नमस्ते योजना: सीवर और सेप्टिक टैंक कर्मचारियों का सर्वेक्षण | 17 Dec 2025

चर्चा में क्यों?

नेशनल एक्शन फॉर मेकेनाईज्ड सेनिटेशन इकोसिस्टम (NAMASTE ) योजना के तहत 4,800 से अधिक शहरी स्थानीय निकायों (ULB) को शामिल करते हुए एक राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण किया गया, जिसका उद्देश्य सीवर और सेप्टिक टैंक श्रमिकों (SSW) की पहचान करना और स्वच्छता कार्य में उनकी सुरक्षा एवं गरिमा को सुदृढ़ करना था।

मुख्य बिंदु

  • सर्वेक्षण का उद्देश्य: 
    • इस सर्वेक्षण का उद्देश्य नमस्ते योजना के अंतर्गत सीवर और सेप्टिक टैंक श्रमिकों (SSW) की पहचान करना था (न कि मैनुअल स्कैवेंजर्स) ताकि बेहतर कार्य परिस्थितियाँ और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकें।
  • मृत्यु दर: 
    • राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग (NCSK) के अनुसार, 2019 और अक्तूबर 2025 के बीच खतरनाक सीवर और सेप्टिक टैंक की सफाई के कारण 471 सफाई कर्मचारियों की मृत्यु हुई।
  • कानूनी निषेध: 
    • मैनुअल स्कैवेंजर्स के रूप में रोज़गार निषेध और उनके पुनर्वास अधिनियम, 2013 की धारा 7 सीवर या सेप्टिक टैंक में खतरनाक प्रवेश को निषिद्ध करती है।
  • नमस्ते योजना: 
    • यह योजना सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के समन्वय में वित्तीय वर्ष 2023-24 में शुरू की गई थी।
    • इसका उद्देश्य सीवर और सेप्टिक टैंकों में मैन्युअल प्रवेश को समाप्त करना, शून्य मृत्यु दर प्राप्त करना और श्रमिकों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिये मशीनीकृत सफाई को बढ़ावा देना है।
    • योजना के घटक: इसमें आपातकालीन प्रतिक्रिया स्वच्छता इकाइयों (ERSU) के लिये सुरक्षा उपकरण, मशीनीकृत उपकरणों के लिये पूंजीगत सब्सिडी, व्यावसायिक सुरक्षा प्रशिक्षण और खतरनाक सफाई नियंत्रण पर कार्यशालाएँ शामिल हैं।
    • स्वच्छ भारत मिशन - शहरी (SBM-U) 2.0 के तहत, प्रयुक्त जल प्रबंधन (UWM) घटक मशीनीकरण के माध्यम से खतरनाक सीवर/सेप्टिक टैंक में पानी के प्रवेश को समाप्त करने पर केंद्रित है।