साहित करने तथा पारंपरिक चिकित्सा पद्धति को सशक्त बनाना है।
  • यह संस्थान 10 एकड़ क्षेत्र में निर्मित होगा, जिसमें शैक्षणिक सुविधाओं के साथ-साथ आधुनिक उपचार केंद्र भी शामिल होंगे। इसमें आयुर्वेद के लिये एक मेडिकल कॉलेज तथा इनडोर और आउटडोर दोनों प्रकार की रोगी-सेवा सुविधाएँ शामिल होंगी।
  • बढ़ती मांग को पूरा करने के उद्देश्य से राज्य सरकार 104 करोड़ रुपये की लागत से प्रदेश में नए आयुष औषधालय स्थापित करेगी। इसके अतिरिक्त, गोंडा, बस्ती, मिर्ज़ापुर, आगरा और मेरठ जैसे प्रमुख शहरों में नए आयुष मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे, जो देश में पारंपरिक चिकित्सा के प्रसार के साथ-साथ आयुर्वेद में उच्च अध्ययन एवं अनुसंधान को प्रोत्साहन देंगे।

राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस

  • आयुर्वेद दिवस, जो पहली बार वर्ष 2016 में मनाया गया था, इस वर्ष 23 सितंबर को मनाया गया। पूर्व में इसे धन्वंतरि जयंती (धनतेरस) के अवसर पर मनाने की परंपरा थी, जिसे बाद में समाप्त कर दिया गया।
  • वर्ष 2025 के लिये निर्धारित विषय “लोगों और ग्रह के लिये आयुर्वेद” था, जिसमें आयुर्वेद के माध्यम से वैश्विक कल्याण तथा पर्यावरणीय स्थिरता पर विशेष ज़ोर दिया गया।