फूड स्ट्रीट 'प्रसादम', उज्जैन | 10 Jan 2024

चर्चा में क्यों?

हाल ही में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने देश की पहली स्वस्थ और स्वच्छ फूड स्ट्रीट, 'प्रसादम' का उद्घाटन किया, जो उज्जैन के महाकाल लोक में पारंपरिक स्वस्थ भोजन तथा मोटे अनाज से बने व्यंजन परोसेगी।

मुख्य बिंदु:

  • 175 लाख रुपए की लागत से बनी ‘प्रसादम’ में 17 दुकानें होंगी, जिनमें राजगिरा, सांवा, कुट्टू, रागी, दाल-बाफले और राज्य के अन्य प्रसिद्ध पारंपरिक व्यंजनों से बने व्यंजन उपलब्ध होंगे।
  • फूड स्ट्रीट फरवरी, 2024 के पहले सप्ताह से पूरी तरह से चालू हो जाएगी और परिसर में जंक फूड तथा प्लास्टिक प्रतिबंधित है।
  • भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) विक्रेताओं को खाद्य हैंडलिंग प्रशिक्षण प्रदान करेगा, जबकि फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स वाहन सप्ताह में एक बार भोजन का निरीक्षण करने आएगा और विक्रेताओं को प्रशिक्षित करेगा।
    • देश के विभिन्न स्थानों पर 100 स्वस्थ और स्वच्छ स्ट्रीट फूड हब बनेंगे।
  • मुख्यमंत्री ने मानसिक स्वास्थ्य पर केंद्रित 'मैनहिट' ऐप भी लॉन्च किया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश की मानसिक स्वास्थ्य इकाई द्वारा मानसिक स्वास्थ्य स्क्रीनिंग ऐप "मैनहिट" विकसित किया गया है।
    • इसे मुख्य रूप से तीन खंडों में विभाजित किया गया है: मानसिक स्वास्थ्य स्व-मूल्यांकन, जागरूकता सामग्री/वीडियो और मानसिक स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ संपर्क।

मोटे अनाज

  • मोटे अनाज पारंपरिक रूप से देश के संसाधनहीन कृषि-जलवायु क्षेत्रों में उगाए जाते हैं। इन्हें पोषक-अनाज भी कहा जाता है।
    • कृषि-जलवायु क्षेत्र एक निश्चित श्रेणी की फसलों और किस्मों के लिये उपयुक्त प्रमुख जलवायु के संदर्भ में एक भूमि इकाई है।
  • प्रमुख मोटे अनाज (Major millets) में ज्वार (sorghum), बाजरा (pearl millet) और रागी (finger millet) शामिल हैं, जबकि गौण मोटे अनाज (Minor millets) में कंगनी (foxtail), कुटकी (little millet), कोदो (kodo), वरिगा/पुनर्वा (proso) तथा साँवा (barnyard millet) शामिल हैं।
  • मोटे अनाज उत्पादक राज्यों में कर्नाटक, राजस्थान, पुडुचेरी, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश आदि शामिल हैं।