इंस्पायर पुरस्कार मानक योजना में उत्तर प्रदेश अग्रणी | 03 Oct 2025
चर्चा में क्यों?
उत्तर प्रदेश ने इंस्पायर पुरस्कार मानक (MANAK- मिलियन माइंड्स ऑगमेंटिंग नेशनल एस्पिरेशन एंड नॉलेज) योजना के तहत सर्वाधिक नामांकन (2.8 लाख) प्राप्त कर छात्र-नेतृत्व वाली नवाचार गतिविधियों में राष्ट्रीय मानक स्थापित किया।
मुख्य बिंदु
- उल्लेखनीय उपलब्धि: इस वर्ष उत्तर प्रदेश में 2.8 लाख नामांकन दर्ज किये गए, जो योजना शुरू होने के बाद से सबसे अधिक है तथा विगत वर्ष के 2.1 लाख से 70,000 अधिक है।
- समावेशी भागीदारी: सभी 75 ज़िलों से सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिसमें माध्यमिक, जूनियर हाई, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, कंपोजिट और संस्कृत विद्यालयों के छात्र शामिल थे।
- शीर्ष प्रदर्शन करने वाले ज़िले: प्रतापगढ़ (7,085), प्रयागराज (6,929), लखनऊ (6,721), हरदोई (6,689), जौनपुर (5,930)।
- नामांकन में देश के शीर्ष 50 ज़िलों में उत्तर प्रदेश के 22 ज़िले शामिल हैं।
- राष्ट्रीय तुलना: उत्तर प्रदेश के बाद राजस्थान 1.41 लाख और कर्नाटक 1.01 लाख नामांकनों के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
- INSPIRE पुरस्कार मानक योजना:
- यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST), भारत सरकार तथा राष्ट्रीय नवाचार फाउंडेशन (NIF)- भारत, (DST की स्वायत्त संस्था) द्वारा संयुक्त रूप से कार्यान्वित एक प्रमुख योजना है।
- लक्षित समूह: कक्षा 6 से 12 तक के छात्र।
- उद्देश्य: स्कूल के छात्रों में नवाचार, मौलिकता और रचनात्मक सोच को बढ़ावा देना।
- प्रक्रिया: छात्र ऑनलाइन नामांकन के माध्यम से नवीन विचार प्रस्तुत करते हैं।
इंस्पायर (INSPIRE) योजना
- INSPIRE (Innovation in Science Pursuit for Inspired Research) योजना, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य प्रारंभिक अवस्था से ही युवाओं को विज्ञान की ओर आकर्षित करना तथा भारत के विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुसंधान एवं विकास पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त बनाने के लिये एक मज़बूत मानव संसाधन आधार का निर्माण करना है।
- भारत सरकार वर्ष 2010 से इंस्पायर योजना को क्रियान्वित कर रही है, जिसके अंतर्गत इंस्पायर पुरस्कार मानक सहित पाँच घटकों के माध्यम से 10-32 वर्ष की आयु के विद्यार्थियों को शामिल किया जाता है।