सड़क सुरक्षा मित्र कार्यक्रम | 27 Aug 2025

चर्चा में क्यों?

उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने युवाओं को सड़क सुरक्षा उपायों में सहभागी बनाने तथा दुर्घटनाओं तथा मृत्यु-दर को कम करने के लिये, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) द्वारा प्रारंभ किये गये सड़क सुरक्षा मित्र (SSM) कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

मुख्य बिंदु

  • सड़क सुरक्षा मित्र (SSM) कार्यक्रम के बारे में: 
    • यह पहल युवा मामले और खेल मंत्रालय के सहयोग से प्रारम्भ की गई है। इसके अंतर्गत MYBharat प्लेटफॉर्म के माध्यम से स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित कर तैनात किया जाएगा।
  • लक्ष्य: 
    • इस कार्यक्रम का लक्ष्य 18 से 28 वर्ष की आयु के ऐसे युवा हैं, जिनका कोई यातायात चालान लंबित नहीं है। इसके पहले चरण में देशभर के 100 ज़िलों को शामिल किया जाएगा।
  • प्रशिक्षण कार्यक्रम:
    • सामान्य स्वयंसेवक: एक सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें प्राथमिक उपचार एवं सड़क सुरक्षा जागरूकता सम्मिलित होगी।
    • सिविल इंजीनियरिंग स्नातक: 15-दिवसीय प्रशिक्षण, जिसमें रोड सेफ्टी ऑडिट, ब्लैक स्पॉट की पहचान, जागरूकता अभियान एवं फील्ड सर्वे शामिल होंगे।
  • सम्मान: 
    • उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वयंसेवकों को प्रमाण-पत्र और गुड सेमेरिटन पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे।
  • कार्यान्वयन: 
    • यह पहल उत्तर प्रदेश के 28 ज़िलों में लागू की जाएगी, जिनमें कानपुर नगर, बुलंदशहर, प्रयागराज और आगरा आदि शामिल हैं।
  • कार्यक्रम निरीक्षण: 
    • ज़िला सड़क सुरक्षा समितियाँ (DRSC), सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के 12-चरणीय रोडमैप के अनुरूप, स्वयंसेवकों को शामिल करने, प्रशिक्षण देने और मासिक निष्पादन समीक्षा सहित कार्यान्वयन सुनिश्चित करेंगी।
  • अपेक्षित परिणाम:
    • सड़क दुर्घटनाओं एवं चोटों में कमी
    • आपातकालीन सेवाओं में सुधार
    • सड़क सुरक्षा में युवाओं की भागीदारी में वृद्धि
    • प्रशिक्षण, क्षेत्र अध्ययन और डाटा-आधारित रिपोर्टिंग के माध्यम से ज़िला-स्तरीय सड़क सुरक्षा प्रणाली का सशक्तीकरण