आना सागर झील | 19 Nov 2025

चर्चा में क्यों?

अजमेर में आना सागर झील के निकट आर्द्रभूमि सीमा-चिह्नांकन को लेकर स्थानीय स्तर पर विरोध-प्रदर्शन हुए हैं, स्थानीय लोगों ने मत है कि सीमांकन पक्षपातपूर्ण है तथा समुचित वैज्ञानिक मूल्यांकन के बिना किया गया है।

मुख्य बिंदु

  • आना सागर अजमेर में स्थित 12वीं शताब्दी की एक कृत्रिम झील है, जिसका निर्माण पृथ्वीराज चौहान के दादा आणाजी चौहान द्वारा कराया गया था।
  • बाद में मुगल काल में जहाँगीर ने झील परिसर में दौलत बाग का निर्माण कराया, जिसे आज सुभाष उद्यान के रूप में भी जाना जाता है।
  • शाहजहाँ ने वर्ष 1637 में झील के चारों ओर संगमरमर की बारादरी (मंडप) का निर्माण करवाया, जिसने इसकी सौंदर्यात्मक महत्ता को और बढ़ा दिया।
  • यह झील एक महत्त्वपूर्ण शहरी आर्द्रभूमि के रूप में कार्य करती है और भूजल पुनर्भरण, बाढ़ नियंत्रण तथा स्थानीय सूक्ष्म जलवायु विनियमन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।