Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 05 जुलाई, 2023 | 05 Jul 2023

स्वामी विवेकानन्द की पुण्य तिथि

भारत के प्रधानमंत्री ने स्वामी विवेकानन्द को उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की और सशक्त भारत के लिये उनके प्रेरक सिद्धांतों की सराहना की। स्वामी विवेकानन्द ने 4 जुलाई, 1902 को 39 वर्ष की आयु में महासमाधि (मृत्यु) प्राप्त की। यह उनके सेवा, मानवता और आध्यात्मिक ज्ञान के आदर्शों को याद करने का दिन है। स्वामी विवेकानन्द एक हिंदू भिक्षु, दार्शनिक, लेखक और सुधारक थे जिन्होंने पश्चिमी विश्व को वेदांत तथा योग से परिचित कराया। वह रामकृष्ण के प्रमुख शिष्य थे जिन्होंने उन्हें सभी धर्मों की एकता की शिक्षा दी थी। उन्होंने रामकृष्ण मठ और मिशन की स्थापना की, जो आध्यात्मिक तथा सामाजिक सेवा को बढ़ावा देता है। उन्होंने अपने भाषणों और लेखों से लाखों लोगों को प्रेरित किया।

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शेप ऑफ फ्लेम्स 

हाल ही में शोधकर्ताओं ने आग की लपटों/फ्लेम्स के पास वायु प्रवाह की जटिल गतिशीलता और प्रक्रियाओं का पता लगाया है। आग की लपटें इसके चारों ओर की वायु को गर्म करती हैं जिससे वह कम गहन होने के कारण ऊपर उठने लगती हैं। इससे लपटों के पास कम दबाव वाला क्षेत्र बनता है। परिणामस्वरूप आसपास से ठंडी वायु किनारों और नीचे से लपटों की ओर प्रवाहित होती है। ऑक्सीजन की उपस्थिति ईंधन को जलाती रहती है। इससे आग की लपटों के निकट की हवा गर्म हो जाती है और तेज़ी से ऊपर की ओर उठती है। इस प्रक्रिया में लपटों के ऊपर गर्म वायु का तीव्र गति से बहिर्वाह, साथ ही किनारों और नीचे से धीमी गति से प्रवाह होता है। अंततः वायु आसपास के वातावरण में मिल जाती है और ठंडी हो जाती है। यह ध्यान रखना महत्त्वपूर्ण है कि वायु प्रवाह की यह प्रक्रिया मुख्य रूप से मोमबत्ती या बत्ती या स्टोव पर लागू होती है और वेल्डर टॉर्च जैसे उपकरणों के लिये समान नहीं हो सकती है, जिसमें एक अलग ईंधन आपूर्ति तंत्र होता है।

भारतीय कंपनियों की अनुकूल क्रेडिट स्थिति 

S&P ग्लोबल रेटिंग्स की एक रिपोर्ट केअनुसार, भारत में चिंहित की गई कंपनियाँ अनुकूल क्रेडिट स्थिति में हैं, जो मज़बूत अंतर्निहित विकास और समायोजनकारी बैलेंस शीट द्वारा समर्थित हैं। यह रिपोर्ट देश की मज़बूत आर्थिक वृद्धि पर प्रकाश डालती है, जिसके फलस्वरूप यह वृद्धि वर्ष 2023 में 6% और वर्ष 2024 में 6.9% तक पहुँचने का अनुमान है, जो इन्हें इस क्षेत्र में अधिक उत्कृष्ट बना देगा। इसके अतिरिक्त मज़बूत ऑफशोर तरलता की उपस्थिति जटिल बाह्य वित्तपोषण स्थितियों से उत्पन्न चुनौतियों का प्रतिकार करने में सहायता प्रदान करती है। हालाँकि कंपनियाँ ऋण कटौती पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं, लेकिन पूंजीगत व्यय में वृद्धि के कारण कर्ज को कम करने की गति धीमी हो सकती है। डिलीवरेजिंग से तात्पर्य किसी व्यक्ति, कंपनी या अर्थव्यवस्था की वित्तीय स्थिरता में सुधार करने के लिये ऋण को कम करने या समाप्त करने की प्रक्रिया से है। इसमें आमतौर पर ऋण एवं इक्विटी के साथ परिसंपत्तियों के अनुपात को कम करना शामिल है, जिससे समग्र लीवरेज या ऋणग्रस्तता कम हो जाती है।

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ओडिशा सरकार द्वारा मो जंगल जामी योजना का आरंभ 

ओडिशा सरकार ने मो जंगल जामी योजना शुरू की है जिसका उद्देश्य राज्य के ज़िलों में आदिवासियों और वनवासियों के बीच वन अधिकारों को बढ़ावा देना है। यदि इस योजना को लागू किया जाता है तो ओडिशा केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित व्यक्तिगत अधिकारों के अतिरिक्त सामुदायिक वन अधिकारों को मान्यता देने वाला भारत का पहला राज्य बन जाएगा। इस योजना का उद्देश्य लाभार्थियों को उनके अधिकारों के अनुसार भूमि का स्वामित्व तथा वन संसाधनों तक पहुँच प्रदान कर अनुसूचित जनजाति और वन क्षेत्र में रहने वाली आबादी के लिये आजीविका एवं खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है। ओडिशा में बड़ी संख्या में ऐसे गाँव और अनुसूचित जनजाति परिवार हैं जिन्हें इस योजना से लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है। 62 विभिन्न जनजातियों के साथ राज्य की जनजातीय आबादी कुल आबादी का 22.85% है जिसमें 13 विशेष रूप से कमज़ोर जनजातीय समूह (PVTG) शामिल हैं।

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