'काकोरी ट्रेन एक्शन' | 20 Dec 2025

स्रोत: PIB

केंद्रीय गृह मंत्री ने 19 दिसंबर को बलिदान दिवस के अवसर पर पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान और रोशन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने ब्रिटिश शासन की नींव को हिला देने वाली काकोरी ट्रेन एक्शन में दिये गए उनके बलिदान को नमन किया।

सारांश

  • राम प्रसाद बिस्मिल और अन्य साथियों द्वारा वर्ष 1924 में स्थापित हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (HRA) का उद्देश्य समाजवादी विचारों से प्रेरित सशस्त्र क्रांति के माध्यम से भारत की स्वतंत्रता प्राप्त करना था।
  • काकोरी ट्रेन एक्शन (1925) ने स्वतंत्रता संग्राम के लिये धन जुटाने में सहायता की, लेकिन इसके बाद गिरफ्तारियाँ और फाँसियाँ हुईं। इसके पश्चात वर्ष 1928 में HRA का पुनर्गठन कर हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA) बनाया गया, जिसने भगत सिंह जैसे क्रांतिकारियों को प्रेरित किया।

‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ क्या है?

  • परिचय: काकोरी ट्रेन एक्शन (9 अगस्त, 1925) हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (HRA) के सदस्यों द्वारा स्वतंत्रता संग्राम के लिये धन जुटाने और ब्रिटिश औपनिवेशिक सत्ता को चुनौती देने के लिये किया गया एक ऐतिहासिक क्रांतिकारी कार्य था, जिसने भारत के राष्ट्रीय आंदोलन में सशस्त्र प्रतिरोध की ओर एक महत्त्वपूर्ण बदलाव को चिह्नित किया।
  • ऐतिहासिक संदर्भ: यह घटना जलियाँवाला बाग हत्याकांड (1919) और असहयोग आंदोलन (1922) की वापसी के बाद घटी, जिसने कई युवा राष्ट्रवादियों को निराश कर दिया था। 
    • यह घटना जलियाँवाला बाग हत्याकांड (1919) और असहयोग आंदोलन की वापसी (1922) के पश्चात हुई, जिनसे अनेक युवा राष्ट्रवादी गहरी निराशा से भर गए।
    • इस निराशा के कारण ही वर्ष 1924 में HRA का गठन हुआ, जिसका उद्देश्य क्रांतिकारी तरीकों को अपनाना था।
  • घटना और क्रियान्वयन: राम प्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में क्रांतिकारियों ने, जिनमें अशफाक उल्ला खान, चंद्रशेखर आज़ाद और राजेंद्र लाहिड़ी शामिल थे, शाहजहाँपुर से लखनऊ जा रही 8-डाउन ट्रेन को काकोरी स्टेशन के पास रोक कर सरकारी खजाने को लूट लिया तथा जानबूझकर यात्रियों को कोई नुकसान नहीं पहुँचाया।
    • इसमें शामिल अन्य सदस्य थे सचिंद्रनाथ बख्शी, मुकुंदी लाल, बनवारी लाल और मन्मथनाथ गुप्ता।
  • ब्रिटिश दमन और मुकदमा: एक व्यापक दमनकारी कार्रवाई के परिणामस्वरूप वर्ष 1925 का काकोरी षड्यंत्र मामला सामने आया। 18 महीने तक चले मुकदमे के बाद, चार क्रांतिकारियों - राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान और ठाकुर रोशन सिंह को 19 दिसंबर, 1927 को फॉंसी दे दी गई, जबकि अन्य को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।
  • महत्त्व और विरासत: इसने सशस्त्र प्रतिरोध की ओर एक रणनीतिक बदलाव को उजागर किया, असाधारण हिंदू-मुस्लिम एकता (बिस्मिल और खान) का प्रदर्शन किया तथा HRA के हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA) में पुनर्गठन को प्रेरित किया, जिससे भगत सिंह जैसे भविष्य के क्रांतिकारियों पर प्रभाव पड़ा। 
    • शहीदों को त्याग और देशभक्ति के प्रतीक के रूप में जाना जाता है।

हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (HRA) क्या था?

