बीमा सुगम: बीमांकन हेतु एकीकृत डिजिटल बाज़ार | 18 Sep 2025
चर्चा में क्यों?
बीमा सुगम इंडिया फेडरेशन (BSIF) ने बीमा सुगम नामक एक डिजिटल मंच की शुरुआत की है, जिसे विश्व का सबसे बड़ा एकीकृत ऑनलाइन बीमा बाज़ार बनाने की परिकल्पना की गई है।
बीमा सुगम के संबंध में मुख्य तथ्य क्या हैं?
- परिचय: बीमा सुगम जीवन, स्वास्थ्य और सामान्य बीमा से जुड़ी सभी आवश्यकताओं के लिये एक एकीकृत डिजिटल बाज़ार है, जहाँ उपयोगकर्त्ता एक ही मंच पर पॉलिसी खरीद सकते हैं, नवीनीकरण कर सकते हैं, प्रबंधित कर सकते हैं तथा दावा कर सकते हैं।
- यह नीति दस्तावेज़ों को सुरक्षित रूप से संग्रहीत करेगी और UPI की तरह कार्य करते हुए बीमा के लिये एक डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (DPI) तैयार करेगी।
- यह IRDAI की बीमा ट्रिनिटी-बीमा विस्तार, बीमा वाहक और बीमा सुगम का हिस्सा है तथा इसे जीवन बीमा परिषद एवं सामान्य बीमा परिषद का समर्थन प्राप्त है।
- कवरेज:
- जीवन बीमा: टर्म प्लान, बचत (भागीदारी और गैर-भागीदारी), वार्षिकी, पेंशन, यूलिप।
- स्वास्थ्य बीमा: व्यापक हेल्थ एंड वेलनेस प्रोडक्ट।
- मोटर बीमा: तृतीय-पक्ष देयता और स्वयं-क्षति पॉलिसी।
- व्यक्तियों/परिवारों के लिये यात्रा और व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा।
- वाणिज्यिक बीमा: संपत्ति, समुद्री, कृषि, उद्योग-विशिष्ट उत्पाद।
- विशिष्ट विशेषता: बीमा सुगम, निजी वितरकों से भिन्न है, क्योंकि यह कम लागत पर संपूर्ण पॉलिसी सेवाएँ तथा दावा निपटान प्रदान करता है, जबकि निजी कंपनियाँ केवल पॉलिसी बेचती हैं और उच्च कमीशन कमाती हैं।
- महत्त्व: यह विकसित भारत 2047 के तहत ‘इंश्योरेंस फॉर ऑल 2047’ का समर्थन करते हुए बीमा के लिये डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना के निर्माण में पहला कदम है।
- यह पारदर्शिता, कम लागत वाली पहुँच, एक केंद्रीकृत डेटाबेस सुनिश्चित करता है और नए उत्पादों को तेज़ी से अपनाने के साथ नवाचार को बढ़ावा देता है।
बीमा ट्रिनिटी
- बीमा सुगम: बीमा पॉलिसियों की खरीद, सेवा और निपटान हेतु एकीकृत डिजिटल मंच।
- बीमा विस्तार: जीवन, स्वास्थ्य, संपत्ति और दुर्घटना को कवर करने वाली बंडल पॉलिसी, जिसमें त्वरित दावे के निपटान की सुविधा है।
- बीमा वाहक: महिलाओं द्वारा संचालित ज़मीनी नेटवर्क, जो बीमा जागरूकता बढ़ाने और बीमा विस्तार को अपनाने को प्रोत्साहित करता है।
भारत में बीमा क्षेत्र
- भारत वैश्विक स्तर पर 10वाँ सबसे बड़ा बीमा बाज़ार है और वर्ष 2032 तक इसके 6वें स्थान पर पहुँचने का अनुमान है, जिससे यह जर्मनी, कनाडा, इटली और दक्षिण कोरिया को पार कर जाएगा।
- बीमा घनत्व FY23 में 92 अमेरिकी डॉलर से बढ़कर FY24 में 95 अमेरिकी डॉलर हो गया। इसकी गणना प्रति व्यक्ति प्रीमियम (प्रीमियम और जनसंख्या के अनुपात) के रूप में की जाती है।
- बीमा पैठ (Insurance Penetration) FY23 में 4% से घटकर FY24 में 3.7% रह गया, जबकि वैश्विक औसत 7% है। बीमा पैठ का आकलन बीमा प्रीमियम का GDP में प्रतिशत के रूप में किया जाता है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा के विगत वर्ष के प्रश्न
प्रश्न. भारत में व्यक्तियों के लिये साइबर बीमा के तहत धन की हानि और अन्य लाभों के भुगतान के अलावा, निम्नलिखित में से कौन-से लाभ आमतौर पर कवर किये जाते हैं? (2020)
- किसी के कंप्यूटर तक पहुँच को बाधित करने वाले मैलवेयर के मामले में कंप्यूटर सिस्टम की बहाली की लागत।
- एक नए कंप्यूटर की लागत अगर ऐसा साबित हो जाता है कि कुछ असामाजिक तत्त्वों ने जानबूझकर इसे नुकसान पहुँचाया है।
- साइबर जबरन वसूली के मामले में नुकसान को कम करने के लिये एक विशेष सलाहकार को काम पर रखने की लागत।
- यदि कोई तीसरा पक्ष मुकदमा दायर करता है तो न्यायालय में बचाव की लागत।
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:
(a) केवल 1, 2 और 4
(b) केवल 1, 3 और 4
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2, 3 और 4
उत्तर: (b)