चाबहार बंदरगाह पर ICG जहाज़ सार्थक | 19 Dec 2025
भारतीय तटरक्षक बल (ICG) के अपतटीय गश्ती पोत ICGS सार्थक ने ईरान के चाबहार बंदरगाह पर अपने पहले दौरे का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य समुद्री सुरक्षा और क्षेत्रीय सहयोग को मज़बूत करना है।
- पोर्ट कॉल का तात्पर्य उस अवधि से है जब कोई पोत (जहाज़) किसी बंदरगाह पर पहुँचता है, वहीं ठहरता है और फिर रवाना होता है।
- रणनीतिक महत्त्व: यह दौरा चाबहार की उस भूमिका को सुदृढ़ करता है जो भारत के लिये ईरान, अफगानिस्तान और मध्य एशिया तक प्रत्यक्ष समुद्री मार्ग के रूप में कार्य करती है। यह सुरक्षित आपूर्ति शृंखलाओं को मज़बूत करता है और भारत के सागर (SAGAR) तथा महासागर (MAHASAGAR) विज़न के अनुरूप है।
- पर्यावरणीय जनसंपर्क: गतिविधियों में बीच वॉकाथन और खेल शामिल हैं, जो भारत के पुनीत सागर अभियान के अनुरूप हैं।
- पुनीत सागर अभियान (2021) एक पर्यावरणीय अभियान है जिसे राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) द्वारा शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य समुद्र तटों, बीच, नदियों, झीलों और अन्य जल निकायों को प्लास्टिक व अन्य अपशिष्ट से मुक्त करना है।
चाबहार बंदरगाह
- परिचय: चाबहार बंदरगाह ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में स्थित एक गहरे जल का बंदरगाह है, जो गल्प ऑफ ओमान पर स्थित है और हॉर्मुज़ जलडमरूमध्य से बाहर है।
- यह ईरान का एकमात्र गहरे समुद्र का बंदरगाह है, जो भारत को ईरान, अफगानिस्तान और मध्य एशिया तक प्रत्यक्ष समुद्री पहुँच प्रदान करता है।
- विकास: इसका विकास वर्ष 2016 के चाबहार समझौते के तहत भारत, ईरान और अफगानिस्तान के बीच किया गया था। यह अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा (INSTC) का एक हिस्सा है।
- चाबहार में दो टर्मिनल हैं - शहीद बेहेश्ती और शहीद कलंतरी। भारत ने शहीद बेहेश्ती टर्मिनल का विकास किया है और उसका संचालन सक्रिय रूप से कर रहा है।
- प्रबंधन: दिसंबर 2018 से बंदरगाह संचालन का प्रबंधन इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड (IPGL) द्वारा इसकी सहयोगी इकाई इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल चाबहार फ्री ज़ोन (IPGCFZ) के माध्यम से किया जा रहा है।
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