विवादित फारस की खाड़ी द्वीप समूह | 27 Dec 2023

स्रोत: टाइम्स ऑफ इंडिया 

ईरान और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के बीच तनाव तब बढ़ गया जब मोरक्को में छठे अरब-रूसी सहयोग मंच में जारी एक संयुक्त बयान को लेकर फारस की खाड़ी में तीन विवादित द्वीपों पर ईरान के दावों को चुनौती दी गई।

  • रूस और अरब देशों द्वारा हस्ताक्षरित एक संयुक्त बयान में विवादित द्वीपों पर ईरान-UAE संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान किया गया है। इसके प्रत्युत्तर में ईरान द्वारा संयुक्त बयान के खिलाफ अपना विरोध व्यक्त करने के लिये रूसी दूत को बुलाया गया।

फारस की खाड़ी के द्वीपों पर क्या विवाद है?

  • इस विवाद में रणनीतिक होर्मुज़ जलडमरूमध्य में तीन द्वीप शामिल हैं, अर्थात् ग्रेटर टुनब, लेसर टुनब और अबू मूसा
  • ईरान का दावा है कि ये द्वीप प्राचीन काल से ही फारसी राज्यों का हिस्सा रहे हैं, जब तक कि 20वीं शताब्दी के प्रारंभ में उन पर ब्रिटिश का कब्ज़ा नहीं हो गया।
    • वर्ष 1971 में ब्रिटिश सेना का नियंत्रण हटने के बाद ईरान ने तीन द्वीपों पर नियंत्रण कर लिया। वह उन्हें अपने क्षेत्र का "अविभाज्य" हिस्सा मानता है।
    • इसके अनुसार इसका संयुक्त अरब अमीरात के सात अमीरातों में से एक शारजाह के साथ एक समझौता हुआ जो इसे अबू-मूसा को प्रशासित करने तथा वहाँ सैनिकों को तैनात करने का अधिकार देता है।
  • UAE विवादित द्वीपों पर स्वामित्व का दावा करता है तथा रास अल-खैमाह (UAE स्थित शहर) ग्रेटर तथा लेसर ट्यून्स पर दावा करता है एवं शारजाह अबू मूसा पर दावा करता है।
    • UAE का तर्क है कि ईरान ने 1971 में अमीरात फेडरेशन के गठन से ठीक पहले रास अल-खैमा से द्वीपों पर ज़बरन कब्ज़ा कर लिया था।

फारस की खाड़ी

  • फारस की खाड़ी हिंद महासागर में एक उथला समुद्र है जो अरब प्रायद्वीप और दक्षिण-पश्चिमी ईरान की सीमा पर है। इसे अरब की खाड़ी के नाम से भी जाना जाता है।
  • फारस की खाड़ी की सीमा ईरान, इराक, कुवैत, सऊदी अरब, बहरीन, कतर, संयुक्त अरब अमीरात और ओमान से लगती है।
  • फारस की खाड़ी होर्मुज़ जलडमरूमध्य द्वारा ओमान की खाड़ी से जुड़ी हुई है।
    • होर्मुज़ जलडमरूमध्य उत्तर में केशम द्वीप और ईरानी तट तथा दक्षिण में अरब प्रायद्वीप के मुसंदम प्रायद्वीप के बीच स्थित है।
  • फारस की खाड़ी के देश कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के प्रमुख उत्पादक हैं।