नौसेना दिवस 2025 | 03 Dec 2025
चर्चा में क्यों?
भारतीय नौसेना 3-4 दिसंबर, 2025 को तिरुवनंतपुरम के शंगुमुघम समुद्र तट पर व्यापक स्तर पर परिचालन प्रदर्शन के साथ नौसेना दिवस मना रही है।
- जिसमें भारत के राष्ट्रपति और सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हैं तथा इस कार्यक्रम की मेज़बानी नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी कर रहे हैं।
मुख्य बिंदु
परिचालन प्रदर्शन 2025
- संपर्क एवं पहुँच (Outreach):
- यह समारोह नौसेना दिवस के कार्यक्रमों को प्रमुख नौसैनिक अड्डों से परे आयोजित करने की भारतीय नौसेना की पहल का हिस्सा है। इससे पहले पुरी और सिंधुदुर्ग में भी कार्यक्रम आयोजित किये गए थे।
- प्रदर्शन (Showcase):
- परिचालन प्रदर्शन में युद्धपोतों, नौसैनिक विमानों और पनडुब्बियों द्वारा समन्वित कार्रवाई के माध्यम से भारत की समुद्री शक्ति का प्रदर्शन किया जा रहा है।
- तत्परता:
- यह प्रदर्शन भारतीय नौसेना के "युद्ध के लिये तैयार, एकजुट और आत्मनिर्भर" होने के सिद्धांत को पुष्ट करता है, जो भारत के समुद्री हितों की रक्षा के लिये प्रतिबद्ध है।
- आत्मनिर्भरता:
- यह स्वदेशी रूप से निर्मित नौसैनिक प्लेटफार्मों पर केंद्रित है, जो आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया पहल के राष्ट्रीय दृष्टिकोण का समर्थन करता है।
नौसेना दिवस
- स्मरणोत्सव:
- वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में ऑपरेशन ट्राइडेंट के दौरान भारत की निर्णायक नौसैनिक जीत के सम्मान में 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है।
- ऑपरेशन ट्राइडेंट के दौरान, भारतीय नौसेना की मिसाइल नौकाओं ने कराची में पाकिस्तानी जहाज़ों, तेल सुविधाओं और तटीय सुरक्षा पर सफलतापूर्वक हमला किया।
- भारतीय नौसेना ने महत्त्वपूर्ण युद्ध सामग्री ले जा रहे कई पाकिस्तानी जहाज़ों को नष्ट कर दिया, जिससे पाकिस्तान की परिचालन क्षमता कमज़ोर हो गई।
- वायुशक्ति:
- INS विक्रांत के लड़ाकू विमानों ने चटगाँव और खुलना में दुश्मन के बंदरगाहों तथा हवाई अड्डों पर हमला किया। कराची पर मिसाइल हमलों के साथ-साथ इन हमलों ने पूर्वी पाकिस्तान में पाकिस्तानी सेना को हराने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।