उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में आग | मध्य प्रदेश | 07 May 2025
चर्चा में क्यों?
5 मई 2025 को मध्य प्रदेश के उज्जैन ज़िले में महाकालेश्वर मंदिर परिसर के महाकाल लोक कॉरिडोर में आग लग गई।
प्रमुख बिंदु
- महाकालेश्वर मंदिर:
- धार्मिक महत्त्व:
- महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसका हिंदू धर्म में अत्यधिक धार्मिक महत्त्व है।
- यह बारह ज्योतिर्लिंगों (शिव के सर्वाधिक निवास) में से एक है।
- महाकालेश्वर की मूर्ति अद्वितीय है क्योंकि यह अन्य ज्योतिर्लिंगों के विपरीत दक्षिण मुखी है।
- अवस्थिति:
- यह मंदिर मध्य प्रदेश के प्राचीन शहर उज्जैन में स्थित है।
- यह रुद्रसागर झील के किनारे स्थित है जिससे इसका आध्यात्मिक महत्त्व और भी बढ़ जाता है।
- यह मंदिर परिसर पाँच मंजिलों में विस्तृत है और यहाँ अत्यधिक भीड़ उमड़ती है, विशेष रूप से महाशिवरात्रि के अवसर पर।
- वास्तुकला विशेषताएँ:
- मंदिर में एक विशाल प्रांगण है जो जटिल मूर्तियों से सुसज्जित है।
- इसका डिज़ाइन चालुक्य, मराठा और भूमिजा स्थापत्य शैली को दर्शाता है।
- नींव और मंच पत्थर से बने हैं, जबकि ऊपरी संरचनाएँ मज़बूत स्तंभों और प्लास्टर पर टिकी हुई हैं।
- इसमें गर्भगृह में महाकालेश्वर की लिंग मूर्तियाँ और गणेश (पश्चिम), पार्वती (उत्तर) और कार्तिकेय (पूर्व) की छवियाँ स्थापित हैं ।
- सर्वतोभद्र शैली का एक तालाब भी मंदिर परिसर का हिस्सा है।
श्री महाकाल लोक कॉरिडोर
- महाकाल महाराज मंदिर परिसर विस्तार योजना उज्जैन ज़िले में महाकालेश्वर मंदिर तथा उसके आसपास के क्षेत्र के विस्तार, सौंदर्यीकरण तथा भीड़भाड़ को कम करने से संबंधित योजना है।
- इस योजना के तहत करीब 2.82 हेक्टेयर के महाकालेश्वर मंदिर परिसर को बढ़ाकर 47 हेक्टेयर किया जाना शामिल है, जिसे उज्जैन ज़िला प्रशासन द्वारा दो चरणों में विकसित किया जाना निर्धारित है।
- इसमें रुद्रसागर झील का 17 हेक्टेयर क्षेत्र भी शामिल है।
- इस परियोजना से शहर में वार्षिक पर्यटकों की संख्या वर्तमान 1.50 करोड़ से बढ़कर लगभग तीन करोड़ हो जाने का अनुमान है।