संसद टीवी संवाद

बिल्स और एक्ट्स: भारत का ध्रुवीय प्रयास | 07 Nov 2022 | जैव विविधता और पर्यावरण

भारत ने विश्व मंच पर एक प्रमुख भूमिका निभाई है साथ ही, यह ध्रुवीय क्षेत्रों में भी प्रमुख भूमिका निभाता रहा है।  इन सबको देखते हुए, भारत ने अपनी आर्कटिक नीति का अनावरण किया है, जिसका शीर्षक है 'भारत और आर्कटिक: सतत् विकास के लिये एक साझेदारी का निर्माण'।

भारत की आर्कटिक नीति क्या है?

पृष्ठभूमि:

उद्देश्य:

आर्कटिक क्या है?

आर्कटिक क्षेत्र का महत्त्व क्या है?

आर्कटिक क्षेत्र के लिये खतरे क्या हैं?

आर्कटिक को लेकर संघर्ष क्या हैं?

आगे की राह

निष्कर्ष

भारत की आर्कटिक नीति समय के अनुसार है और इस क्षेत्र के साथ भारत के जुड़ाव की रूपरेखा पर भारत के नीति निर्माताओं को एक दिशा प्रदान करता है।

  यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)  

प्रारंभिक परीक्षा

निम्नलिखित देशों पर विचार कीजिये: (वर्ष 2014)

  1. डेनमार्क
  2. जापान
  3. रूसी संघ
  4. यूनाइटेड किंगडम
  5. संयुक्त राज्य अमेरिका

उपर्युक्त में से कौन 'आर्कटिक परिषद' के सदस्य हैं?

 (A) 1, 2 और 3
 (B) 2, 3 और 4
 (C) 1, 4 और 5
 (D) 1, 3 और 5

 उत्तर: (D)


मुख्य परीक्षा

Q. आर्कटिक क्षेत्र के संसाधनों में भारत की रुचि क्यों है? (वर्ष 2018)

Q. आर्कटिक सागर में तेल की खोज और इसके संभावित पर्यावरणीय परिणामों के आर्थिक महत्त्व क्या हैं? (वर्ष 2015)