उत्तर प्रदेश में वर्ष 2024-25 में स्थापित हुई 4,000 नई फैक्ट्रियाँ | 15 Oct 2025
चर्चा में क्यों?
उत्तर प्रदेश ने औद्योगिक विकास में महत्त्वपूर्ण प्रगति की है एवं वर्ष 2024–25 के दौरान 4,000 नई फैक्ट्रियाँ स्थापित की गई हैं। इसके साथ ही, राज्य में संचालित फैक्ट्रियों की कुल संख्या 27,000 से अधिक हो गई है।
मुख्य बिंदु
- नवस्थापित औद्योगिक इकाइयाँ इलेक्ट्रॉनिक्स, वस्त्र, खाद्य प्रसंस्करण, रक्षा निर्माण, ऑटोमोबाइल, रसायन तथा नवीकरणीय ऊर्जा जैसे विविध क्षेत्रों को कवर करती हैं।
- औद्योगिक निवेश अब नोएडा, ग्रेटर नोएडा और लखनऊ जैसे पारंपरिक औद्योगिक केंद्रों से आगे बढ़कर बरेली, कानपुर, झाँसी, गोरखपुर, आज़मगढ़ और प्रयागराज जैसे उभरते शहरों तक पहुँच रहा है।
- इन औद्योगिक इकाइयों में सम्मिलित रूप से 12.8 लाख से अधिक श्रमिक कार्यरत हैं, जो भारत के कुल औद्योगिक कार्यबल का 8.3% है।
- वार्षिक औद्योगिक सर्वेक्षण (2023–24) के अनुसार, उत्तर प्रदेश अब भारत के शीर्ष 15 औद्योगिक राज्यों में चौथे स्थान पर पहुँच गया है।
इन्वेस्ट यूपी (Invest UP)
- परिचय: इन्वेस्ट यूपी, जिसे पहले उद्योग बंधु (Udyog Bandhu) के नाम से जाना जाता था, उत्तर प्रदेश सरकार की निवेश प्रोत्साहन और सुविधा एजेंसी है।
- इसका उद्देश्य राज्य में नए निवेश आकर्षित करना तथा मौजूदा और आने वाले उद्योगों की समस्याओं का समाधान करना है।
- मिशन: राज्य की निवेश प्रोत्साहन और सुविधा एजेंसी के रूप में इन्वेस्ट यूपी का लक्ष्य राज्य में तीव्र औद्योगिक और अवसंरचनात्मक विकास हेतु नीति निर्माण में सक्रिय भागीदारी के माध्यम से निवेश को आकर्षित करना है।
- यह संगठन संभावित और मौजूदा उद्यमियों की समस्याओं के समाधान के लिये सलाहकार सेवाएँ (advisory services) प्रदान करता है।
उत्तर प्रदेश में प्रमुख निवेश
- इलेक्ट्रॉनिक्स: ₹3,700 करोड़ का HCL-फॉक्सकॉन OSAT निवेश राज्य की सेमीकंडक्टर (semiconductor) क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि के रूप में दर्ज हुआ है।
- टेक्सटाइल्स (वस्त्र उद्योग): उत्तर प्रदेश पीएम MITRA मेगा टेक्सटाइल पार्क और सिंथेटिक, डिफेंस एवं मेडिकल टेक्सटाइल्स पर केंद्रित मिनी पार्कों के माध्यम से अपनी वस्त्र मूल्य शृंखला (Textile Value Chain) को सुदृढ़ कर रहा है।
- इलेक्ट्रिक वाहन (EV): EV नीति 2023 के तहत उत्तर प्रदेश का लक्ष्य वर्ष 2028 तक 36 GWh बैटरी उत्पादन क्षमता प्राप्त करना है।
- डिजिटल अवसंरचना: नोएडा-ग्रेटर नोएडा भारत का प्रमुख डेटा सेंटर हब बनकर उभर रहा है, जहाँ एक एकीकृत एआई सिटी (Integrated AI City) विकसित करने की योजना है।