डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि | 24 Jun 2025
चर्चा में क्यों?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी पुण्यतिथि (24 जून) पर श्रद्धांजलि अर्पित की तथा अखंड भारत के लिये उनके दृष्टिकोण और अनुच्छेद 370 को समाप्त करने पर प्रकाश डाला।
मुख्य बिंदु
- परिचय एवं उपलब्धियाँ:
- श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई, 1901 को कलकत्ता में एक बंगाली ब्राह्मण परिवार में हुआ था।
- वह एक भारतीय राजनीतिज्ञ, बैरिस्टर और शिक्षाविद थे जिन्होंने प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के मंत्रिमंडल में उद्योग और आपूर्ति मंत्री के रूप में कार्य किया।
- उन्होंने वर्ष 1922 में बंगाली पत्रिका "बंग वाणी" और वर्ष 1940 में द नेशनलिस्ट की शुरुआत की।
- श्यामा प्रसाद मुखर्जी 33 वर्ष की आयु में वर्ष 1934 में कलकत्ता विश्वविद्यालय के सबसे युवा कुलपति बने और वर्ष 1938 तक इस पद पर रहे।
- स्वतंत्रता के बाद:
- वर्ष 1946 में उन्होंने बंगाल विभाजन का समर्थन किया ताकि इसके हिंदू-बहुल क्षेत्रों को मुस्लिम बहुल पूर्वी पाकिस्तान में शामिल होने से रोका जा सके।
- वर्ष 1947 में उन्होंने सुभाष चंद्र बोस के भाई शरत बोस और बंगाली मुस्लिम राजनेता हुसैन शहीद सुहरावर्दी द्वारा प्रस्तावित संयुक्त किंतु स्वतंत्र बंगाल की असफल पहल का भी विरोध किया।
- उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्ववर्ती भारतीय जनसंघ (BJS) की स्थापना की और इसके पहले अध्यक्ष बने।
- वह अनुच्छेद 370 और बिना पूर्व अनुमति के जम्मू-कश्मीर में प्रवेश पर रोक लगाने वाले अन्य प्रतिबंधों के खिलाफ थे।
- वह जम्मू-कश्मीर राज्य के भारतीय संघ में पूर्ण एकीकरण के पक्ष में थे।
- मृत्यु:
- जून 1953 में कश्मीर को दिये गए विशेष दर्जे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते समय हिरासत में रहने के दौरान रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई।