हरियाणा लोक सेवा आयोग - मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम | 01 May 2025
हरियाणा सिविल सेवा (HCS) मुख्य परीक्षा अभ्यर्थी की बौद्धिक गहराई, विश्लेषणात्मक कौशल और विविध विषयों में लिखित अभिव्यक्ति का व्यापक मूल्यांकन करने के लिये बनाई गई है। यह चरण न केवल अकादमिक ज्ञान का परीक्षण करता है, बल्कि विचारों को स्पष्ट, संक्षिप्त और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने की क्षमता का भी परीक्षण करता है, जो इसे सिविल सेवा परीक्षा में सफलता का एक महत्त्वपूर्ण निर्धारक बनाता है।
नीचे परीक्षा का विस्तृत पाठ्यक्रम दिया गया है:
- पहले तीन पेपर में अंग्रेज़ी (अंग्रेज़ी निबंध सहित), हिंदी (हिंदी निबंध सहित) और सामान्य अध्ययन अनिवार्य हैं। चौथा पेपर वैकल्पिक विषय का होता है जिसे अभ्यर्थी 29 विषयों की सूची में से चुन सकता है।
अंग्रेज़ी और अंग्रेज़ी निबंध
इस पेपर का उद्देश्य गद्य (Prose) को ध्यानपूर्वक पढ़ने और समझने तथा अपने विचारों को स्पष्ट रूप से एवं सही ढंग से अंग्रेज़ी में व्यक्त करने के संदर्भ में अभ्यर्थी की क्षमता का परीक्षण करना है। इसके तहत पूछे जाने वाले प्रश्नों का पैटर्न सामान्यतः इस प्रकार होगा:
- अंग्रेज़ी:
- Précis Writing (संक्षिप्त लेखन)
- Comprehension of given passages (बोधगम्यता)
- Essay (निबंध)
- Usage and Vocabulary (शब्द प्रयोग व शब्द भण्डार)
- General Grammar/Composition (सामान्य व्याकरण तथा रचना)
- निबंध:
- अभ्यर्थी को किसी विशिष्ट विषय पर निबंध लिखना होगा।
- विषयों का विकल्प दिया जाएगा।
- उनसे अपेक्षा की जाएगी कि वे निबंध के विषय के करीब रहें, विचारों को सुव्यवस्थित और संक्षेप में प्रस्तुत करना अपेक्षित होगा।
- प्रभावी और सटीक अभिव्यक्ति को अधिक अंक दिये जाएंगे।
हिंदी एवं हिंदी निबंध (देवनागरी लिपि में)
- एक अंग्रेज़ी परिच्छेद का हिंदी में अनुवाद।
- पत्र/संक्षिप्त लेखन
- दिये गए हिंदी अवतरण (गद्य और कविता) की व्याख्या।
- संरचना (मुहावरे, सुधार आदि)
- एक विशिष्ट विषय पर निबंध। (विषयों का विकल्प दिया जाएगा)
सामान्य अध्ययन
- इन पेपरों में प्रश्नों की प्रकृति और मानक ऐसे होंगे कि कोई भी सुशिक्षित व्यक्ति बिना किसी विशेष अध्ययन के इनका उत्तर देने में सक्षम होगा।
भाग - I
- आधुनिक भारतीय इतिहास और भारतीय संस्कृति:
- आधुनिक इतिहास (उन्नीसवीं शताब्दी से अब तक)। इसमें स्वतंत्रता सेनानियों के व्यक्तित्त्व, समाज सुधार संबंधी प्रश्न, भारतीय संस्कृति से संबंधित प्रश्न आदि शामिल हैं।
- ‘भारतीय संस्कृति’ से संबंधित भाग में प्राचीन से आधुनिक काल तक भारतीय संस्कृति के सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा।
- भारतीय भूगोल
- इस भाग में, अभ्यर्थी से भौतिक, सामाजिक और आर्थिक भूगोल के प्रश्न पूछे जाएँगे।
- भारतीय राजव्यवस्था
- इस भाग में भारतीय राजव्यवस्था के विभिन्न पक्ष जैसे- भारतीय संविधान, भारतीय राजव्यवस्था आदि से संबंधित प्रश्न इस भाग में पूछे जाएँगे।
- वर्तमान राष्ट्रीय मुद्दे और सामाजिक प्रासंगिकता
- इस भाग का उद्देश्य वर्तमान राष्ट्रीय मुद्दों और वर्तमान भारत में सामाजिक प्रासंगिकता के विषयों के संदर्भ में अभ्यर्थी की जागरूकता का परीक्षण करना है, जैसे कि निम्नलिखित:
