राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान,पंचकूला | 11 Feb 2022

चर्चा में क्यों?

हाल ही में राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की स्थायी समिति की 31 दिसंबर, 2021 को आयोजित बैठक से संबंधित मिनट्स ऑफ मीटिंग का प्रकाशन किया गया, जिसमें संरक्षित क्षेत्रों और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों में सीमा चौकियों एवं आयुर्वेद संस्थान सहित कई परियोजनाओं को मंज़ूरी दी गई।

प्रमुख बिंदु 

  • पंचकूला स्थित श्री माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड परिसर में 5 करोड़ रुपए की लागत से 8.04 हेक्टेयर क्षेत्र में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान का निर्माण किया जाएगा।
  • औषधीय पौधों के संरक्षण के लिये आयुष मंत्रालय द्वारा पंचकूला में स्थापित किया जा रहा राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान न केवल औषधीय पौधों के संरक्षण में, बल्कि जनता को प्रकृति की सुरक्षा से जोड़ने में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
  • आयुर्वेद एक भारतीय चिकित्सा प्रणाली है। सुश्रुत, चरक और धन्वंतरि इसके प्रमुख आचार्य माने जाते हैं। इसे अथर्ववेद का एक उपवेद माना जाता है।