‘गीता महोत्सव’ की तर्ज़ पर ‘कृष्ण उत्सव’ | 23 Sep 2021

चर्चा में क्यों?

22 सितंबर, 2021 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गीता महोत्सव की तर्ज़ पर ‘कृष्ण उत्सव’ का आयोजन करने हेतु इसकी रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिये।

प्रमुख बिंदु

  • मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार फरीदाबाद ज़िले में सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला और कुरुक्षेत्र के गीता महोत्सव का राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विशेष महत्त्व है, उसी तरह प्रस्तावित ‘कृष्ण उत्सव’ का भी विशेष महत्त्व है। इसे इन्हीं उत्सवों की तरह आयोजित किया जाना चाहिये।
  • उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण का हरियाणा की धरती से विशेष संबंध रहा है। कुरुक्षेत्र में उन्होंने अर्जुन को श्रीमद्भगवद् गीता का दिव्य संदेश दिया था।
  • कृष्ण उत्सव में श्रीकृष्ण के जीवन की घटनाओं को झाँकी, संगीत, नृत्य और आधुनिक तकनीक की मदद से प्रस्तुत किया जाएगा। 
  • इसमें भगवान श्रीकृष्ण के विभिन्न रूपों का वर्णन दिखाया जाएगा। रासलीला से बाल लीला; भगवान कृष्ण के व्यक्तित्व को एक सामान्य मानव, राजा और कर्मयोगी आदि के रूप में चित्रित किया जाएगा।
  • इस महोत्सव के दौरान झाँकी के माध्यम से कृष्ण के अवतार और उनकी रासलीला एवं संगीत कला को थिएटर के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। बाल गोपाल की कहानी को कहानी के माध्यम से वर्णित किया जाएगा और महाभारत में कृष्ण की भूमिका को आधुनिक तकनीक के ज़रिये दिखाया जाएगा।
  • इसके साथ ही लोग उत्सव के दौरान देश भर में भगवान श्रीकृष्ण के सभी प्रसिद्ध मंदिरों की लाइव आरती देख सकेंगे।