- जनसांख्यिकी एवं मानव संसाधन और संबंधित मुद्दे।
- व्यवहारिक एवं सामाजिक मुद्दे और सामाजिक कल्याण की समस्याएँ, जैसे कि बाल श्रम, लैंगिक समानता, वयस्क साक्षरता, दिव्यांगों और समाज के अन्य वंचित वर्गों का पुनर्वास, नशीली दवाओं का दुरुपयोग, सार्वजनिक स्वास्थ्य आदि।
- कानून प्रवर्तन मुद्दे, मानवाधिकार, सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार, सांप्रदायिक सद्भाव आदि।
- आंतरिक सुरक्षा एवं संबंधित मुद्दे।
- पर्यावरण संबंधी मुद्दे, पारिस्थितिक संरक्षण, प्राकृतिक संसाधनों और राष्ट्रीय विरासत का संरक्षण।
- राष्ट्रीय संस्थाओं की भूमिका, उनकी प्रासंगिकता और परिवर्तन की आवश्यकता।
- इस भाग का उद्देश्य वर्तमान राष्ट्रीय मुद्दों और वर्तमान भारत में सामाजिक प्रासंगिकता के विषयों के संदर्भ में अभ्यर्थी की जागरूकता का परीक्षण करना है, जैसे कि निम्नलिखित:
भाग-II
- भारत और विश्व
- इस भाग का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में विश्व के साथ भारत के संबंधों के विषय में अभ्यर्थी की जागरूकता का परीक्षण करना है, जैसे कि:- विदेशी मामले, बाह्य सुरक्षा और संबंधित मामले, परमाणु नीति, विदेश में भारतीय।
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- इस भाग में भारत की योजना एवं आर्थिक विकास, आर्थिक एवं व्यापारिक मुद्दे, विदेशी व्यापार, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक, विश्व व्यापार संगठन की भूमिका एवं कार्य आदि पर प्रश्न होंगे।
- अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम और संस्थाएँ
- इस भाग में वैश्विक समसामयिक घटनाओं और अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के विषय में प्रश्न पूछे जाएँगे।
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, संचार एवं अंतरिक्ष के क्षेत्र में विकास
- इस भाग में प्रश्न विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, संचार एवं अंतरिक्ष के क्षेत्र में विकास के संदर्भ में अभ्यर्थी की जागरूकता और कंप्यूटर के विषय में बुनियादी विचारों का परीक्षण करेंगे।
- सांख्यिकीय विश्लेषण, ग्राफ और आरेख
- इस भाग में ऐसे अभ्यास शामिल होंगे जो अभ्यर्थी की सांख्यिकीय, ग्राफिकल या आरेखीय रूप में प्रस्तुत जानकारी से सामान्य ज्ञान के आधार पर निष्कर्ष निकालने की क्षमता का परीक्षण करेंगे और उसमें कमियों, सीमाओं या विसंगतियों को इंगित करेंगे।
वैकल्पिक विषय
- अभ्यर्थी को नीचे दी गई 29 विषयों की सूची में से एक वैकल्पिक विषय का चयन करना होगा:
विषय |
|
कृषि |
गणित |
पशुपालन और पशुचिकित्सा विज्ञान |
प्रबंधन |
मानवशास्त्र |
मैकेनिकल इंजीनियरिंग |
वनस्पति विज्ञान |
चिकित्सा विज्ञान |
रसायन शास्त्र |
भौतिक विज्ञान |
सिविल इंजीनियरिंग |
दर्शनशास्त्र |
वाणिज्य एवं लेखाशास्त्र |
राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध |
अर्थशास्त्र |
मनोविज्ञान |
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग |
लोक प्रशासन |
अंग्रेज़ी साहित्य |
पंजाबी साहित्य |
भूविज्ञान |
सांख्यिकी |
भूगोल |
समाजशास्त्र |
हिंदी साहित्य (देवनागरी लिपि में) |
संस्कृत साहित्य |
भारतीय इतिहास |
जीवविज्ञान |
कानून |
- सभी 29 वैकल्पिक विषयों के विस्तृत पाठ्यक्रम के लिये HPSC की आधिकारिक वेबसाइट देखें।