एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली | 25 Aug 2025
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने मिशन सुदर्शन चक्र के अंतर्गत एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली (IADWS) का पहला उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक किया।
- मिशन सुदर्शन चक्र: 79वें स्वतंत्रता दिवस पर घोषित, यह एक राष्ट्रीय सुरक्षा पहल है जिसका उद्देश्य महत्त्वपूर्ण नागरिक और रक्षा बुनियादी ढाँचे की रक्षा के लिये वर्ष 2035 तक स्वदेशी आयरन डोम जैसी वायु रक्षा प्रणाली (उन्नत प्रौद्योगिकियों और बहुस्तरीय रक्षा प्रणालियों के साथ) विकसित करना है।
- इस मिशन का उद्देश्य दुश्मन के हमलों को निष्क्रिय करना और त्वरित जवाबी हमला करना, तीव्र एवं सटीक रक्षा सुनिश्चित करना तथा भारत की सामरिक स्वायत्तता को मज़बूत करना है।
- IADWS: यह एक उन्नत, स्वदेशी बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली है जिसमें QRSAM (त्वरित प्रतिक्रिया सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें), VSHORADS (बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली) और DEW (निर्देशित ऊर्जा हथियार) (एक लेजर आधारित उच्च ऊर्जा प्रणाली) शामिल हैं।
- एक केंद्रीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र द्वारा नियंत्रित, IADWS मानव रहित हवाई वाहनों (UAV) और मिसाइलों जैसे लक्ष्यों का वास्तविक समय पर पता लगाने और उन्हें निष्क्रिय करने को सुनिश्चित करता है।
- पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को रोकने के लिये ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत द्वारा S-400, बराक-8 और आकाश प्रणालियों के प्रयोग पर आधारित है।
- इसके सफल उड़ान परीक्षण भारत की आत्मनिर्भर और एकीकृत वायु रक्षा क्षमताओं को मज़बूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं।
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