विश्व एड्स दिवस 2025 | 02 Dec 2025

स्रोत: पी.आई.बी

चर्चा में क्यों?

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने ‘बाधाओं पर काबू पाना, एड्स प्रतिक्रिया में परिवर्तन’ (Overcoming disruption, transforming the AIDS response) थीम के तहत विश्व एड्स दिवस 2025 का आयोजन किया और एड्स नियंत्रण में हुई राष्ट्रीय प्रगति को रेखांकित किया।

  • वर्ष 1998 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने HIV/एड्स के प्रति वैश्विक प्रतिक्रिया में नागरिक समाज की महत्त्वपूर्ण भूमिका को मान्यता देने के लिये 1 दिसंबर को पहला विश्व एड्स दिवस मनाया।

ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV)/एड्स क्या है?

  • HIV एक ऐसा वायरस है जो शरीर की  प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान पहुँचाता है। यह मुख्य रूप से CD4 कोशिकाओं (एक प्रकार की श्वेत रक्त कोशिका) को नष्ट कर देता है, जिससे शरीर कमज़ोर हो जाता है और व्यक्ति संक्रमणों एवं कैंसर की चपेट में आसानी से आ जाता है।
  • HIV का संचरण संक्रमित शारीरिक द्रवों (जैसे रक्त, वीर्य, स्तन का दूध, योनि स्राव) के सीधे संपर्क से होता है। यह मुख्य रूप से असुरक्षित यौन संबंध, साझा सुइयों का उपयोग या बिना कीटाणु रहित टैटू बनवाने से फैल सकता है। यह आकस्मिक संपर्क (Casual Contact) से नहीं फैलता है।
  • लक्षण: शुरुआती लक्षणों में बुखार और चकत्ते शामिल हैं। बाद के चरणों में लिम्फ नोड्स में सूजन, वजन कम होना और दस्त शामिल हो सकते हैं। गंभीर HIV संक्रमण (जिसे एड्स-AIDS कहते हैं) व्यक्ति को अवसरवादी बीमारियों (Opportunistic diseases) और कैंसर के प्रति अतिसंवेदनशील बना देता है, जिसमे टीबी (Tuberculosis), मेनिन्जाइटिस (Meningitis - मस्तिष्क ज्वर), लिम्फोमा जैसे कैंसर शामिल हैं।
  • उपचार: HIV का इलाज संभव नहीं है, लेकिन प्रतिदिन एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी (ART) से वायरस को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया जा सकता है।
  • वैश्विक प्रतिक्रिया: संयुक्त राष्ट्र सतत् विकास लक्ष्य 3.3 का लक्ष्य वर्ष 2030 तक HIV महामारी को सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे के रूप में समाप्त करना है।

भारत का राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (NACP) क्या है?

  • NACP: राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (NACP) HIV/एड्स की रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन के लिये भारत की पहल है। 
  • इसका कार्यान्वयन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (NACO) द्वारा किया जाता है।
    • एड्स का पूरा नाम एक्वायर्ड इम्यूनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम है। यह वह उन्नत (Advanced) और अंतिम चरण है जब ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) का संक्रमण गंभीर हो जाता है।
  • NACP का विकास: वर्ष 1992 में शुरू किया गया NACP कई चरणों से गुजरा है, जिनमें से प्रत्येक का एक रणनीतिक फोकस है:
    • एनएसीपी I (1992-1999): एचआईवी के प्रसार को धीमा करने के लिये भारत का पहला व्यापक कार्यक्रम शुरू किया गया।
    • एनएसीपी II (1999-2006): संचरण को कम करने और राष्ट्रीय क्षमता को मज़बूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया ।
    • एनएसीपी III (2007-2012): इसका उद्देश्य रोकथाम को बढ़ाकर और सेवाओं को एकीकृत करके महामारी को रोकना और उलटना था । 
  • राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (NACP) की शुरुआत वर्ष 1992 में हुई थी और यह कई चरणों से गुज़रा है, जिनमें से प्रत्येक का अपना विशेष उद्देश्य रहा है:
    • NACP I (1992-1999): यह HIV के प्रसार को धीमा करने के लिये भारत का पहला व्यापक कार्यक्रम था।
    • NACP II (1999-2006): इस चरण में रोग के संचरण को कम करने और राष्ट्रीय क्षमता (जैसे स्वास्थ्य संरचना) को मज़बूत बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
    • NACP III (2007-2012): इसका मुख्य लक्ष्य रोकथाम को बढ़ाकर (Preventive Measures) और सेवाओं को एकीकृत करके महामारी को रोकना और इसके प्रभाव को कम करना था।
      • ज़िला एड्स रोकथाम एवं नियंत्रण इकाइयॉं (DAPCU) स्थापित की गईं।
    • NACP IV (वर्ष 2012-2017 और 2021 तक विस्तारित): तेज़ गति से बदलाव लाना और समन्वित (एक-साथ) स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना।
      • इसका लक्ष्य नए संक्रमणों में 50% कमी लाना था (वर्ष 2007 की आधार रेखा की तुलना में) प्रमुख पहलों में शामिल थे:
      • HIV/एड्स (रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम, 2017, भेदभाव पर रोक लगाता है।
      • HIV से पीड़ित लोगों (PLHIV) को पुनः जोड़ने के लिये मिशन संपर्क का उद्देश्य अनुवर्ती कार्रवाई में चूक करना है।
      • उद्देश्य: HIV से पीड़ित लोगों (PLHIV) को फिर से कार्यक्रम से जोड़ना है। यह उन लोगों पर ध्यान केंद्रित करता है जो अनुवर्ती कार्रवाई (Follow-up) या उपचार लेने में चूक गए हैं।
      • 'टेस्ट एंड ट्रीट' नीति और सार्वभौमिक वायरल लोड निगरानी।
    • NACP V (2021-2026): 15,000 करोड़ रुपये से अधिक के परिव्यय वाली एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना, जो वर्ष 2030 तक एड्स को सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिये खतरा मानकर उसे समाप्त करने के लिये SDG 3.3 के साथ संरेखित है।

