आपकी पूंजी, आपका अधिकार | 15 Nov 2025
चर्चा में क्यों?
भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्रयागराज में नागरिकों को निष्क्रिय बैंक खातों में जमा धनराशि की वापसी में सहायता प्रदान करने हेतु आपकी पूंजी, आपका अधिकार नामक अभियान शुरू किया है।
मुख्य बिंदु
- अभियान के बारे में:
- आपकी पूंजी, आपका अधिकार भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग (DFS) द्वारा, प्रमुख नियामकों जैसे RBI, SEBI, IRDAI और PFRDA के समन्वय में शुरू की गई एक राष्ट्रीय पहल है।
- इस पहल का उद्देश्य बिना दावे वाली वित्तीय संपत्तियों को शीघ्र उनके वैध धारकों तक लौटाना, निष्क्रिय धन के विशाल भंडार के प्रति जागरूकता बढ़ाना, UDGAM पोर्टल जैसे साधनों के माध्यम से पहुँच में सुधार करना, पारदर्शी एवं समयबद्ध निपटान सुनिश्चित करना और अद्यतन KYC, सक्रिय खाते तथा उचित नामांकन जैसी अच्छी वित्तीय आदतों को बढ़ावा देना है।
- बिना दावे वाली वित्तीय संपत्तियाँ:
- यदि किसी बैंक खाते में 2 वर्ष या उससे अधिक समय तक कोई वित्तीय या गैर-वित्तीय लेनदेन (निकासी, जमा, निधि अंतरण, KYC अद्यतन) नहीं होता है, तो वह निष्क्रिय हो जाता है।
- निष्क्रिय खाते की शेष राशि को जमाकर्त्ता शिक्षा एवं जागरूकता (DEA) कोष में स्थानांतरित किया जा सकता है, हालाँकि मूल खाताधारक या उनके उत्तराधिकारी बाद में उस पर दावा कर सकते हैं।
- भारतीय बैंकिंग प्रणाली में दावा न की गई जमा राशि वर्ष 2025 के मध्य तक 67,000 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है।
- UDGAM (अदावित जमा - सूचना तक पहुँच का प्रवेश द्वार) पोर्टल व्यक्तियों को उनके बुनियादी विवरण (नाम, जन्मतिथि, पैन) के माध्यम से कई बैंकों में अदावित जमा खोजने की सुविधा देता है।
- भारतीय रिज़र्व बैंक की “निष्क्रिय खातों और दावा न की गई जमाओं के त्वरित भुगतान की सुविधा” योजना बैंकों को निष्क्रिय निधियों को साफ करने के लिये प्रोत्साहित करती है।