संसद टीवी संवाद

जनगणना- चुनौतियाँ और महत्त्व | 27 Feb 2020 | भारतीय समाज

संदर्भ:

हाल ही में केरल, उत्तर प्रदेश, आंध्रप्रदेश और पश्चिम बंगाल के कुछ क्षेत्रों में राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण (National Sample Survey) में शामिल जनगणनाकर्मियों (Enumerators) के साथ हिंसा के मामले सामने आए हैं। देश में नए नागरिकता कानून और एन.आर.सी (NRC) की राष्ट्रव्यापी प्रक्रिया को लेकर में कुछ आशंकाओं और अविश्वास के कारण देश के विभिन्न क्षेत्रों में हिंसा के मामलों में वृद्धि देखने को मिली है।

जनगणना:

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:

जनगणना की प्रक्रिया:

जनगणना अधिनियम, 1948:

जनगणना में शामिल प्राधिकरण:

जनगणना का महत्त्व:

आँकड़े का व्यापक स्रोत: जनगणना बृहत् स्तर पर आँकड़े (Data) एकत्र करने की एक महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया है। इसके तहत देश के जनसांख्यिकीय लाभांश के बारे में जानकारी इकट्ठा की जाती है। जो देश के नीति निर्माण के साथ कई अन्य उद्देश्यों के लिये अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।

महत्त्वपूर्ण निर्णयों में सहायक: किसी भी देश के साक्ष्य-आधारित निर्णयों में जनगणना के आँकड़ों का महत्त्वपूर्ण योगदान होता है।

नीति निर्माण: किसी भी देश में जनगणना के माध्यम से सामाजिक तथा प्रशासन के हर पहलू (जिसमें उपभोक्ता से लेकर उत्पादक तक शामिल हैं) के बारे में विस्तृत जानकारी एकत्र की जाती है। अतः इसके प्रयोग से नीतियों के निर्माण और क्रियान्वयन की वैज्ञानिक योजना तैयार करने में साम्यता बढ़ाई जा सकती है, जिससे उपलब्ध संसाधनों से ही बेहतर परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं।

जनगणना 2021 की विशेषताएँ:

चुनौतियाँ:

समाधान:

क्षमता निर्माण: जनगणना प्रक्रिया में शामिल प्रगणकों व अन्य कार्यकर्त्ताओं/अधिकारियों के उचित प्रशिक्षण की व्यवस्था की जानी चाहिये।

डेटा की गुणवत्ता सुनिश्चित करना: जनगणना कार्यक्रम की पहुँच और प्राप्त डेटा में त्रुटियों को कम करके डेटा की गुणवत्ता बढ़ाई जा सकती है। इससे न सिर्फ जनगणना में एकत्र आँकड़ों (डेटा) की विश्वसनीयता में वृद्धि होगी बल्कि इससे सरकार को योजनाओं में अपेक्षित बदलाव करने में भी मदद मिलेगी।

जन-जागरूकता अभियानों द्वारा: समाज में जनगणना के महत्त्व के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिये बड़े पैमाने पर जन-जागरूकता अभियानों का आयोजन किया जाना चाहिये।

भारत में जनगणना लोगों के जीवन और भारतीय समाज के विभिन्न पहलुओं से संबंधित महत्त्वपूर्ण सांख्यिकीय जानकारी प्राप्त करने का सबसे बड़ा व एकल स्रोत है। जनगणना से प्राप्त आँकड़े न केवल सरकार को बीते वर्षों में किये गए अपने कार्यों का मूल्यांकन करने में मदद करते हैं बल्कि ये आंकड़े सरकार को भविष्य की योजनाओं के निर्माण के लिये एक महत्त्वपूर्ण आधार प्रदान करते है। अतः सभी हितधारकों को जनगणना की इस प्रक्रिया के सफल और अवरोध रहित निष्पादन के लिये मिलकर योगदान देना चाहिये।

अभ्यास प्रश्न: जनगणना से आप क्या समझते हैं? देश के आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक विकास में जनगणना की भूमिका पर चर्चा कीजिये।