  • NACP की उपलब्धियाँ: 
    • भारत में HIV का प्रसार वर्ष 2010 में 0.33% से घटकर 2024 में 0.20% हो गया, जो वैश्विक औसत 0.70% से काफी कम है, जो इस महामारी पर भारत के मज़बूत नियंत्रण को दर्शाता है।
    • भारत में नए HIV संक्रमणों की संख्या में 49% की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। यह संख्या वर्ष 2010 में 1.25 लाख से घटकर 2024 में 64,500 हो गई है। यह गिरावट वैश्विक स्तर पर दर्ज की गई 40% की कमी से भी बेहतर है।
    • वर्ष 2024 में, वैश्विक स्तर पर नए HIV संक्रमणों में भारत का योगदान केवल 5% है (कुल 1.3 मिलियन)। यह आँकड़ा देश के सफल सरकारी कार्यक्रमों और ART उपचार की विस्तृत पहुँच को स्पष्ट रूप से दर्शाता है।
  • NACP-V के तहत, HIV परीक्षण 4.13 करोड़ (2020-21) से बढ़कर 6.62 करोड़ (2024-25) हो गया, एंटीरेट्रोवायरल उपचार पर लोगों की संख्या 14.94 लाख से बढ़कर 18.60 लाख हो गई।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

1. HIV क्या है और यह किस प्रकार फैलता है?
HIV प्रतिरक्षा प्रणाली, मुख्यतः CD4 कोशिकाओं को नुकसान पहुँचाता है और संक्रमित शारीरिक तरल पदार्थों—रक्त, वीर्य, ​​योनि द्रव या स्तन के दूध—के माध्यम से फैलता है। आकस्मिक संपर्क से वायरस नहीं फैलता।

2. राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (NACP) चरण-V का प्राथमिक लक्ष्य क्या है?
NACP-V का लक्ष्य सतत् विकास लक्ष्य (SDG) 3.3 के अनुरूप व्यापक रोकथाम, परीक्षण और उपचार के माध्यम से वर्ष 2030 तक एड्स को सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिये खतरा के रूप में समाप्त करना है।

3. NACP-V के अंतर्गत भारत की प्रमुख उपलब्धियाँ क्या हैं?
HIV परीक्षण की संख्या 4.13 करोड़ से बढ़कर 6.62 करोड़ हो गई है, ART कवरेज 14.94 लाख से बढ़कर 18.60 लाख हो गया तथा वायरल लोड परीक्षण लगभग दोगुना हो गया है।

UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन-सा रोग टैटू गुदवाने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है? (2013) 

  1. चिकनगुनिया 
  2. हेपेटाइटिस बी     
  3. HIV-एड्स 

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये: 

(a) केवल 1

(b) केवल 2 और 3

(c) केवल 1 और 3

(d) 1, 2 और 3 

उत्तर: (b)


प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है? (2019)

(a) यकृतशोथ B विषाणु काफी कुछ HIV की तरह ही संचरित होता है।

(b) यकृतशोथ C का टीका होता है, जबकि यकृतशोथ B का कोई टीका नहीं होता है।

(c) सार्वभौम रूप से यकृतशोथ B और C विषाणुओं से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या HIV से संक्रमित लोगों की संख्या से कई गुना अधिक है।

(d) यकृतशोथ B और C विषाणुओं से संक्रमित कुछ व्यक्तियों में अनेक वर्षों तक इसके लक्षण दिखाई नहीं देते हैं।

उत्तर: (b)


प्रश्न. मानव प्रतिरक्षा-हीनता विषाणु (हयूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस) के संचरण के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन-सा एक कथन सही नहीं है? (2010)

(a) स्त्री से पुरुष में संचरण की संभावना पुरुष से स्त्री में संचरण की तुलना में दुगुनी होती है।

(b) यदि व्यक्ति किसी अन्य यौन-संचारित रोग से भी पीड़ित है तो संचरण की संभावना बढ़ जाती है।

(c) संक्रमण-पीड़ित माँ अपने शिशु को गर्भावस्था के दौरान, प्रसूति के समय तथा स्तनपान से संक्रमण संचारित कर सकती है।

(d) दूषित सुई लगने की तुलना में संक्रमित रक्त चढ़ाए जाने पर संक्रमण का जोखिम कहीं अधिक होता है।

उत्तर: (a)


प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2010)

  1. हैपेटाइटिस B,  HIV/एड्स की तुलना में कई गुना अधिक संक्रामक है।  
  2. हैपेटाइटिस B यकृत कैंसर उत्पन्न कर सकता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं ?

(a) केवल 1

(b) केवल 2

(c) 1 और 2 दोनों

(d) न तो 1 और न ही 2

उत्तर: (c)