  • परिचय: हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (HRA) का गठन अक्तूबर 1924 में कानपुर में किया गया था। यह एक क्रांतिकारी संगठन था, जिसका उद्देश्य सशस्त्र संघर्ष (हिंसक प्रतिरोध) के माध्यम से ब्रिटिश शासन का अंत करना था।
  • गठन: इसकी स्थापना राम प्रसाद बिस्मिल, जोगेश चंद्र चटर्जी, सचिंद्र नाथ सान्याल, शिव वर्मा आदि द्वारा की गई थी।
  • विचारधारा और उद्देश्य: सचिंद्र नाथ सान्याल द्वारा रचित इसके घोषणापत्र ‘द रेवोल्यूशनरी’ (1925) में समाजवादी विचारों और अंतर्राष्ट्रीय क्रांतिकारी आंदोलनों से प्रेरित होकर संगठित सशस्त्र क्रांति के माध्यम से भारत में एक संघीय गणराज्य की स्थापना का लक्ष्य रेखांकित किया गया था।
    • इस कालखंड में वैश्विक स्तर पर वैचारिक परिवर्तन देखने को मिला और रूसी क्रांति (1917) ने भारतीय क्रांतिकारियों को गहराई से प्रभावित किया।
  • HSRA के रूप में पुनर्गठन (1928): चंद्रशेखर आज़ाद के नेतृत्व में HRA का नाम बदलकर हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA) रखा गया और समाजवाद को आधिकारिक लक्ष्य के रूप में अपनाया गया। इसके प्रमुख सदस्यों में भगत सिंह, सुखदेव, भगवती चरण वोहरा, बिजॉय कुमार सिन्हा और शिव वर्मा शामिल थे।
  • प्रमुख कार्रवाइयाँ (HSRA): लाला लाजपत राय की मृत्यु का बदला लेने के लिये जे.पी. सॉन्डर्स की हत्या (1928)।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

1. काकोरी ट्रेन एक्शन क्या था?
काकोरी ट्रेन एक्शन (1925) HRA द्वारा किया गया एक क्रांतिकारी अभियान था, जिसका उद्देश्य ब्रिटिश खजाने की धनराशि प्राप्त करना और स्वतंत्रता संग्राम के लिये धन जुटाना था।

2. काकोरी एक्शन के दौरान HRA के प्रमुख नेता कौन थे?
प्रमुख नेताओं में राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाकुल्लाह खान, चंद्रशेखर आज़ाद और ठाकुर रोशन सिंह शामिल थे।

3. HSRA द्वारा कौन-से प्रमुख अभियान किये गए?
प्रमुख अभियानों में जे.पी. सॉन्डर्स की हत्या (1928), केंद्रीय विधान सभा में बम विस्फोट (1929) और वायसराय की ट्रेन पर बम हमला करने का प्रयास (1929) शामिल है।

UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)

प्रश्न. भारतीय इतिहास में 8 अगस्त, 1942 के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा सही है? (2021)

(a) भारत छोड़ो प्रस्ताव AICC द्वारा अपनाया गया था।
(b) अधिक भारतीयों को शामिल करने के लिये वायसराय की कार्यकारी परिषद का विस्तार किया गया।
(c) सात प्रांतों में काॅन्ग्रेस के मंत्रिमंडलों ने इस्तीफा दे दिया।
(d) द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त होने के बाद क्रिप्स ने पूर्ण डोमिनियन स्थिति के साथ एक भारतीय संघ का प्रस्ताव रखा।

उत्तर: (a)


प्रश्न. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के संदर्भ में निम्नलिखित घटनाओं पर विचार कीजिये: (2017)

  1. रॉयल इंडियन नेवी में विद्रोह
  2.   भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत  
  3.   द्वितीय गोलमेज सम्मेलन

उपरोक्त घटनाओं का सही कालानुक्रमिक क्रम क्या है?

(a) 1 – 2– 3
(b) 2 – 1 – 3
(c) 3 – 2 – 1
(d) 3 – 1 – 2

उत्तर : (c)